bitcoin ke fayde aur nuksan kya hai

आज की मेरे इस Article Bitcoin के लाभ और हानि क्या है इनके महत्व क्या है में आपको Bitcoin को इस्तेमाल करने के कुछ फायदे और नुकसान के बारे में बता रहा हूँ, ताकि आपको इसके बारे में और भी कुछ जानकारी मिल सके।

इस तरह से आपको Bitcoin क्या है ये कैसे काम करते हैं खरीदने से पहले इसके बारे में पूरी जानकारी मिल सके।

अगर आप एक Bitcoin User नहीं हैं या तो फिर आप भी Bitcoin User बनना चाहते हैं, और Bitcoin को आप भी खरीदना चाहते हैं तो आपको मैं इसकी जानकारी दे रहा हूँ।

तो चलिए अब इसके बारे मे जानते हैं कि Bitcoin को Use करने के क्या-क्या फायदे - नुकसान हैं

Bitcoin को Use करने के फायदे

अगर आप Bitcoins का Use कर रहे हैं या इसको Use करने के बारे में सोच रहे हैं, और अपने लिए Bitcoin खरीदना चाहते हैं।

तो मैं आपको बता रहा हूँ कि आपको Bitcoin को Use करने से बहुत फायदे हो सकते हैं।

तो अब हम जानते हैं कि Bitcoin इस्तेमाल करने के अच्छे फायदों के बारे में

यह सबसे ज्यादा इसलिए ही popular है, कि अगर आप लम्बे समय (6 Months या फिर 1 Year) के लिए Bitcoin में Invest करते है तो काफी फायदा हो सकता है।

क्योकि अभी तक के Record के अनुसार Bitcoin की value लगातार बढ़ रहा रहा है।

लेकिन इसकी value कम भी हो सकता है। उस स्थिति में आपको loss का भी सामना करना पड़ सकता है।

इसलिए अगर आप इस Bitcoin में Investment करना चाहते हैं तो यह आपको बहुत ज्यादा लाभ दे सकता है।

और आप इसको कम में खरीदकर ज्यादा पैसे में बेचकर अच्छा लाभ कमा सकते हैं।

Bitcoin में आपका transaction fee credit card and debit card से payment करने के मुकाबले बहुत ही कम होता है।

इसलिये आप किसी International Transaction के लिए Bitcoin का इस्तेमाल कर सकते हैं, आपको transaction fee कम लगेगा।

Bitcoin में हमारा Account कभी भी block नहीं होता जैसे कभी कभी किसी कारण से bank हमारे credit या debit card को block कर देता है, तो वो समस्या यहाँ नहीं होती।

Bitcoin आज पूरे world में इस्तेमाल किया जाने लगा है। यही इसका एक मुख्य फायदा भी है।

यह पूरी दुनिया में चलने लगा है, और आप इसको पूरे World में इस्तेमाल कर सकते हैं।

Bitcoin का Use आप किसी भी देश में कभी भी कर सकते हैं।

Bitcoins में आप अगर long term के लिए investment करेगें तो आपको इससे काफी Profit हो सकता है।

क्यूंकि ऐसा Record में देखा गया है, की bitcoin की Price जो कि निरंतर बढ़ रहा है।

तो आगे चल कर हो सकता है, आपको इससे बहुत Profit मिले।

Bitcoin का account कभी भी block नहीं होता है।

जैसे कभी-कभी किसी कारण से bank हमारे credit या फिर debit card को block कर देता है, तो Bitcoin में ऐसी कोई System नहीं होती है।

Bitcoin पर Government की भी कोई नजर नही होती है, और यह tax free भी होता है।

यानी कि कोई भी देश की Government इस पर tax नहीं लगा सकती है।

Bitcoin जो कि Use करने में आसान और एकदम secure होता है। इस पर आपकी security ओर personal informations का पूरा ध्यान रखा जाता है।

इन सभी के अलावा भी इस Bitcoin के बहुत से फायदे होते हैं।

इसलिए अगर आप Bitcoin का Use करते हैं तो यह आपके लिए काफी हद तक फायदेमंद होता है, और इसमें किसी भी तरह का Risk बहुत कम रहता है।

Bitcoin को Use करने के नुकसान

Bitcoin के इस्तेमाल में सिर्फ फायदे ही होते हैं। इसके कुछ नुकसान भी होते हैं।

क्या आप जानते हैं Bitcoin को Use करने से कुछ नुकसान के बारे में

इस Bitcoin को Control करने के लिए कोई Government Authority नही है।

इसकी Rate and Price काफी Fluctuate (कम -ज्यादा) करता रहता है। इसलिए कभी-कभी ये Risky भी हो सकता है।

अगर आपका account कभी hack हो जाता है, तो आप अपने सारे bitcoins खो देंगे और इसे वापस भी नहीं लाया जा सकता।

इस Bitcoin में आपकी मदद कोई भी देश की Government नहीं कर पाएगी।

जब आप Online कोई सामन Bitcoin का use करके खरीदेंगे तो हो सकता है कि Seller आपको खराब सामान send कर दे।

तो आप उसे Return करके Bitcoin Refund नही पा सकते है।

बहुत से Online merchant (seller),, payment के लिए Bitcoin को Accept नही करते।

Bitcoin से आप बहुत से online popular Companies और Stores and Shops मिल जायेंगे जहाँ पर आप Bitcoin का use करके products and services को खरीद सकते है।

भारत मे Bitcoin का कोई भी भविष्य नहीं देखने को मिल रहा है। हमारे भारत की सरकार समय-समय पर इस Bitcoin को लेकर चेतावनी देती रहती है।

इसलिए हो सकता है कि Bitcoin भारत में शायद आगे चलकर Baned हो जाये या फिर Bitcoin Buying and Selling बंद हो जाये।

Bitcoin की Price निरंतर कम और ज्यादा होती रहती है। इसलिए इसमें loss होने का खतरा ज्यादा रहता है।

हो सकता है कि आप ज्यादा पैसे में Bitcoin खरीदें ओर फिर इसकी कीमत कम हो जाये। इसलिए इसमें आपको Loss होने की Risk बनी रहती है।

Cryptocurrency: 1.5 करोड़ भारतीय कर रहे हैं Trading; जानिए क्या है इससे जुड़े नफा-नुकसान

पिछले एक साल में क्रिप्टोकरेंसी में होने वाली भारतीय निवेश में 612 फीसद की बढ़ोतरी हुई है।

पिछले साल अप्रैल में एक क्रिप्टोकरेंसी की कीमत 12000 रुपये थी जो अभी 25000 रुपये के स्तर पर है। एक साल में इस प्रकार के रिटर्न को देखते हुए ही भारतीय निवेशकों का रूझान क्रिप्टोकरेंसी को लेकर साफ देखा जा सकता है।

नई दिल्ली, राजीव कुमार। पिछले साल अप्रैल में एक क्रिप्टोकरेंसी की कीमत 12,000 रुपये थी जो अभी 25,000 रुपये के स्तर पर है। एक साल में इस प्रकार के रिटर्न को देखते हुए ही भारतीय निवेशकों का रूझान क्रिप्टोकरेंसी को लेकर साफ देखा जा सकता है। पिछले एक साल में क्रिप्टोकरेंसी में होने वाली भारतीय निवेश में 612 फीसद की बढ़ोतरी हुई है। ब्लाकचेन एनालिटिक्स फर्म चेनएनालिसिस की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल क्रिप्टो बाजार में भारतीयों का निवेश 92.30 करोड़ डालर का था जो एक साल में बढ़कर 6.6 अरब डॉलर हो गया। रिपोर्ट के मुताबिक डेढ़ करोड़ भारतीय फिलहाल क्रिप्टो की ट्रेडिंग करते हैं।

अमेरिका में क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग करने वालों की संख्या 2.3 करोड़ है तो ब्रिटेन में सिर्फ 23 लाख लोग इसमें ट्रेडिंग करते हैं। हालांकि, क्रिप्टोकरेंसी को लेकर सरकार का रुख अब भी पूरी तरह स्पष्ट नहीं है। पिछले दो साल से सरकार के अंदर क्रिप्टोकरेंसी को लेकर ऊहापोह की स्थिति है। पहले सरकार क्रिप्टो को प्रतिबंधित करने के लिए बिल लाना चाहती थी, लेकिन अब क्रिप्टो को नियंत्रित करने की बात चल रही है।

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तीन साल पहले आरबीआइ ने बैंकों के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन पर रोक लगाई थी। हालांकि, इससे सुप्रीम कोर्ट सहमत नहीं था। 19 जून से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र में भी क्रिप्टोकरेंसी से संबंधित बिल लाने का कोई प्रस्ताव नहीं है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी एक कार्यक्रम में इसका संकेत दिया था कि क्रिप्टोकरेंसी को पूरी तरह से प्रतिबंधित नहीं किया जाएगा। जाहिर है सरकार कहीं न कहीं क्रिप्टोकरेंसी को लेकर नए सिरे से कानून लाना चाहती है।

LIC Delhivery AGS Transact ipo gave negative returns in 2022 (Jagran File Photo)

क्या है क्रिप्टोकरेंसी

यह एक तरह की डिजिटल करेंसी है। दुनिया में सैकड़ों तरह की क्रिप्टोकरेंसी हैं। भारत में मुख्य रूप से दस प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार होता है। इसमें बिटकाइन, एथेरियम, डोजे, पोल्काडाट, बिनानसे और ट्रोन नामक क्रिप्टोकरेंसी अधिक प्रचलित हैं। क्रिप्टोकरेंसी की खरीद-फरोख्त पूरी तरह से क्रिप्टो एक्सचेंज पर होती है। भारत में क्रिप्टो कारोबार को संचालित करने के लिए छह प्रमुख एक्सचेंज हैं। इनमें वजीरएक्स, कायनडीसीएक्स, कायनस्वीच कुबेर, यूनोकायन, जेबपे और बाइयूकायन शामिल हैं। क्रिप्टो की खरीदारी के लिए एक्सचेंज पर जाकर आनलाइन एकाउंट खुलवाना होता है, जिसके लिए मात्र 100-200 रुपये का शुल्क लगता है।

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क्या हैं जोखिम

दूसरे देशों की कई कंपनियां क्रिप्टोकरेंसी में भुगतान स्वीकर कर रही हैं, लेकिन इनकी संख्या बहुत ही कम है। अन्य करेंसी की तरह क्रिप्टोकरेंसी कोई वैधानिक करेंसी नहीं है। कोई सरकार इसकी गारंटी नहीं लेती है। शेयर बाजार में जब किसी कंपनी का शेयर खरीदते हैं तो वह कंपनी उस शेयर की गारंटी देती है और एक्सचेंज के नियामक के रूप में सरकारी एजेंसी काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी के मामले में ऐसा कुछ भी नहीं होता है।

Crypto Tokens with the Most Financial Potential in 2023 (Jagran File Photo)

फिर भी है आकर्षण

निवेश विशेषज्ञों के मुताबिक क्रिप्टोकरेंसी पूरी तरह से डिजिटल रूप में है इसलिए नौजवानों को आकर्षित करती है। सोने और प्रापर्टी में निवेश करने के बाद उसकी असलियत को लेकर दुविधा बनी रहती है। ज्वैलर्स नकली सोना भी दे सकता है। क्रिप्टो की असलियत जांचने की जरूरत नहीं है। काफी कम समय में मोटे रिटर्न की उम्मीद होती है। हालांकि विशेषज्ञ इस बात को लेकर भी चिंता जता रहे हैं कि इस साल फरवरी में कुछ क्रिप्टो की कीमत 45,000 रुपये थी जो अभी 25,000 Bitcoin पर काम करने के फायदे और नुकसान रुपये के स्तर पर है। ऐसे में 45,000 वाले क्रिप्टो को खरीदने वाले को फिलहाल घाटा ही है।

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

Crypto Bitcoin पर काम करने के फायदे और नुकसान Trading : क्रिप्टोकरेंसी ट्रेड ब्लॉकचेन तकनीक पर काम करती है और निवेश को सुरक्षित रखने के लिए एन्क्रिप्शन कोड का इस्तेमाल करती है. आप अपने क्रिप्टो टोकन या तो सीधे बायर को बेच सकते हैं या फिर ज्यादा सुरक्षित रहते हुए एक्सचेंज पर ट्रेडिंग कर सकते हैं.

Crypto Trading : कैसे करते हैं क्रिप्टोकरेंसी में निवेश और कैसे होती है इसकी ट्रेडिंग, समझिए

Cryptocurrency Trading : क्रिप्टोकरेंसी में निवेश को लेकर है बहुत से भ्रम. (प्रतीकात्मक तस्वीर)

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एन्क्रिप्शन के जरिए सुरक्षित रहने वाली एक डिजिटल करेंसी है. माइनिंग के जरिए नई करेंसी या टोकन जेनरेट किए जाते हैं. माइनिंग का मतलब उत्कृष्ट कंप्यूटरों पर जटिल गणितीय समीकरणों को हल करने से है. इस प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं और इसी तरह नए क्रिप्टो कॉइन जेनरेट होते हैं. लेकिन जो निवेशक होते हैं, वो पहले से मौजूद कॉइन्स में ही ट्रेडिंग कर सकते हैं. क्रिप्टो मार्केट में उतार-चढ़ाव Bitcoin पर काम करने के फायदे और नुकसान का कोई हिसाब नहीं रहता है. मार्केट अचानक उठता है, अचानक गिरता है, इससे बहुत से लोग लखपति बन चुके हैं, लेकिन बहुतों ने अपना पैसा भी उतनी ही तेजी से डुबोया है.

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अगर आपको क्रिप्टो ट्रेडिंग को लेकर कुछ कंफ्यूजन है कि आखिर यह कैसे काम करता है, तो आप अकेले नहीं हैं. बहुत से लोग यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि वर्चुअल करेंसी में कैसे निवेश करें. हम इस एक्सप्लेनर में यही एक्सप्लेन करने की कोशिश कर रहे हैं कि आप क्रिप्टोकरेंसी में कैसे निवेश कर सकते हैं, और क्या आपको निवेश करना चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी क्या है?

क्रिप्टोकरेंसी क्या है, ये समझने के लिए समझिए कि यह क्या नहीं है. यह हमारा ट्रेडिशनल, सरकारी करेंसी नहीं है, लेकिन इसे लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है. ट्रेडिशनल करेंसी एक सेंट्रलाइज्ड डिस्टिब्यूशन यानी एक बिंदु से वितरित होने वाले सिस्टम पर काम करती है, लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को डिसेंट्रलाइज्ड टेक्नॉलजी, ब्लॉकचेन, के जरिए मेंटेन किया जाता है. इससे इस सिस्टम में काफी पारदर्शिता रहती है, लेकिन एन्क्रिप्शन के चलते एनॉनिमिटी रहती है यानी कि कुछ चीजें गुप्त रहती हैं. क्रिप्टो के समर्थकों का कहना है कि यह वर्चुअल करेंसी निवेशकों को यह ताकत देती है कि आपस में डील करें, न कि ट्रेडिशनल करेंसी की तरह नियमन संस्थाओं के तहत.

क्रिप्टो एक्सचेंज का एक वर्चुअल माध्यम है. इसे प्रॉडक्ट या सर्विस खरीदने के लिए इस्तेमाल में लिया जा सकता है. जो क्रिप्टो ट्रांजैक्शन होते हैं. उन्हें पब्लिक लेज़र यानी बहीखाते में रखा जाता है और क्रिप्टोग्राफी से सिक्योर किया जाता है.

क्रिप्टोकरेंसी की ट्रेडिंग कैसे होती है?

इसके लिए आपको पहले ये जानना होगा कि यह बनता कैसे है. क्रिप्टो जेनरेट करने की प्रक्रिया को माइनिंग कहते हैं. और ये काम बहुत ही उत्कृष्ट कंप्यूटर्स में जटिल क्रिप्टोग्राफिक इक्वेशन्स यानी समीकरणों को हल करके किया जाता है. इसके बदले में यूजर को रिवॉर्ड के रूप में कॉइन मिलती है. इसके बाद इसे उस कॉइन के एक्सचेंज पर बेचा जाता है.

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कौन कर सकता है ट्रेडिंग?

ऐसे लोग जो कंप्यूटर या टेक सैवी नहीं हैं, वो कैसे क्रिप्टो निवेश की दुनिया में प्रवेश कर सकते हैं? ऐसा जरूरी नहीं है कि हर निवेशक क्रिप्टो माइनिंग करता है. अधिकतर निवेशक बाजार में पहले से मौजूद कॉइन्स या टोकन्स में ट्रेडिंग करते हैं. क्रिप्टो इन्वेस्टर बनने के लिए माइनर बनना जरूरी नहीं है. आप असली पैसों से एक्सचेंज पर मौजूद हजारों कॉइन्स और टोकन्स में से कोई भी खरीद सकते हैं. भारत में ऐसे बहुत सारे एक्सचेंज हैं तो कम फीस या कमीशन में ये सुविधा देते हैं. लेकिन यह जानना जरूरी है कि क्रिप्टो में निवेश जोखिम भरा है और मार्केट कभी-कभी जबरदस्त उतार-चढ़ाव देखता है. इसलिए फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स निवेशकों से एक ही बार में बाजार में पूरी तरह घुसने की बजाय रिस्क को झेलने की क्षमता रखने की सलाह देते हैं.

यह समझना भी जरूरी है कि सिक्योर इन्वेस्टमेंट, सेफ इन्वेस्टमेंट नहीं होता है. यानी कि आपका निवेश ब्लॉकचेन में तो सुरक्षित रहेगा लेकिन बाजार में उतार-चढ़ाव का असर इसपर होगा ही होगा, इसलिए निवेशकों को पैसा लगाने से पहले जरूरी रिसर्च करना चाहिए.

क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल क्या है?

यह डिजिटल कॉइन उसी तरह का निवेश है, जैसे हम सोने में निवेश करके इसे स्टोर करके रखते हैं. लेकिन अब कुछ कंपनियां भी अपने प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज़ के लिए क्रिप्टो में पेमेंट को समर्थन दे रही हैं. वहीं, कुछ देश तो इसे कानूनी वैधता देने पर विचार कर रहे हैं.

Cryptocurrency: 30 फीसदी टैक्स के प्रावधान के अमल में आने के बाद, क्या घट रहा क्रिप्टोकरेंसी के प्रति निवेशकों का रुझान?

Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों को एक क्रिप्टोकरेंसी से हुए लाभ को दूसरे क्रिप्टोकरेंसी में हुए नुकसान की भरपाई करने की इजाजत नहीं है.क्रिप्टोकरेंसी को इस प्रावधान से अलग रखा गया है.

By: ABP Live | Updated at : 10 May 2022 12:48 PM (IST)

Cryptocurrency: एक अप्रैल 2022 से शुरु हुए नए वित्त वर्ष से क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) से होने वाली कमाई पर 30 फीसदी टैक्स ( Tax) का प्रावधान लागू हो चुका है. लेकिन निवेशकों की मुश्किल ये है कि क्रिप्टोकरेंसी में हाल के दिनों में बड़ी गिरावट आई है. अगर आपने एक साल पहले एक लाख रुपये बिट्कॉइन में लगाया हुआ होता तो उसका वैल्यू घटकर आज की तारीख में 56,000 रुपये केवल रह गया है. निवेशकों को 44,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है. लेकिन उनकी मुश्किल ये है कि दूसरे इनकम के सोर्स से इस नुकसान की भरपाई नहीं की जा सकती है.

क्रिप्टो नुकसान के बावजूद देना होगा TDS
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने क्रिप्टोकरेंसी पर 30 फीसदी कैपिटल गेस टैक्स ( Capital Gain Tax) लगाने का ऐलान किया था. लेकिन आपको बता दें जो निवेशक क्रिप्टोकरेंसी को मुनाफे में नहीं भी बेचते हैं उन्हें भी टैक्स चुकाना होगा. ऐसे क्रिप्टो में निवेश करने वाले Bitcoin पर काम करने के फायदे और नुकसान निवेशकों को एक फीसदी टीडीएस का भुगतान करना होगा जिससे सरकार क्रिप्टोकरेंसी में लेन-देन करने वालों के ठौर ठिकानों का पता लगा सके. क्रिप्टो को लाभ में बेचने पर 30 प्रतिशत का टैक्स देना होगा. लेकिन लाभ में नहीं बेचने पर भी एक प्रतिशत का टीडीएस देना होगा जिससे ये पता चलेगा कि कहां-कहां क्रिप्टो का लेनदेन हुआ है. क्रिप्टोकरेंसी पर एक फीसदी टीडीएस लगाये जाने का प्रावधान एक जुलाई 2022 से लागू होने जा रहा है.

क्रिप्टो में लॉस को एडस्ट करने का प्रावधान नहीं
क्रिप्टोकरेंसी निवेशकों को एक क्रिप्टोकरेंसी से हुए लाभ को दूसरे क्रिप्टोकरेंसी में हुए नुकसान की भरपाई करने की इजाजत नहीं है. उदाहरण के जरिए आपको समझाते हैं मान लिजिए किसी निवेशक ने बिट्कॉइन और एथेरियम दोनों क्रिप्टोकरेंसी में निवेश किया है. और उसे बिट्कॉइन में निवेश से 1 लाख रुपये का फायदा होता है और एथेरियम में निवेश से 1 लाख का नुकसान होता है तो भी निवेशक को 1 लाख रुपये पर 30 फीसदी के दर से टैक्स का भुगतान करना होगा. दरअसल प्रॉपर्टी, शेयरों में निवेश से होने वाले प्रॉफिट लॉस को एडस्ट करने का प्रावधान है. लेकिन क्रिप्टोकरेंसी को इस प्रावधान से अलग रखा गया है. सरकार ने साफतौर पर कहा है कि इनकम टैक्स 1961 की प्रस्तावित धारा 115BBH के प्रावधानों के अनुसार, वीडीए (वर्चुअल डिजिटल एसेट्स) के हस्तांतरण से होने वाले नुकसान को दूसरे वीडीए के हस्तांतरण से उत्पन्न आय के खिलाफ सेट-ऑफ करने की अनुमति नहीं दी जाएगी. धारा 115BBH इनकम टैक्स एक्ट में एक नया प्रस्तावित खंड है जो क्रिप्टोकरेंसी जैसे वर्चुअल डिजिटल एसेट्स से होने वाले लाभ को परिभाषित करता है.

क्रिप्टो को लेकर घट रहा निवेशकों का उत्साह
एक तरफ क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले निवेशकों को नुकसान हो रहा. इसके बावजूद टैक्स का भार उन पर आ रहा है. जिससे अप्रैल से 30 फीसदी टैक्स का प्रावधान अमल में आने के बाद से क्रिप्टो में निवेश करने को लेकर निवेशकों के उत्साह में कमी आई है. क्रिप्टो के निवेशक अब रोजाना ट्रेंडिंग से पहेज कर लंबी अवधि के लिए निवेश कर रहे हैं. इससे देसी क्रिप्टो एक्सचेंज के वॉल्यूम और रेवेन्यू में गिरावट आई है. निवेशक अब गेमिंग और मेटावर्स से जुड़े क्रिप्टोकॉइन्स में निवेश की संभावना तलाश रहे हैं.

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Published at : 10 May 2022 12:48 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin income tax Income Tax Laws cryptocurrency news Tax on Cryptocurrency TDS On Cryptocurrency हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi

Bitcoin-Ether नुकसान में, स्‍टेबलकॉइंस ने कमाया मुनाफा, जानें कैसा है क्रिप्‍टो मार्केट का हाल

अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंजों पर बिटकॉइन ने थोड़ी बड़ी गिरावट दर्ज की. यह 24,088 डॉलर (लगभग 19 लाख रुपये) पर कारोबार कर रहा था.

Bitcoin-Ether नुकसान में, स्‍टेबलकॉइंस ने कमाया मुनाफा, जानें कैसा है क्रिप्‍टो मार्केट का हाल

3.88 फीसदी के नुकसान के साथ ETH की कीमत वर्तमान में 2,055 डॉलर (लगभग 1.63 लाख रुपये) है.

खास बातें

  • शीबा इनु, पॉलीगॉन, यूनिस्वैप, लाइटकॉइन, चेनलिंक को भी नुकसान
  • बिनेंस USD, USD कॉइन और टीथर ने कमाया थोड़ा मुनाफा
  • डॉजकॉइन, बिनेंस कॉइन और रिपल भी फायदे में

क्रिप्‍टोकरेंसी (Cryptocurrency) की कीमतों में अस्थिरता का दौर जारी है. दुनिया की सबसे पॉपुलर क्रिप्‍टोकरेंसी बिटकॉइन (Bitcoin) ने मंगलवार को 1.37 फीसदी की गिरावट के साथ कारोबार शुरू किया. भारतीय एक्सचेंज कॉइनस्विच कुबेर के अनुसार बिटकॉइन की कीमत 25,837 डॉलर (लगभग 20 लाख रुपये) है. अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंजों पर बिटकॉइन ने थोड़ी बड़ी गिरावट दर्ज की. Binance और CoinMarketCap के अनुसार 3.31 फीसदी की गिरावट के साथ बिटकॉइन 24,088 डॉलर (लगभग 19 लाख रुपये) पर कारोबार कर रहा था.

दुनिया की दूसरी सबसे पॉपुलर क्रिप्‍टोकरेंसी ईथर (Ether) भी बिटकॉइन की राह पर चलती हुई दिखाई दी. गैजेट्स 360 के क्रिप्टो प्राइस ट्रैकर के अनुसार, 3.88 फीसदी के नुकसान के साथ ETH की कीमत वर्तमान में 2,055 डॉलर (लगभग 1.63 लाख रुपये) है.

शीबा इनु, पॉलीगॉन, यूनिस्वैप, लाइटकॉइन, चेनलिंक और कॉसमॉस को भी नुकसान हुआ है. हालांकि बिनेंस USD, USD कॉइन और टीथर जैसे स्‍टेबलकॉइन थोड़ा मुनाफा देखने में कामयाब रहे हैं. डॉजकॉइन, बिनेंस कॉइन और रिपल को भी मामूली फायदा हुआ है. CoinMarketCap के अनुसार, ग्‍लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप वर्तमान में 1.14 ट्रिलियन डॉलर है, जो पिछले दिन की तुलना में 3.30 फीसदी कम है.

सोमवार को देश ने 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाया, क्रिप्टो कम्‍युनिटी के अंदरुनी सूत्रों ने सरकार और देश के लोगों से क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दिमाग खुला रखने का अनुरोध किया. गैजेट्स 360 से बात करते हुए Unocoin के पूर्व मुख्य वैज्ञानिक और क्रिप्टो-फोकस्ड फिनटेक फर्म GoSats के मौजूदा प्रमुख रोशन मोहम्मद ने कहा कि वह देश में सकारात्मक नियमों का मसौदा तैयार करने के लिए नियामकों में विश्वास करते हैं.

गौरतलब है कि पिछले कुछ वर्षों में क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार तेजी से बढ़ा है. भारत में पिछले वर्ष सात प्रतिशत से अधिक लोगों के पास क्रिप्टोकरेंसी के तौर पर डिजिटल करेंसी थी. संयुक्त राष्ट्र की ट्रेड से जुड़ी संस्था UNCTAD के अनुसार कोरोना महामारी के दौरान विकासशील देशों सहित दुनिया भर में क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल बढ़ा है. हालांकि, इस सेगमेंट में टैक्स की चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी समस्याएं भी हैं.

बीते दिनों UNCTAD ने पिछले वर्ष डिजिटल करेंसीज रखने वाले टॉप 20 देशों का डेटा जारी किया है. इसमें यूक्रेन पहले स्थान पर है. यूक्रेन की लगभग 12.7 प्रतिशत जनसंख्या के पास डिजिटल करेंसी थी. भारत इस लिस्ट में सातवें पायदान पर है. हालांकि, UNCTAD का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसीज एक अस्थिर फाइनेंशियल एसेट है और इससे सामाजिक जोखिमों के साथ ही वित्तीय नुकसान भी हो सकता है.

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