जहां डीमैट अकाउंट आपके शेयर या को डिमैटिरियलाइज्ड तरीके से सुरक्षित रखने वाला खाता होता है, वहीं दूसरी ओर, ट्रेडिंग अकाउंट आपके बैंक खाते और डीमैट खाते के बीच की कड़ी होती है। डीमैट अकाउंट में शेयरों को सुरक्षित रखा जाता है। इसमें कोई लेन-देन नहीं किया जाता है। ट्रेडिंग अकाउंट शेयरों की खरीद-फरोख्त के लिए इस्तेमाल होता है। डीमैट अकाउंट पर निवेशकों को सालाना कुछ चार्ज देना होता है। पर ट्रेडिंग अकाउंट आमतौर पर फ्री होता है, हालांकि यह इस बात पर निर्भर करता है कि सेवा प्रदाता कंपनी आपसे चार्ज वसूलेगी या नहीं।
Demat account: क्या होता है डीमैट खाता, क्या हैं इसके फायदे, जानें इसे खुलवाने की प्रक्रिया
By: एबीपी न्यूज़ | Updated at : 26 Nov 2020 10:डीमैट खाता क्या है? 42 PM (IST)
- डीमैट खाता इलेक्ट्रॉनिक रूप में कैश की जगह स्टॉक डीमैट खाता क्या है? से जुड़ा है.
- डीमैट खाता अपने ऑपरेटिव फंक्शन के लिए डीमैटरियलाइजेशन के सिद्धांत का इस्तेमाल करता है.
- डीमैटरियलाइजेशन में फिजिकल शेयर सर्टिफिकेट इलेक्ट्रॉनिक रूप में डीमैट खाता क्या है? बदल हो जाते हैं.
- डीमैट खाता निवेशक के सभी शेयरों को एकत्रित करने के लिए तकनीक का उपयोग करता है.
- पसंदीदा डिपॉजिटरी पार्टिसिपंट (ब्रोकर) की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
- सरल लीड फॉर्म भरें, जिसमें अपना नाम, फोन नंबर और निवास स्थान की जानकारी दें.
- इसके बाद आपको रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी मिलेगा.
- अगले फॉर्म को पाने के लिए ओटीपी दर्ज करें. अपने केवाईसी डिटेल्स जैसे जन्म तिथि, पैन कार्ड डिटेल्स, कॉन्टेक्ट डिटेल्स, बैंक अकाउंट डिटेल्स आदि भरें.
- आपका डीमैट अकाउंट अब खुल गया है. आपको अपने ईमेल और मोबाइल पर डीमैट अकाउंट नंबर जैसे डिटेल्स मिल जाएंगे.
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Demat account meaning in Hindi | डीमैट खाता क्या है ?
तो जल्दी करिए और यहा से जानिए free मे कैसे खुलवाए अपना Demat और Trading Account.
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शेयर खरीदने के लिए जरूरी है डीमैट खाता, जानिए कितनी तरह के होते हैं Demat Account
Demat Account: शेयर बाजार में ट्रेडिंग के लिए 3 तरह के डीमैट अकाउंट होते हैं. निवेशकों की प्रोफाइल के हिसाब से इन्हें तैयार किया जाता है. इसकी पूरी देख आपकी ब्रोकिंग फर्म करती है.
शेयर बाजार में एंट्री करने वाले निवेशकों के लिए रेगुलर डीमैट अकाउंट किया जाता है.
Demat Account: शेयर ट्रेडिंग (Share trading) के लिए डीमैट अकाउंट (Demat account) भी होगा. निवेश के लिए डीमैट खाता सबसे आम और अनिवार्य बात है. बिल्कुल बैंक अकाउंट की तरह (जहां पैसे सेफ रखे जाते हैं) डीमैट अकाउंट में भी आपके शेयर इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में रखे जाते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि भारतीय शेयर बाजारों में निवेश के लिए कुल कितने तरह के Demat account होते हैं?
रेगुलर डीमैट खाता (Regular Demat account)
शेयर बाजार में एंट्री करने वाले निवेशकों के लिए रेगुलर डीमैट अकाउंट किया जाता है. भारतीय निवेशक और ट्रेडर्स देश में ही रहते हैं और यहीं के शेयर बाजार में निवेश करते हैं. आप ये रेगुलर डीमैट खाता (Demat Account) किसी भी डिपॉजिट्री-CDSL या NSDL पर रजिस्टर्ड ब्रोकर के पास खुलवा सकते हैं. खाते से इलेक्ट्रॉनिकली शेयरों में निवेश और ट्रेड किया जाता है.
रिपाट्राइबल डीमैट अकाउंट्स नॉन-रेजिडेंट इंडियन्स (NRIs) के लिए होते हैं. इसके जरिए NRIs भारतीय शेयर बाजार में निवेश करते हैं. ट्रेडर्स और निवेशक इस अकाउंट के जरिए विदेश में फंड ट्रांसफर भी कर सकते हैं. लेकिन, फंड ट्रांसफर के लिए निवेशकों के पास NRE बैंक खाता भी होना चाहिए. इस खाते में ज्वाइंट होल्डर भी शामिल कर सकते हैं, जिन्हें भारतीय नागरिक होना चाहिए. हालांकि, वे कहां रह रहे हैं उस पर कोई पाबंदी नहीं है. इस डीमैट खाते में भी नॉमिनेशन सुविधा होती है.
Demat vs Trading Account: डीमैट व ट्रेडिंग अकाउंट में क्या अंतर होता है? दोनों के क्या इस्तेमाल हैं?
शेयर बाजार में निवेश करने वालों ने डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बारे में बहुत सुनते हैं, पर अधिकांश लोगों को इन दोनों खातों के बीच का अंतर नहीं पता होता है। आइए आसान भाषा में जानते हैं डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट के बीच क्या-क्या अंतर होता है?
बता दें कि इक्विटी मार्केट में निवेश के लिए किसी भी व्यक्ति के पास डीमैट अकाउंट का होना सबसे पहली शर्त है। डीमैट अकाउंट के साथ एक और खाता अटैच होता है जिसे ट्रेडिंग अकाउंट कहते हैं। जरूरत के आधार पर दोनों निवेशक दोनों का अलग-अलग इस्तेमाल करते हैं। डीमैट और ट्रेडिंग अकाउंट दोनों अलग-अलग तरह के खाते होते हैं। डीमैट अकाउंट वह अकाउंट होता है जिसमें आप अपने असेट या इक्विटी शेयर रख सकते हैं। वहीं दूसरी ओर ट्रेडिंग अकाउंट वह खाता होता है जिसका इस्तेमाल करतेह हुए आप इक्विटी शेयरों में लेनदेन करते हैं।
डीमैट खाता क्या होता है | डीमैट अकाउंट की परिभाषा
कोई भी व्यापार डीमैट खाता क्या है? जिसमें पैसा लगाया जाता है, मूल्य में वृद्धि होती है; फिर भी, इस व्यापार में सबसे जोखिम भरा व्यवसाय शेयर बाजार है। इसमें कॉर्पोरेशन के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। शेयर बाजार में पैसा लगाने के लिए आपको डीमैट अकाउंट की जरूरत होती है। आप केवल डीमैट खाते का उपयोग करके खातों के बीच शेयरों को स्थानांतरित कर सकते हैं। डीमैट खातों के महत्व और उनके मूल्य को देखते हुए, यह समझना महत्वपूर्ण है कि वे क्या हैं और आज वे कैसे काम करते हैं। मैं अब इसके बारे में और गहराई से बता रहे है |
डीमैट खाता: यह क्या है?
शेयरों को बेचने और खरीदने के लिए एक डीमैट खाते की आवश्यकता होती है, जैसे एक खाते से दूसरे खाते में धन स्थानांतरित करने के लिए बैंक खाते की आवश्यकता होती है।
एक डीमैट डीमैट खाता क्या है? खाते में, शेयरों का आदान-प्रदान डिजिटल रूप से किया जाता है। फिर, यदि किसी शेयर की कीमत कम होती है, तो हम शेयर की बिक्री पर लाभ कमाने पर और नुकसान को रोकने के लिए इसे डीमैट खाते के माध्यम से बेचते हैं। जिसमे स्टॉक बेचा जाता है।
तो संक्षेप में, हम दावा कर सकते हैं कि शेयर बाजार में निवेश करने का एकमात्र तरीका डीमैट खाते के माध्यम से है।
डीमैट खाता कैसे काम करता है?
ब्रोकर शेयर को आपके डीमैट खाते में जमा कर देता है, जो आपके होल्डिंग डेटा में दिखाई देता है, जब आप डीमैट खाते का उपयोग करके शेयर खरीदते हैं। यदि आप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का उपयोग करके शेयर बाजार में निवेश करते हैं तो आप अपनी संपत्ति ऑनलाइन देख सकते हैं। ट्रेडिंग दिन और दो दिनों के बाद, T+2 पर, ब्रोकर शेयरों को आपके डीमैट खाते में जमा कर देता है।
यदि आप ऐसा करना डीमैट खाता क्या है? चाहते हैं तो आपको अपने शेयर बेचने के लिए अपने ब्रोकर को निर्देश देना होगा, और आपको निर्देशों में बेचे जा रहे स्टॉक की बारीकियों को शामिल करना होगा। आपके द्वारा बेचे जाने वाले शेयरों के लिए आपका खाता डेबिट कर दिया गया है, और आपको पैसे का भुगतान करना होगा। यदि आप शेयर बाजार में ऑनलाइन भुगतान करते हैं तो राशि का डेबिट और क्रेडिट अपने आप आपके खाते में दिखाया जाता है।
डीमैट खाते से लाभ
डीमैट खाते के साथ, आप शेयरों को भौतिक रूप से रखने के बजाय केवल डिजिटल रूप से रख सकते हैं।
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