शेयर बाजार 19 दिसम्बर 2022 ,12:15

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए उत्तर प्रदेश की खाड़ी देशों से निवेश पर नजर, दुबई और अबू धाबी के कारोबारियों ने 6 सेक्टर में दिखाई दिलचस्पी

एक आधिकारिक रिलीज में कहा गया है कि इस संबंध में खाड़ी देशों में संभावित निवेशकों के साथ राज्य के अधिकारी लगातार संपर्क में हैं। दुबई और अबू धाबी जैसे शहरों के एंटरप्रेन्योर ने शुरुआती चरण की बातचीत में यूपी के छह सेक्टर में रुचि दिखाई है

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार (UP Government) उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट (UPGIS 2023) के जरिए 19 देशों के निवेश पर नजर गड़ाए हुए है। इसमें मध्य पूर्वी देशों, खासतौर से खाड़ी क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित किया गया है। एक आधिकारिक रिलीज में कहा गया है कि इस संबंध में खाड़ी देशों में संभावित निवेशकों के साथ राज्य के अधिकारी लगातार संपर्क में हैं। दुबई और अबू धाबी जैसे शहरों के एंटरप्रेन्योर ने शुरुआती चरण की बातचीत में यूपी के छह सेक्टर में रुचि दिखाई है।

इन्वेस्ट यूपी से मिली जानकारी के मुताबिक, जिन सेक्टर्स में खाड़ी के एंटरप्रेन्योर्स ने निवेश करने की इच्छा दिखाई है, वे हैं- बिजली (Renewable Energy), अस्पताल और मेडिकल एजुकेशन, परिधान और वस्त्र, कृषि और फूड प्रोसेसिंग, चमड़ा और जूते और इंफ्रस्ट्रक्चर। UPGIS 2023 के लिए नोडल एजेंसी है।

उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) राज्य में निवेश को लेकर खाड़ी देशों के एंटरप्रेन्योर से बातचीत कर रहा है। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने उत्तर प्रदेश GIS 2023 आयोजन के जरिए 10 लाख करोड़ रुपए का निवेश आकर्षित करने का लक्ष्य रखा है।

आपके व्यवसाय के लिए स्टार्टअप पूंजी जुटाने के शीर्ष विकल्प

हाल के एक सर्वेक्षण के अनुसार, लगभग 94 प्रतिशत नई फर्में अपने पहले वर्ष में विफल हो जाती हैं। सबसे आम कारणों में से एक धन की कमी है। पूंजी किसी भी कंपनी की जीवनदायिनी होती है। इसके लिए ईंधन के रूप में नकदी के उपयोग की आवश्यकता होती है। उद्यमी पूछते हैं, "मैं अपने स्टार्टअप को कैसे वित्तपोषित कर सकता हूं?" व्यावहारिक रूप से उनके हर कदम पर व्यापार. जब आपको पैसे की आवश्यकता होती है तो यह मुख्य रूप से आपकी फर्म की प्रकृति और शैली से निर्धारित होता है। हालाँकि, यदि आपने निर्णय लिया है कि आपको धन जुटाने की आवश्यकता है, तो आपके लिए कई वित्तपोषण विकल्पों में से कुछ निम्नलिखित हैं।

अपने स्टार्टअप व्यवसाय को बूटस्ट्रैप करना

किसी भी कर्षण और संभावित सफलता की योजना के बिना, पहली बार उद्यमियों को पूंजी हासिल करने में कठिनाई होती है। स्व-वित्त पोषण, जिसे अक्सर बूटस्ट्रैपिंग के रूप में जाना जाता है, स्टार्टअप के लिए धन प्राप्त करने का एक उत्कृष्ट तरीका है, खासकर यदि आप अभी शुरुआत कर रहे हैं। आप अपनी नकदी से निवेश कर सकते हैं या रिश्तेदारों और दोस्तों की मदद ले सकते हैं। कम औपचारिकताओं और अनुपालनों और कम लागत बढ़ाने के कारण इसे उठाना आसान होगा। ज्यादातर मामलों में, रिश्तेदार और दोस्त ब्याज दर पर आपके साथ काम करने निवेश आकर्षित करने के लिए 8 विकल्प को तैयार रहते हैं।

इसके फायदों के कारण सेल्फ-फंडिंग या बूटस्ट्रैपिंग को पहले फंडिंग विकल्प के रूप में माना जाना चाहिए। जब आपके पास अपना पैसा होता है, तो आप व्यवसाय से बंधे होते हैं।

क्राउडफंडिंग एक फंडिंग विकल्प है

Crowdfunding एक स्टार्टअप को वित्त पोषण करने का एक अपेक्षाकृत नया तरीका है जिसने हाल ही में बहुत अधिक कर्षण प्राप्त किया है। यह एक साथ कई लोगों से ऋण, पूर्व-आदेश, योगदान या निवेश प्राप्त करने के बराबर है।

यह क्राउडफंडिंग के साथ कैसे काम करता है - एक क्राउडफंडिंग प्लेटफॉर्म पर, एक उद्यमी अपनी फर्म का विस्तृत विवरण पोस्ट करेगा। वह अपनी फर्म के उद्देश्य, लाभ कमाने की रणनीति, उसे कितने धन की आवश्यकता है और किन कारणों से, इत्यादि बताएगा। उपभोक्ता व्यवसाय के बारे में पढ़ सकते हैं और विचार पसंद आने पर धन दान कर सकते हैं। जो लोग पैसे दान करते हैं, वे सामान या उपहार को प्री-ऑर्डर करने के मौके के बदले में ऑनलाइन प्रतिबद्धताएं करेंगे। कोई भी व्यक्ति उस कंपनी की मदद करने के लिए पैसे दान कर सकता है जिसमें वे विश्वास करते हैं। साथ ही, ध्यान रखें कि क्राउडफंडिंग धन जुटाने के लिए एक प्रतिस्पर्धी स्थान है, इसलिए जब तक कि आपकी फर्म उत्कृष्ट न हो और केवल एक विवरण और इंटरनेट पर कुछ तस्वीरों के साथ नियमित उपभोक्ताओं को आकर्षित कर निवेश आकर्षित करने के लिए 8 विकल्प सके। , आपको क्राउडफंडिंग एक व्यवहार्य विकल्प नहीं मिल सकता है।

अपने स्टार्टअप में एंजेल निवेश प्राप्त करें

एंजेल निवेशक अतिरिक्त आय वाले व्यक्ति होते हैं और इनमें निवेश करने की तीव्र इच्छा होती है नए व्यवसायों. वित्त पोषण के अलावा, वे सलाह या सलाह प्रदान कर सकते हैं। वे निवेश करने से पहले संयुक्त रूप से प्रस्तावों को स्क्रीन करने के लिए नेटवर्क के समूहों में भी सहयोग करते हैं।

वे अधिक लाभ के लिए अपने निवेश में अधिक जोखिम स्वीकार करेंगे। कंपनी के विकास के शुरुआती चरणों में इस प्रकार का निवेश सबसे आम है, जिसमें निवेशकों को 30% तक इक्विटी की उम्मीद है। गूगल, याहू और अलीबाबा जैसी कई जानी-मानी कंपनियों की स्थापना एंजेल निवेशकों के सहयोग से की गई थी।

अपने व्यवसाय के लिए उद्यम पूंजी प्राप्त करें

यह वह जगह है जहाँ बड़े दांव लगाए जाते हैं। वेंचर कैपिटल फंड पेशेवर रूप से प्रबंधित फंड हैं जो इसमें निवेश करते हैं उच्च क्षमता वाले व्यवसाय. वे अक्सर अपने स्वयं के पैसे से कंपनियों में निवेश करते हैं और जब वे सार्वजनिक होते हैं या अधिग्रहित होते हैं तो प्रस्थान करते हैं। वीसी ज्ञान और कोचिंग देते हैं, और कंपनी की दीर्घकालिक व्यवहार्यता और मापनीयता के लिए एक लिटमस टेस्ट के रूप में कार्य करते हैं।

बैंक ऋण के माध्यम से धन जुटाएं

जब फंडिंग की बात आती है तो बैंक आमतौर पर पहला स्थान होता है, जिसके बारे में उद्यमी सोचते हैं।

उद्यमों के लिए, बैंक दो प्रकार के वित्त पोषण प्रदान करता है। पहला वर्किंग कैपिटल लोन है, जबकि दूसरा फंडिंग है। राजस्व-सृजन संचालन के एक पूर्ण चक्र को चलाने के लिए आवश्यक ऋण एक कार्यशील पूंजी ऋण है, और बंधक स्टॉक और देनदार आमतौर पर इसकी सीमा निर्धारित करते हैं। व्यवसाय योजना और मूल्यांकन विवरण साझा करने की मानक प्रक्रिया और जिस परियोजना रिपोर्ट पर ऋण स्वीकृत किया गया है, उसका पालन बैंक से धन की मांग करते समय किया जाएगा।

विभिन्न पहलों के माध्यम से भारत में लगभग हर बैंक से एसएमई वित्तपोषण उपलब्ध है। अग्रणी भारतीय बैंक, जैसे बैंक ऑफ बड़ौदा, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई और एक्सिस, 7 से 8 से अधिक विभिन्न संपार्श्विक-मुक्त व्यवसाय ऋण विकल्प प्रदान करते हैं। अधिक जानकारी के लिए विभिन्न बैंकों की वेबसाइटें देखें।

निष्कर्ष

जबकि उधार देने के विकल्पों की प्रचुरता पहले से कहीं अधिक आसान हो सकती है, अभिनव व्यापार उद्यमियों को यह विचार करना चाहिए कि उन्हें कितनी वित्तीय सहायता की आवश्यकता है। यदि आप तेजी से विस्तार करना चाहते हैं तो आपको निश्चित रूप से बाहरी निवेश आकर्षित करने के लिए 8 विकल्प फंडिंग की आवश्यकता होगी। यदि आप बूटस्ट्रैप करते हैं और एक विस्तारित अवधि के लिए बाहरी वित्त के बिना बने रहते हैं तो आप बाजार के अवसरों का लाभ उठाने में असमर्थ हो सकते हैं। अच्छे अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर में निवेश करें और इन समस्याओं से निपटने के लिए अपने फंड को बनाए रखें। शुरुआत से ही ठोस कॉर्पोरेट प्रशासन के साथ शुरुआत करना बेहतर है, क्योंकि बाद में वापस जाना और राजकोषीय अनुशासन का प्रयोग करने का प्रयास करना चुनौतीपूर्ण हो सकता है।

यूपी में पांच हजार एकड़ में बनेगी नॉलेज स्मार्ट सिटी

शेयर बाजार 19 दिसम्बर 2022 ,12:15

यूपी में पांच हजार एकड़ में बनेगी नॉलेज स्मार्ट सिटी

© Reuters. यूपी में पांच हजार एकड़ में बनेगी नॉलेज स्मार्ट सिटी

में स्थिति को सफलतापूर्वक जोड़ा गया:

लखनऊ, 19 दिसंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश के योगी सरकार के मंत्रियों की विदेश गई टीम विदेशी निवेश को आकर्षित करने में सफल हो रही है। विभिन्न देशों में हुए रोड शो और निवेश के समझौते भी इसी बात की गवाही दे रहे हैं। इस क्रम में अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में आस्टिन यूनिवर्सिटी के साथ टीम योगी ने नॉलेज स्मार्ट सिटी के लिए एमओयू साइन किया। यह नॉलेज स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट 5 हजार एकड़ की जमीन पर बनाया जाएगा।

नॉलेज स्मार्ट सिटी के बारे में फिलहाल ज्यादा जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन इतना जरूर कहा गया है कि इसमें दुनिया की बेस्ट यूनिवर्सिटीज का समावेश होगा। इसके अलावा सिंगापुर में भी निवेश के कई प्रस्ताव और एमओयू पर हस्ताक्षर हुए हैं। स्टार कंसोर्टियम प्रदेश में डाटा सेंटर व लॉजिस्टिक सेवाएं प्रदान करेगा तो एसएलजी कैपिटल डाटा सेंटर बनाएगा। इन निवेश प्रस्तावों व एमओयू से प्रदेश के लोगों को हजारों रोजगार के साधन उपलब्ध हो सकेंगे।

उल्लेखनीय है कि सीएम योगी ने 10-12 फरवरी के मध्य उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में होने जा रही ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए 10 लाख करोड़ रुपए के निवेश का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए सीएम योगी ने मंत्रियों व अधिकारियों की 8 टीमों को 18 देशों में रोड शो व ट्रेड शो के जरिए निवेश आकर्षित करने के लिए भेजा है।

अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में यूएस बेस्ड सलोनी हार्ट फाउंडेशन ने उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और अपर मुख्य सचिव (बुनियादी ढांचा व औद्योगिक विकास) अरविंद कुमार की मौजूदगी में एमओयू साइन किया। वहीं आस्टिन यूनिवर्सिटी ने उत्तर प्रदेश में नॉलेज स्मार्ट सिटी के लिए 42 बिलियन डॉलर (करीब 35 हजार करोड़ रुपए) का एमओयू साइन किया गया। यह नॉलेज स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को 5 हजार एकड़ की जमीन पर बनाया जाएगा।

आस्टिन यूनिवर्सिटी के प्रेसीडेंट अशरफ अली मुस्तफा ने इस एमओयू के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट में बेस्ट यूनिवर्सिटीज आएंगी। उम्मीद है कि इस प्रोजेक्ट से भारत और अन्य जगहों पर उच्च शिक्षा की तस्वीर पूरी तरह बदल जाएगी। वहीं, फाल्कन एक्स के सीईओ मुरली चिराला के साथ भी 3 एमओयू साइन हुए। इनमें विशेष रूप से नोएडा में एक सेंटर बनाया जाएगा। इसके साथ ही 20-20 करोड़ के 2 निवेश उत्तर प्रदेश में किए जाएंगे। फाल्कनएक्स एक फिनटेक स्टार्टअप कंपनी है। इसके एंटरप्रेन्योर्स द्वारा इन्वेस्ट यूपी के तहत इंक्यूबेटर्स व एक्सिलरेटर्स यूनिट लगाने में रुचि दिखाई गई है। यह प्रतिनिधिमंडल सैन फ्रांसिस्को में ग्लोबल एंटरप्रेन्योरशिप ऑर्गनाइजेशन टाई के मेंबर्स व सिलिकॉन वैली के निर्माण में योगदान देने वाले भारतीयों से मिला।

प्रतिनिधिमंडल ने उनसे यूपी में सिलिकॉन वैली बनाने की अपील की, ताकि भारतीय भी इसका लाभ उठा सके। उधर, जापान में रोड शो के दौरान सीको एडवांस लिमिटेड के डायरेक्टर युकीनोरी कोबे ने उत्तर प्रदेश सरकार के साथ गौतम बुद्ध नगर में मैन्युफैक्च रिंग यूनिट लगाने के लिए 850 करोड़ रुपए का एमओयू साइन किया। इस एमओयू के जरिए प्रदेश के लोगों के लिए 200 से ज्यादा रोजगार के अवसर सृजित होंगे।

स्वर्ण ईटीएफ़ ने किस तरह निवेशकों को शक्ति प्रदान की है?

भारत का सोने के प्रति मोह कोई छिपी हुई बात नहीं है। यह लुभावनी धातु न सिर्फ भारतीय संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण अंग है, बल्कि यह सदियों से एक भरोसेमंद निवेश भी रही है। पहले जिस तरह सोने की छड़ें और सिक्के स्वर्ण निवेश का सबसे प्रमुख स्रोत थे, उसी तरह 2003 में अपनी शुरुआत के बाद से स्वर्ण ईटीएफ़ दिनोदिन लोकप्रिय होते जा रहे हैं।

एक स्वर्ण ईटीएफ़ (एक्स्चेंज ट्रेडेड फ़ंड) को भौतिक सोने का समर्थन प्राप्त होता है। ये वित्तीय उपकरण राष्ट्रीय स्टॉक एक्स्चेंज (एनएसई) और बॉम्बे स्टॉक एक्स्चेंज (बीएसई) में सूचीबद्ध होते हैं और वहीं से इनका व्यापार होता है। इसलिए आप आसानी से इनके भाव में उतार-चढ़ाव और इनके कुल मिलाकर प्रदर्शन का पता लगा सकते हैं। क्योंकि हर स्वर्ण ईटीएशत 99.5% शुद्ध सोने द्वारा समर्थित होता है, इसलिए आप यह भरोसा करके चैन से बैठ सकते हैं कि आपका निवेश सुरक्षित है।

एक सुरक्षित और भरोसेमंद निवेश

पिछले 15 वर्षों में भारत के स्वर्ण निवेश के परिदृश्य में तेजी से बदलाव आया है, और यह खबरों में रहने के साथ-साथ युवा निवेशकों को भी आकर्षित करता रहा है। बहुत-से लोग जो पहले सोने में निवेश नहीं कर पाते थे, अब ऐसा कर सकते हैं और अपने पोर्टफोलियो में विविधता ला सकते हैं। भारतीय अब स्वर्ण ईटीएफ़ को अपने निवेश पोर्टफोलियो के एक स्मार्ट और रणनीतिक अंग के रूप में देखने लगे हैं। स्वर्ण ईटीएफ़ का न सिर्फ व्यापार करना आसान है, बल्कि भौतिक सोने की तरह उन्हें संभालकर रखने या उनके चोरी हो जाने की चिंता भी नहीं होती।

अपने निवेश पोर्टफोलियो में स्वर्ण ईटीएफ़ शामिल करना संपत्ति के निर्माण और जोखिम को कम करने का एक बढ़िया तरीका है, खासकर जब आपके पोर्टफोलियो की अन्य परिसंपत्तियाँ अस्थिरता का सामना कर रही हों। उदाहरण के लिए, जब डॉलर कमजोर पड़ता है तो सोने का भाव जरूर बढ़ता है। अगर डॉलर के गिरने से आपका पोर्टफोलियो जोखिम का सामना कर रहा हो तो ईटीएफ़ घाटे को कम करने में आपकी मदद कर सकते हैं। दूसरी तरफ, जब डॉलर ऊपर चढ़ रहा हो तो आप स्थिरता के लिए अपने स्वर्ण ईटीएफ़ बेच सकते हैं।

खुदरा निवेशकों को आकर्षित करना

एक बड़ा और तरल बाजार होने के कारण, स्वर्ण ईटीईएफ़ ने छोटे खुदरा निवेशकों के लिए बाजार के माध्यम से सोने में निवेश करने के द्वार खोल दिए। इससे पहले यह बड़े और अधिक परिष्कृत निवेशकों के लिए ही संभव था, जिन्हें बाजार की गतिविधियों की पर्याप्त जानकारी थी और आसानी से हर नई जानकारी मिल सकती थी। पर अब हर भारतीय सोने में छोटे-छोटे निवेश कर सकता है और इसकी तरलता के लाभ उठा सकता है।

संबंधित: सोने में निवेश करने के लिए शुरुआती मार्गदर्शन

आजकल, स्वर्ण ईटीएफ़ बहुत-से सेवा-निवृति खातों के लिए धारित-राशि (होल्डिंग) के रूप में भी स्वीकृत हैं। विभिन्न वित्तीय उत्पादों के माध्यम से अपने सेवा-निवृत जीवन के लिए दीर्घकालीन निवेश करने वाले बहुत-से निवेशक इसका लाभ उठाते हुए अपने पोर्टफोलियो में विविधता लाकर सेवा-निवृति का कोष निर्मित कर रहे हैं।

संबंधित: सेवानिवृत्ति के बाद सोने में निवेश करने के तरीके

संस्थागत निवेशकों के निवेश आकर्षित करने के लिए 8 विकल्प लिए एक कम खर्चीला पोर्टफोलियो डाइवर्सिफ़ाइर

कई संस्थागत निवेशक - पेंशन फंड और परिसंपत्ति प्रबंधक, साझा कोष और दान - अब अपनी रणनीतियों में स्वर्ण ईटीएफ शामिल करते हैं, क्योंकि ये सोने को हेज, धन संरक्षक और पोर्टफोलियो डाइवर्सिफायर के रूप में उपयोग करने के प्रभावी तरीका प्रदान करते हैं। चूंकि स्वर्ण ईटीएफ आर्थिक मुद्दा है, इसलिए वे लोगों को बड़े मूल्‍यांकनों में निवेश करने में सक्षम बनाते हैं।

अब, जबकि आप जान चुके हैं कि स्वर्ण ईटीएफ़ ने किस तरह विविध निवेशकों को एक शक्ति प्रदान करके उनके लिए एक नए निवेश के द्वार खोल दिए हैं, चलिए अब स्वर्ण ईटीएफ़ के उन प्रमुख लाभों पर एक नजर डालते हैं जो इन्हें इतना लोकप्रिय बना रहे हैं:

  • स्वर्ण ईटीएफ़ के रूप में आप सिर्फ 1 यूनिट भी खरीद सकते हैं, जो 1 ग्राम सोने के समतुल्य है। सिर्फ यही नहीं, इन ईटीएफ़ पर प्रबंधन शुल्क और प्रीमियम भी अत्यंत कम है।
  • क्योंकि इस परिसंपत्ति का स्वरूप एलेक्ट्रोनिक होता है, इसलिए इसे कहीं से भी खरीदा-बेचा जा सकता है और यह प्रक्रिया पूरी तरह सुरक्षित और पारदर्शी है।
  • आप कहीं भी क्यों न हों, आप अपने सभी स्वर्ण निवेशों का चुटकियों में पता लगा सकते हैं।
  • एक अत्यंत तरल परिसंपत्ति होने के कारण किसी आर्थिक संकट की घड़ी में स्वर्ण ईटीएफ़ आपकी भरपूर मदद कर सकते हैं।

अगर निवेश आकर्षित करने के लिए 8 विकल्प आप भी स्वर्ण ईटीएफ़ में निवेश शुरू करने के इच्छुक हैं तो आपको सिर्फ एक डीमाट अकाउंट और एक ट्रेडिंग अकाउंट की जरूरत है। इसके बाद अपनी पसंद का स्वर्ण ईटीएफ़ चुनें और अपने ब्रोकर या बैंक के ट्रेडिंग पोर्टल पर ऑनलाइन आदेश दें।

क्या आप इस स्मार्ट और टिकाऊ निवेश के प्रचुर लाभों का आनंद उठाने के लिए तैयार हैं?

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आलेख स्रोत- gold.org रिपोर्ट- गोल्ड मार्केट प्राइमर - सोना समर्थित बैक ईटीएफ

जानिए फिक्स्ड डिपॉजिट के फायदे और नुकसान

बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट करना आम निवेशकों के बीच एक पसंदीदा निवेश विकल्प है.

सेबी के एक सर्वे के जरिए यह बात सामने आई है कि देश के 95 फीसदी लोग आज भी अपना पैसा निवेश करने के लिए बैंक जमाओं (फिक्स्ड डिपॉजिट) को शौप देते हैं, जबकि 10 फीसद से भी कम लोग अपना पैसा म्युचुअल फंड और स्टॉक में निवेश करना पसंद करते हैं. देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में किया गया यह सर्वे बताता है कि भारतीयों के लिए जीवन बीमा दूसरा सबसे पसंदीदा निवेश विकल्प है. इसके अलावा भारतीयों के शीर्ष पांच निवेश विकल्पों में कीमती धातु (सोना-चांदी), पोस्ट ऑफिस सेविंग स्कीम और रियल एस्टेट आता है.

हम आपको आज फिक्स्ड डिपॉजिट के फायदे और नुकसान के बारे में बताएंगे.

बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट करना आम निवेशकों के बीच एक पसंदीदा निवेश विकल्प है. इसका सीधा कारण एक तो बैंक एफडी के जरिए किए जाने वाले निवेश का जोखिम रहित होना है और दूसरा निश्चित अवधि के एक निश्चित और आकर्षक ब्याज दर पर रिटर्न मिलना है. लेकिन एक्सपर्ट मानते हैं कि इन खूबियों के बाद भी बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट करवाने के कुछ नुकसान भी हैं.

फिक्स्ड डिपॉजिट के फायदे

1. जब कोई व्यक्ति किसी बैंक या पोस्ट ऑफिस में फिक्स्ड डिपॉजिट करवाता है तो यह निवेश पूरी तरह से जोखिम रहित होता है.

2. यह निवेश किसी भी तरह से लिंक नहीं होता. फिक्स्ड डिपॉजिट की अवधि पूरी होने के बाद निवेशक को पूरी राशि ब्याज के साथ वापस मिल जाती है.

3. फिक्स्ड डिपॉजिट में ब्याज दर सीनियर सिटीजन के लिए कुछ अधिक होती है.

4. बैंक भी समय-समय पर इसकी समीक्षा करके बाजार के अनुरूप

फिक्स्ड डिपॉजिट की दर को तय करते हैं.

5. तमाम बैंकों की फिक्स्ड डिपॉजिट की दर में मामूली अंतर होता है.

6. कई बार बैंक ज्यादा से ज्यादा निवेश आकर्षित करने के उद्देश्य से ग्राहकों को फिक्स्ड डिपॉजिट पर ऊंची दर की पेशकश करते हैं.

फिक्स्ड डिपॉजिट के नुकसान

1. बैंक एफडी पर मिलने वाला ब्याज प्राय: महंगाई की दर के बराबर ही होता है और कई बार इस दर से कम भी रह जाता है.

2. 2012-2014 के दौरान भारत की औसत महंगाई दर 9.76 फीसदी रही है.

3. एक्सपर्ट निवेश विकल्प पर रिटर्न जोड़ते समय उपभोक्ता महंगाई की औसत दर 8 फीसदी के बराबर मानते हैं.

4. ऐसे में बैंक एफडी पर अगर निवेशक को 8–8.5 फीसदी के आसपास का ही ब्याज मिलता है तो निवेशक बमुश्किल महंगाई दर को पछाड़ पाता है. ऐसे में निवेशक को निवेश पर मिलने वाला रिटर्न शून्य हो जाता है.

5. बैंक एफडी पर मिलने वाला रिटर्न टैक्सेबल होता है. आमतौर पर लंबे समय के लिए किया जाने वाला निवेश करमुक्त होता है.

6. बैंक एफडी पर मिलने वाला ब्याज मौजूदा स्लैब में ही करयोग्य होता है. ऐसे में मिलने वाला शुद्ध रिटर्न और घट जाता है.

7. महंगाई की दर से कम रिटर्न और मिलने वाले रिटर्न पर भी टैक्स लगने की वजह से शुद्ध कमाई का घट जाना ये दो ऐसे कारण हैं जो बैंक एफडी जैसे जोखिम रहित निवेश को बेहतर नहीं बनाते.

8. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि आपने कम उम्र में निवेश शुरू किया है तो लंबी अवधि के लिए इक्विटी म्युचुअल फंड में निवेश करना आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है.

9. अगर उम्र या किसी अन्य कारण आपके जोखिम लेने की क्षमता नहीं है तभी आपको एफडी जैसे विकल्पों को चुनना चाहिए.

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