नहीं, गोल्ड लोन का लाभ उठाने के लिए आपको किसी सह-आवेदक की आवश्यकता नहीं है।

GOLD INVESTMENT

दाभेल भारत के गुजरात राज्य का एक शहर है। यह अपनी अरबी शिक्षा के लिए प्रसिद्ध है, विशेष रूप से जमैया इस्लामिया तालीमूद-दीन में दी गई है। दाभेल सूरत के दक्षिण में 25-30 किमी और नवसारी से 10-15 किमी उत्तर में स्थित है, पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग 8 पर वेस्मा चौराहा है और पश्चिम में मरोली है। अरब सागर, दाभेल से पश्चिम में लगभग 20 किमी दूर है। दाभेल के 90% से अधिक निवासी सुन्नी संप्रदाय के हैं। हरिजन का एक अनुपात दाभेल में निवास करता है, हालाँकि उनकी संख्या घटती जा रही है क्योंकि वे दूर जा रहे हैं।

आपका सोना एक ऐसी संपत्ति है जो वित्तीय संकट के दौरान जल्दी से जल्दी धन की जरूरत को पूरा कर सकती है। गोल्ड लोन एक प्रकार का सुरक्षित लोन होता है जिसमें सोने को गिरवी रख कर धन की जरूरत पूरा कर सकते है।
भारत में कई बैंक और NBFC इस वित्तीय सेवा की पेशकश करते हैं जिसका लाभ कोई भी आसानी से उठा सकता है।

क्या है गोल्ड लोन दाभेल?

गोल्ड लोन कम समय में नकद प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका है।v यह लोन स्वर्ण आभूषणों के विरुद्ध सुरक्षित है।v उधारकर्ता अपना सोना उधार बैंकों के पास जमा करते हैं और उस सोने की कीमत के आधार पर पैसे मिलता है ।v अपने गोल्ड को घर में बेकार रखने के बजाय कैश में बदल दें।v ऑनलाइन लाभ का अनुपात गोल्डन क्या है? आवेदन करें और केवल 30 मिनट में स्वीकृति प्राप्त करें।

  • सोने के सिक्के
  • अकेले मनगलसूत्र
  • खरे सोने के बिस्कुट

सोने के सामान जिन पर लोन होता है

  • सोने के गहने
  • आप किसी भी उद्देश्य के लिए 25000 से 1 करोड़ तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं
  • आपको गोल्ड लोन में आभूषणो की 100% सुरक्षा मिलती है
  • आपको अपना लोन 30 मिनट से कम समय में मील जाता है
  • आप कोई ईएमआई, केवल आसान सी ब्याज दर की सुविधा का आनंद लें है
  • आपको गोल्ड लोन में कम ब्याज दरें मिलती है
  • बहुत कम दस्तावेजों की आवश्यकता होती है।
  • इन ऋणों के प्रसंस्करण को घंटों में पूरा किया जा सकता है।
  • ओवरड्राफ्ट प्रावधानों का भी उपयोग किया जाता है।

क्या है गोल्ड लोन दाभेल?

गोल्ड लोन कम समय में नकद प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका है।v यह लोन स्वर्ण आभूषणों के विरुद्ध सुरक्षित है।v उधारकर्ता अपना सोना उधार बैंकों के पास जमा करते हैं और उस सोने की कीमत के आधार पर पैसे मिलता है ।v अपने गोल्ड को घर में बेकार रखने के बजाय कैश में बदल दें।v ऑनलाइन आवेदन करें और केवल 30 मिनट में स्वीकृति प्राप्त करें।

  • सोने के सिक्के
  • अकेले मनगलसूत्र
  • खरे सोने के बिस्कुट

सोने के सामान जिन पर लोन होता है

  • सोने के गहने
  • आप किसी भी उद्देश्य के लिए 25000 से 1 करोड़ तक का लोन प्राप्त कर सकते हैं
  • आपको गोल्ड लोन में आभूषणो की 100% सुरक्षा मिलती है
  • आपको अपना लोन 30 मिनट से कम समय में मील जाता है
  • आप कोई ईएमआई, केवल आसान सी ब्याज दर की सुविधा का आनंद लें है
  • आपको गोल्ड लोन में कम ब्याज दरें मिलती है
  • बहुत कम दस्तावेजों की आवश्यकता होती है।
  • इन ऋणों के प्रसंस्करण को घंटों में पूरा किया जा सकता है।
  • ओवरड्राफ्ट प्रावधानों का भी उपयोग किया जाता है।

गोल्ड लोन दाभेल पात्रता

  • उधार की राशि : न्यूनतम 18000, अधिकतम सोने के वजन पर निर्भर करता है
  • आयु : न्यूनतम 18 वर्ष, अधिकतम (ऋण परिपक्वता पर): 70 वर्ष
  • नागरिकता : भारतीय
  • सोने की आवश्यकता : न्यूनतम 10 ग्राम सोना
  • रोज़गार की स्थिति : वेतनभोगी, निजी व्यवसाय करने वाला व्यक्ति
  • 2 पासपोर्ट साइज फोटो
  • आधार कार्ड
  • वोटर आईडी
  • ड्राइविंग लाइसेंस
  • पासपोर्ट
  • वर्तमान पते के प्रमाण के साथ बिजली बिल
  • राशन कार्ड
  • लीज समझौता
  • पैन कार्ड

गोल्ड मॉनिटाइजेशन स्कीम में अब BIS मान्यता प्राप्त इन सेंटर्स में भी करा सकते हैं सोने की शुद्धता जांच

गोल्ड मॉनिटाइजेशन स्कीम का लाभ उठाने के लिए सरकार लोगों को सोना जमा कराने से पहले उसके शुद्धता की जांच कराने के लिए Assaying & Hallmarking सेंटर्स पर जांच का विकल्प मिलता है. ऐसे में BIS से मान्यता प्राप्त किए गए इन सेंटर्स को कलेक्शन और प्योरिटी टेस्टिंग सेंटर्स का दर्जा दिया जाएगा ताकि इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए लोगों को ज्यादा विकल्प मिल सके.

अगर आप अपने घर पर रखे सोने को गोल्ड मॉनिटाइजेन स्कीम के तहत रखकर घर बैठे ब्याज कमाने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है. दरअसल सरकार अपने महत्वकांक्षी गोल्ड मॉनिटाइजेशन स्कीम को और व्यापक बनाने के लिए एक और पहल कर रही है. अब बैंकों और लिस्टेड ज्वेलर्स के अलावा सोनो की शुद्धता की जांच BIS की ओर से मान्यता दिए गए Assying and Halmarking सेंटर्स से भी कराई जा सकेगी. इससे सोने की शुद्धता का सही आकलन मिल सकेगा और स्कीम के लाभार्थी को सही अनुपात में ब्याज की रकम का भुगतान किया जा सकेगा.

क्या है GSM

बता दें कि RBI और आर्थिक मामलों के विभाग की ओर से ये स्कीम साझा तौर से चलाई जाती है. GSM (गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम) के तहत आप घर में रखे सोने पर कुछ इनकम कर सकते हैं. इस स्कीम के तहत घर में रखा सोना बैंक में जमा कर सकते हैं. इस पर आपको गोल्ड की सलाना वैल्यू पर 2.25 % सालाना ब्याज मिल सकता है. इस स्कीम के तहत आप बैंक के पास ज्वैलरी, सोने का सिक्का या बार कुछ भी जमा करा सकते हैं. सरकार ने 2015 में यह योजना शुरू की थी. इसका मकसद घरों और संस्थानों (ट्रस्ट) में रखे सोने को बाहर लाना और उसका बेहतर उपयोग करना है. मध्यम अवधि में 5 से 7 साल के लिये और लंबी अवधि के लिए 12 साल के लिये सोना जमा किया जा सकता है.

एसाइनिंग और हॉलमार्किंग पहले से सोने की शुद्धता की जांच का काम करनेवाली संस्था है. अब अधिकारिक तौर से सोने की शुद्धता की जांच करने में ये संस्थाएं योगदान दे सकेंगी. बता दें कि पहले इस स्कीम में सोना रखने की मियाद को कम कर के दस ग्राम तक किया जा चुका है. इससे बड़े पैमाने पर लोगों को स्कीम की ओर आकर्षित करना मुख्य मकसज था.

टैक्स फ्री आय

इस स्कीम के तहत अगर आपने अपने मैच्युरिटी लेवल को पार कर लिया है और अपने एसेट निकालना चाहते हैं तो इससे होनेवाली आय को सरकार टैक्स फ्री रखती है. इस स्कीम के तहत जमा गोल्ड से मिलने वाले ब्याज पर किसी भी तरह का कैपिटल गेन टैक्स, वेल्थ टैक्स या इनकम टैक्स नहीं देना होता है. मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने पर जमा सोने के साथ ब्याज भी टैक्स फ्री निकाला जा सकता है. अगर आप पूरी रकम चाहते हैं तो भी कोई टैक्स देनदारी नहीं बनेगी.

लेकिन इस स्कीम का सबसे बड़ा माइनस प्वाइंट ये है कि इस स्कीम में जमा किए जानेवाले सोने को सरकार पिघलाकर जमा करती है. ऐसे लाभ का अनुपात गोल्डन क्या हलाभ का अनुपात गोल्डन क्या है? ै? में अगर इस स्कीम के तहत सोना जमा किया गया तो अपना सोना वापस लेने के दौरान आपको रखे गए सोने से अलग रूप में शुद्ध सोना वापस दिया जाता है.

गोल्ड मॉनिटाइजेशन स्कीम में अब BIS मान्यता प्राप्त इन सेंटर्स में भी करा सकते हैं सोने की शुद्धता जांच

गोल्ड मॉनिटाइजेशन स्कीम का लाभ उठाने के लिए सरकार लोगों को सोना जमा कराने से पहले उसके शुद्धता की जांच कराने के लिए Assaying & Hallmarking सेंटर्स पर जांच का विकल्प मिलता है. ऐसे में BIS से मान्यता प्राप्त किए गए इन सेंटर्स को कलेक्शन और प्योरिटी टेस्टिंग सेंटर्स का दर्जा दिया जाएगा ताकि इस स्कीम का लाभ उठाने के लिए लोगों को ज्यादा विकल्प मिल सके.

अगर आप अपने घर पर रखे सोने को गोल्ड मॉनिटाइजेन स्कीम के तहत रखकर घर बैठे ब्याज कमाने की सोच रहे हैं तो ये खबर आपके लिए है. दरअसल सरकार अपने महत्वकांक्षी गोल्ड मॉनिटाइजेशन स्कीम को और व्यापक बनाने के लिए एक और पहल कर रही है. अब बैंकों और लिस्टेड ज्वेलर्स के अलावा सोनो की शुद्धता की जांच BIS की ओर से मान्यता दिए गए Assying and Halmarking सेंटर्स से भी कराई जा सकेगी. इससे सोने की शुद्धता का सही आकलन मिल सकेगा और स्कीम के लाभार्थी को सही अनुपात में ब्याज की रकम का भुगतान किया जा सकेगा.

क्या है GSM

बता दें कि RBI और आर्थिक मामलों के विभाग की ओर से ये स्कीम साझा तौर से चलाई जाती है. GSM (गोल्ड मोनेटाइजेशन स्कीम) के तहत आप घर में रखे सोने पर कुछ इनकम कर सकते हैं. इस स्कीम के तहत घर में रखा सोना बैंक में जमा कर सकते हैं. इस पर आपको गोल्ड की सलाना वैल्यू पर 2.25 % सालाना ब्याज मिल सकता है. इस स्कीम के तहत आप बैंक के पास ज्वैलरी, सोने का सिक्का या बार कुछ भी जमा करा सकते हैं. सरकार ने 2015 में यह योजना शुरू की थी. इसका मकसद घरों और संस्थानों (ट्रस्ट) में रखे सोने को बाहर लाना और उसका बेहतर उपयोग करना है. मध्यम अवधि में 5 से 7 साल के लिये और लंबी अवधि के लिए 12 साल के लिये सोना जमा किया जा सकता है.

एसाइनिंग और हॉलमार्किंग पहले से सोने की शुद्धता की जांच का काम करनेवाली संस्था है. अब अधिकारिक तौर से सोने की शुद्धता की जांच करने में ये संस्थाएं योगदान दे सकेंगी. बता दें कि पहले इस स्कीम में सोना रखने की मियाद को कम कर के दस ग्राम तक किया जा चुका है. इससे बड़े पैमाने पर लोगों को स्कीम की ओर आकर्षित करना मुख्य मकसज था.

टैक्स फ्री आय

इस स्कीम के तहत अगर आपने अपने मैच्युरिटी लेवल को पार कर लिया है और अपने एसेट निकालना चाहते हैं तो इससे होनेवाली आय को सरकार टैक्स फ्री रखती है. इस स्कीम के तहत जमा गोल्ड से मिलने वाले ब्याज पर किसी भी तरह का कैपिटल गेन टैक्स, वेल्थ टैक्स या इनकम टैक्स नहीं देना होता है. मैच्योरिटी पीरियड पूरा होने पर जमा सोने के साथ ब्याज भी टैक्स फ्री निकाला जा सकता है. अगर आप पूरी रकम चाहते हैं तो भी कोई टैक्स देनदारी नहीं बनेगी.

लेकिन इस स्कीम का सबसे बड़ा माइनस प्वाइंट ये है कि इस स्कीम में जमा किए जानेवाले सोने को सरकार पिघलाकर जमा करती है. ऐसे में अगर इस स्कीम के तहत सोना जमा किया गया तो अपना सोना वापस लेने के दौरान आपको रखे गए सोने से अलग रूप में शुद्ध सोना वापस दिया जाता है.

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इसी तरह से रियल एस्टेट (REAL ESTATE) भी निवेश उद्देश्यों के लिए काफी अच्छा माना जाता है. लेकिन सोने की तुलना में, रियल एस्टेट को बड़ी धनराशि की आवश्यकता होती है और खरीदार के पास लंबी होल्डिंग पावर की आवश्यकता होती है. फिर भी रियल एस्टेट एक आकर्षक दीर्घकालिक निवेश का विकल्प हो सकता है, क्योंकि संपत्ति का मूल्य समय के साथ बढ़ता जाता है. अगर सही तरीके से सही जगह पर निवेश किया जाए तो रियल एस्टेट आपको बहुत अधिक लाभ का अनुपात गोल्डन क्या है? और अविश्वसनीय मुनाफा दे सकता है.

सोने और रियल एस्टेट (GOLD AND REAL ESTATE) के बीच एक समानता है. दोनों का मजबूत विश्वसनीयता और निरंतरता की प्रकृति के साथ भारतीय निवेशकों के लिए एक मजबूत भावनात्मक मूल्य है. अब यहां पर एक सवाल है कि अगर आपके पास निवेश करने के लिए पर्याप्त धनराशि है तो आप अपना पैसा का निवेश कहां पर करेंगे? अगर आप नए निवेशक हैं तो सबसे पहले आपको कम धनराशि निवेश करके उसका फायदा उठाना चाहिए. इसके लिए सोने में निवेश एक बेहतर विकल्प हो सकता है.

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