अहमदाबाद। जेनेरिक दवाओं के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करने, जेनेरिक दवाओं तक लोगों की पहुंच को बढ़ाने के साथ लोगों को उन्हें खरीदने और आजमाने में मदद करने के लिए भारत में जेनेरिक दवाओं के प्रमुख ओमनी-चैनल रिटेलर मेडकार्ट ने अब अपना डिजिटल प्लेटफॉर्म दो अतिरिक्त भाषाओं: हिंदी और गुजराती में लॉन्च किया है।
राष्ट्रीय डेटा और वैश्लेषिकी मंच
नीति आयोग डेटा-संचालित निर्णय लेने और अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए, उपयोगकर्ता के अनुकूल प्रारूप में सरकारी डेटा प्रदान करने के लिए मई 2022 में एक ‘राष्ट्रीय डेटा और वैश्लेषिकी मंच’ (National Data and Analytics Platform: NADP) लॉन्च करने की योजना बना रहा है।
महत्वपूर्ण तथ्य: 2020 में परिकल्पित इस प्लेटफॉर्म का उद्देश्य सरकारी स्रोतों के माध्यम से आंकड़े एकत्रित करने को मानकीकृत करना और उदार विश्लेषण प्रदान करना है।
निम्नलिखित में से कौन सा इन्वेंटरी नियंत्रण विश्लेषण नहीं है?
The Uttar Pradesh Rajya Vidyut Utpadan Nigam Limited (UPRVUNL) has released the UPRVUNL AE Results for the CBT stage of the exam. The CBT exam was conducted from 16th Jul to 17th Jul 2022. The selection process of the AE depends on two rounds - Computer Based Test (CBT) and Interview & Document Verification. The selected candidates will get a उपलब्ध प्लेटफार्मों का विश्लेषण decent salary range between Rs. 56,100 to Rs. 177,500.
म.प्र. रोजगार पोर्टल
वर्तमान में राज्य मे कुल 53 रोजगार कार्यालय कार्यरत है। इनमें से 51 जिला रोजगार कार्यालय है। एक रोजगार कार्यालय अपंगों के लिये जबलपुर मे संचालित उपलब्ध प्लेटफार्मों का विश्लेषण है। एक कोचिंग कम गाईडेन्स सेन्टर (एससी/एसटी) उज्जैन में स्थापित है। रोजगार संचालनालय भोपाल में स्थित है एवं संचालनालय का विस्तार पटल जबलपुर में स्थित है।
रोजगार पोर्टल
रोजगार पोर्टल के माध्यम से रोजगार चाहने वाले आवेदकों का रोजगार सहायता के लिये पंजीयन एवं नवीनीकरण किया जाता है। रोजगार पोर्टल को इस प्रकार विकसित किया गया है ताकि वांछित मानदंडों के तहत या नियोक्ताओं की मांग के अनुसार कॉमन प्लेटफार्म के माध्यम से नौकरी चाहने वाले आवेदकों और नियोक्ताओं की सहायता कर सकें। यह पोर्टल कैरियर मार्गदर्शन और व्यावसायिक मार्गदर्शन में भी मदद करेगा।
रोजगार मेला
निजी क्षेत्र के नियोक्ताओं के लिए जॉब फेयर का उपलब्ध प्लेटफार्मों का विश्लेषण भी आयोजन किया जा रहा है ताकि अधिक से अधिक जॉब सीकर्स को रोजगार दिया जा सके ।
व्यवसायिक मार्गदर्शन कार्यक्रम
इस उपलब्ध प्लेटफार्मों का विश्लेषण कार्यक्रम का मुख्य उददेश्य रोजगार कार्यालयों में पंजीयन के लिये आने वाले/ पंजीकृत बैरोजगार युवकों के साथ-साथ स्कूल, महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों के विभिन्न कॅरियर विकल्पों के लिये काउंसिलिंग करना तथा व्यवसायिक मार्गदशन देना है। व्यसायिक मार्गदर्शन एवं कॅरियर काउंसिलिंग में छात्रों/ बेरोजगारों की शैक्षणिक योग्यता मानसिक स्तर, रूचि, अभिरूचि एवं उपलब्ध रोजगार अवसरों पर विचार किया जाता है।
व्यवसायिक मार्गदर्शन कार्यक्रम नि:शुल्क, स्वैच्छिक एवं रोजगार कार्यालय में पंजीयन कराने वाले/ पंजीकृत स्कूल, कालेज, विश्वविद्यालय / छात्रों सभी के लिये उपलब्ध है।
रोजगार बाजार सूचना कार्यक्रम –
इस कार्यक्रम के अन्तर्गत राज्य में त्रैमासिक अवधि के लिये रोजगार संभावनाओं का अध्ययन किया जाता है। रोजगार से संबंधित आंकडों को संग्रहण विश्लेषण के पश्चात रोजगार महानिदेशालय श्रम मंत्रालय नई दिल्ली एवं राज्य आयोजना बोर्ड को भेजा जाता है इस प्रकार संग्रहित आंकडे जनशक्ति योजनायें बनाने में उपयोगी होते है।
जेनेरिक दवाएं खोजने और खरीदने के लिए मेडकार्ट का डिजिटल प्लेटफॉर्म अब हिंदी और गुजराती में भी उपलब्ध
अहमदाबाद। जेनेरिक दवाओं के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरूक करने, जेनेरिक दवाओं तक लोगों की पहुंच को बढ़ाने के साथ लोगों को उन्हें खरीदने और आजमाने में मदद करने के लिए भारत में जेनेरिक दवाओं के प्रमुख ओमनी-चैनल रिटेलर मेडकार्ट ने अब अपना डिजिटल प्लेटफॉर्म दो अतिरिक्त भाषाओं: हिंदी और गुजराती में लॉन्च किया है।
बता दें इससे पहले इस साल, मेडकार्ट ने दो ऑनलाइन प्लेटफॉर्म लॉन्च किए थें, जिनमें से एक पोर्टल और एक एंड्रॉइड-सपोर्टेड मोबाइल एप्लिकेशन थीं। ये दोनों ऑनलाइन प्लेटफार्म कस्टमर को जेनेरिक दवाओं को खोजने, उनके बारे में जानने और उन्हें खरीदने में भी मदद करते हैं। अब इन प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद सारा कंटेंट अंग्रेजी के साथ-साथ हिंदी और गुजराती में भी उपलब्ध होगा, जिससे कस्टमर को जेनेरिक दवाओं के बारें में जानने आसानी होगी।
यह प्लेटफॉर्म इस्तेमाल करने में बहुत आसान है और कस्टमर को उनकी स्थानीय भाषा में जानकारी प्रदान करता हैं। यह उन्हें 4,000 से ज्यादा ड्रग मॉलिक्यूल में से सबसे किफायती ऑप्शन को चुनने का मौका देता हैं। मेडकार्ट अपने दोनों प्लेटफार्म पर बार-बार पूछे जाने वाले प्रश्नों (FAQs) के वीडियो को हिंदी और गुजराती में ट्रांसलेट करने पर भी काम कर रहा है।
मेडकार्ट के को-फाउंडर, अंकुर अग्रवाल ने क्षेत्रीय भाषाओं में कंटेंट की पेश करने की पहल के बारे में कहा, “अंग्रेजी पूरी दुनिया की कॉमन भाषा है और किसी भी प्लेटफार्म को व्यापक पहुंच हासिल करने में मदद करती है, लेकिन यदि आप ग्रामीण इलाकों के लिए काम करना चाहते हैं तो स्थानीय भाषाओं का कोई विकल्प नहीं है। उपलब्ध प्लेटफार्मों का विश्लेषण मेडकार्ट में हम समझ चुके हैं कि जेनेरिक दवाओं को स्वीकार करने में सबसे बड़ी चुनौती जागरूकता की कमी है। इसलिए, हमने जेनेरिक के बारे में जागरूकता फैलाने और इससे जुड़ी भ्रांतियों को दूर करने की जिम्मेदारी अपने अपने ऊपर ले ली है। यहां तक कि अगर आप हमारी वेबसाइट पर कंटेंट को देखेंगे, तो यह प्रमुख रूप से जेनेरिक दवाओं की गुणवत्ता और उनके महत्व को समझाने के लिए ही है।”
मेडकार्ट की इनसाइट के अनुसार, कम से कम 90% ग्राहक जो जेनेरिक दवाओं के बारे में जानते हैं और उनके प्रति रुचि रखते हैं, वे जेनेरिक दवाओं को अपनाते हैं। दूसरी ओर, 40% वॉक-इन ग्राहक जिन्हें जेनेरिक दवाओं के बारे में जानकारी दी जाती है, वे बाद में उन्हें अपना लेते हैं।
अंकुर अग्रवाल ने आगे कहा कि “इसलिए, जेनेरिक दवाओं के प्रति जागरूकता पैदा करने से मेडकार्ट को ग्राहकों के दवा के बिलों को कम करने में निश्चित रूप से मदद मिलेगी। एक ओमनी-चैनल फार्मेसी होने के नाते मेडकार्ट पूरे भारत में गुणवत्तापूर्ण जेनेरिक दवाएं वितरित करता है। हालांकि, हमारा अधिकांश व्यवसाय गुजरात और अन्य हिंदी भाषी राज्यों से आता है। इसलिए, जब हमने क्षेत्रीय भाषाओँ में जेनेरिक दवाइयों की जानकारी उपलब्ध करवाने का निर्णय लिया तो इन्हीं दोनों भाषाओँ से शुरुआत की। हम क्षेत्रीय भाषाओं में हमारे मंच को मिले फीडबैक का विश्लेषण करेंगे और फिर आगे की योजना बनाएंगे।”
जेनेरिक दवाओं के लिए मेडकार्ट के दो प्लेटफार्म का उद्देश्य केवल जेनेरिक दवाओं की बिक्री करना नहीं है, बल्कि वे उपभोक्ता को यह समझने में भी मदद करते हैं कि जेनेरिक क्या हैं, उनके लिए डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाओं के जेनेरिक विकल्प की खोज करने और यहां तक कि डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाओं और जेनेरिक दवाओं की कीमतों की तुलना कर उन्हें बेहतर निर्णय लेने में मदद करते हैं। ओमनी-चैनल रिटेलर मेडकार्ट के पश्चिमी भारत में 100 से ज्यादा रिटेल आउटलेट सफलतापूर्वक चल रहे हैं, और प्लेटफ़ॉर्म के साथ-साथ मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए भी इसके रिटेल बिजनेस विस्तार हो रहा हैं। मेडकार्ट अपने ग्राहकों को डब्ल्यूएचओ-जीएमपी प्रमाणित जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के बारे में पूरी जानकारी रखता है, जो कि लगभग 99.9% थेरेपी को कवर करते हैं।
अपनी यात्रा को आगे बढ़ाते हुए, मेडकार्ट ई-कॉमर्स अपनी डिजिटल प्रजेंस को उपलब्ध प्लेटफार्मों का विश्लेषण मजबूत कर उसका प्रमुख भारतीय शहरों तक विस्तार करेगी। ये प्लेटफॉर्म सभी प्रमुख मेट्रो शहरों में एक ही दिन और अन्य भारतीय शहरों के लिए तीन से पांच दिनों के गैप में गुणवत्तापूर्ण, सस्ती जेनेरिक दवाएं डिलीवरी करने में मदद करेंगे।
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प्लेटफार्म तथा ट्रेनों में व रेल परिसर में दिव्यांग फ्रेंडली सुविधाओं के लिए निरन्तर प्रयासरत
बिलासपुर/रायपुर। रेल यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा एवं संरक्षित रेल परिचालन दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की सर्वोच्च प्राथमिकता है । दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने बेहतर यात्री सुविधाओं के लिए निरन्तर कार्यरत है । सभी स्टेशनों पर मापदंड के अनुसार अधिक से अधिक यात्री सुविधाएँ प्रदान की जा रही है । दिव्याङ्गजनों के प्रति अपने सामाजिक दायित्व तथा कल्याण को सुनिश्चित करने के लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेल्वे द्वारा दिव्याङ्ग यात्रियों की सुविधा के लिए स्टेशनों एवं ट्रेनों में अनेक दिव्याङ्ग फ्रेंडली यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है । दिव्याङ्ग यात्री बिना किसी अन्य के सहयोग के अपनी जरूरतों के सभी काम आत्मनिर्भरता पूर्वक स्वयं कर सके इसके लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के सभी 318 स्टेशनों में दिव्याङ्गजनों की सुविधा के लिए दिव्याङ्ग फ्रेंडली यात्री सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है । स्टेशनों एवं ट्रेनों में दिव्याङ्गजनों को मिलने वाली यात्री सुविधाओं की वजह से दिव्याङ्ग रेल यात्रियों की संख्या मे भी दिन प्रतिदिन बढ़ोत्तरी हो रही है ।
• स्टेशनों एवं प्लेटफार्म पर प्रवेश के लिए विशेष रूप से रैंप तैयार किए गए है जिसकी सहायता से दिव्याङ्ग यात्रीगण आसानी से प्लेटफ़ॉर्म मे प्रवेश कर सकते है । दिव्यांगों को स्टेशन प्लेटफार्म में प्रवेश उपलब्ध प्लेटफार्मों का विश्लेषण की सुविधा के लिए 78 स्टेशनों पर रैंप की सुविधा दी गई है । एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफार्म पर आसानी से पहुँचने के लिए 7 स्टेशनों बिलासपुर, अकलतरा, सक्ति, दुर्ग, गोंदिया, डोंगरगढ़ और छिंदवाड़ा में फुट ओवर ब्रिज के साथ रैम्प की सुविधा दी गई है । साथ ही टिकट काउंटरों पर भी रैम्प की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जिससे दिव्याङ्ग यात्रीगण आसानी से टिकट ले सकें ।
• बिना किसी की मदद के बगैर दिव्याङ्ग यात्री आसानी से एक प्लेटफार्म से दूसरे प्लेटफार्म पर पहुँच सके इसके लिए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 5 स्टेशनों पर 12 एस्केलेटर एवं उपलब्ध प्लेटफार्मों का विश्लेषण 9 स्टेशनों पर 22 लिफ्ट की सुविधा उपलब्ध कराई गई है । इसके साथ ही 5 स्टेशनों पआर 12 एस्केलेटर एवं 10 स्टेशनों पर 17 लिफ्ट के कार्य स्वीकृत किए गए हैं ।
• पोर्टेबल रैम्प : दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 19 प्रमुख स्टेशनों पर "दिव्यांग" यात्रियों को ट्रेन में प्रवेश करने की सुविधा के लिए पोर्टेबल रैंप की सुविधा उपलब्ध कराई गई है ।
• दिव्यांग फ्रेंडली शौचालय: दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 203 स्टेशनों पर "दिव्यांगों" के लिए शौचालय की सुविधा उपलब्ध है ।
• ट्रेनों में दिव्याङ्गजन के लिए एक अलग कोच की सुविधा प्रदान की गई है । इन कोचों में चौड़े प्रवेशद्वार, चौड़े बर्थ, विशेष शौचालय एवं उसमें व्हील चेयर के लिए निर्धारित स्थान, अतिरिक्त ग्रैब रेल आदि सुविधाएं उपलब्ध है । नए एलएचबी कोचों में अंतिम कोचों को एलएसएलआरडी कोचों को डिजाइन किया गया है, जो कि दिव्याङ्ग अनुकूल कोच है ।
• टेक्टाइल मैप : दृष्टी बाधित यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 20 स्टेशनों पर "दिव्यांग" यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए दिशानिर्देशों के लिए टेक्टाइल मैप की सुविधा प्रदान की गई है । इसमें ब्रेल लिपि में मेटल के विशेष प्रकार से बने स्टीकर लगाये गए है जिनको छूकर दृष्टी बाधित यात्री रेलवे से संबन्धित नियमों, सूचनाओं, सुविधाओं की जानकारी को हाथ से छूकर समझ सकते है । अभी हाल ही में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी द्वारा शुभारंभ की गई बिलासपुर-नागपुर वंदेभारत एक्सप्रेस में प्रत्येक सीट के हैंडल में ब्रेल लिपि नंबर लिखे हुए है । इसके साथ ही इस ट्रेन में दिव्यांग फ्रेंडली शौचालय की सुविधा उपलब्ध कराई गई है
• रेलवे स्टेशनों पर यात्री सुविधा, सूचना, जानकारी एवं घोषणाओं को दृष्टी दिव्यांग यात्रियों की सुविधा के लिए हर आने-जाने वाले गाड़ी की सूचना, कोचो की स्थिती, एवं प्लेटफाम नंबर आदि को लगातार लाउड स्पीकरों द्वारा उद्दघोषणा की जाती है ।
• श्रव्य दिव्यांग यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए हर आने-जाने वाले गाड़ी की उपलब्ध प्लेटफार्मों का विश्लेषण सूचना, कोचो की स्थिति एवं प्लेटफार्म नंबर, कोचो के सीक्वेंस सभी जानकारियां, ट्रेनों के समय आदि का एलईडी ट्रेन डिस्प्ले बोर्ड, कोच इंडिकेशन बोर्ड, द्वारा डिस्प्ले की जाती है ।
• दिव्याङ्गो को स्टेशनों पर शीतल पेयजल प्राप्त करने के लिए अलग से विशेष ड्रिंकिंग वाटर काउंटर भी मुहैया कराई गई है ।
• दिव्याङ्गो, वरिष्ठ नागरिकों की सुविधा के लिए दक्षिण पूर्व उपलब्ध प्लेटफार्मों का विश्लेषण मध्य रेलवे के 8 स्टेशनों बिलासपुर, रायपुर, दुर्ग, रायगढ़, गोंदिया, राजनांदगांव, डोंगरगढ़ एवं इतवारी में बैटरी आपरेटेड कार की सुविधा उपलब्ध कराई गई है ।
• दिव्याङ्गो की सुविधा को ध्यान मे रखते हुए 202 स्टेशनों पर व्हील चेयर एवं स्ट्रेचर आदि की भी व्यवस्था स्टेशनों पर निःशुल्क दी गई है ।
• फीडबैक के लिए पब्लिक ग्रीवान्स पोर्टल, रेल मदद, हेल्पलाइन नं139 से सुझाव/प्रतिक्रिया प्राप्त होती है । प्राप्त फीडबैक के आधार पर, जहां भी आवश्यक और व्यवहार्य पाया गया, उपचारात्मक कार्रवाई की जाती है ।
इस प्रकार दिव्याङ्ग रेल यात्री स्वयं बिना किसी के आश्रय के बिना या मदद के बिना रेल यात्रा के दौरान अपनी कठिनाईयो कम से कम करते हुये अपनी रेल यात्रा पूरी कर सकता है । दक्षिण पूर्व उपलब्ध प्लेटफार्मों का विश्लेषण उपलब्ध प्लेटफार्मों का विश्लेषण मध्य रेलवे अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए दिव्याङ्गजनों के यात्रा अनुभव में निरंतर बेहतरी का प्रयास कर रही है ।
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