Cyber Attack: आज के दौर में साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.

Coronavirus: 20 दिन आंतरिक मूल्य क्या है? में आएंगे कोरोना के 25 करोड़ केस? दिसंबर में चीन की 18% आबादी हो सकती है संक्रमित, लीक हुए सरकारी दस्तावेज

रिपोर्टों में कहा गया है कि बुधवार को नेशनल हेल्थ कमीशन (NHC) की एक आंतरिक बैठक के दौरान आंकड़े पेश किए गए थे। ये आंकड़े NHC के सार्वजनिक आंकड़ों के बिल्कुल उलट हैं, जिसमें दिसंबर के पहले बीस दिनों में केवल 62,592 सिंप्टोमेटिक Covid-19 केस की जानकारी दी गई थी

Coronavirus: देश के शीर्ष स्वास्थ्य अधिकारियों (Top Medical Officers) के एक आंतरिक अनुमान के अनुसार, कई रिपोर्टों में कहा गया है कि दिसंबर के पहले 20 दिनों में चीन (China) में लगभग 25 करोड़ लोग Covid-19 से संक्रमित हो सकते हैं। Bloomberg News और Financial Times ने शुक्रवार को रिपोर्ट किया अगर अनुमान सही हैं, तो यह चीन की 1.4 अरब आबादी का लगभग 18 प्रतिशत है और यह दुनिया भर में दर्ज किया गया, अब तक का सबसे बड़ा Covid-19 प्रकोप बन सकता है।

रिपोर्टों में कहा गया है कि बुधवार को नेशनल हेल्थ कमीशन (NHC) की एक आंतरिक बैठक के दौरान आंकड़े पेश किए गए थे। ये आंकड़े NHC के सार्वजनिक आंकड़ों के बिल्कुल उलट हैं, जिसमें दिसंबर के पहले बीस दिनों में केवल 62,592 सिंप्टोमेटिक Covid-19 केस की जानकारी दी गई थी।

शुक्रवार को चीन के सोशल मीडिया पर NHC मीटिंग नोट्स की एक कॉप वायरल हुई। हालांकि, ये दस्तावेज कितना सही है या नहीं, इसकी पुष्टि नहीं की जा सकी।

आध्यात्मिकता का संबंध मनुष्य के आंतरिक जीवन से है

आध्यात्मिकता का संबंध मनुष्य के आंतरिक जीवन से है

छोड़ने या शरीर को कष्ट देने की कोई जरूरत नहीं होती। बस उसे अपनी समस्त मानसिक कमजोरियों का त्यागकर और स्वयं को आंतरिक स्तर पर स्थिर करना होता है। इसके बाद उसके भीतर से जो भी आदेश मिले उसे उसका पालन करना होता है। आध्यात्मिकता का मतलब स्वयं को परमसत्ता के सामने पूर्ण रूप से समर्पण कर देना और फिर उसी की प्रेरणानुसार अपने जीवन में विकसित होना है।

अपने आप को जान लेना ही है। आध्यात्मिक व्यक्ति को निरंतर परमसत्ता से आंतरिक आदेश मिलता रहता है।

आध्यात्मिकता का अर्थ मनुष्य की वे सभी गतिविधियां हैं जो उसे निर्मल बनाती हैं, आनंद से भर देती हैं, पूर्णता

का अहसास कराती हैं और स्वयं से उसका परिचय कराती हैं। आध्यामिकता में जो सत्य है उसे ही स्वाभाविक रूप से ग्रहण करना है। आध्यात्मिक व्यक्ति अपने अनुभव से यह जान लेता है कि वह स्वयं अपने आनंद का स्रोत है। वैसे आध्यात्मिकता और धर्म एक दूसरे से संबंधित जरूर हैं, लेकिन इसके बावजूद दोनों में अंतर है। आध्यात्मिकता, सांसारिक भौतिकवाद से ऊपर है जिसकी कोई तुलना नहीं की जा सकती। यह हमारे आंतरिक जिंदगी के विश्वास और चमत्कारों से जुड़ी कड़ी है। यह मानव मूल्य की आधारशिला है जिस पर हम आस्था और भरोसा करते हैं। आध्यात्मिकता यही ज्ञान और समझ हममें विकसित करती है कि सही मायने में हमारे जीवन का उद्देश्य और अर्थ क्या है। हमारा व्यक्तिगत और सामूहिक कल्याण सच्ची आध्यात्मिकता में ही है इसलिए हमें इसकी तलाश करनी चाहिए और उसे ही अपनाना चाहिए। इसके मार्ग पर चलकर हमारा दुख छोटा हो जाता आंतरिक मूल्य क्या है? है और हमारी हर मुश्किल आसान हो जाती है। आध्यत्मिकता में समाज और संसार के बीच रहते हुए मन की प्रसन्नता बनी रहती है। आध्यात्मिकता से हमारा व्यक्तित्व न केवल निखरता है, बल्कि उसमें मजबूती भी आती है।

कोटा में कोचिंग छात्र चाहते हैं सप्ताह में दो दिन की छुट्टी और अन्य राहत

कोटा (राजस्थान), 23 दिसंबर (भाषा) कोटा में इस महीने तीन छात्रों के कथित रूप से पढ़ाई के दबाव में आत्महत्या करने के बाद से यहां जेईई ओर नीट की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों के बीच सप्ताह में पांच दिन कक्षाएं चलाने, सप्ताहांत में छुट्टी रखने तथा एक सप्ताह में दो से अधिक आंतरिक मूल्यांकन परीक्षा नहीं करने की मांग उठने लगी है।

कोटा में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों को सोमवार से शनिवार तक सात या आठ घंटे तक लगातार कक्षाएं करनी होती हैं जिनमें छोटा सा ही अंतराल होता है। इसके अलावा कई बार रविवार को मुश्किल सवाल पूछने के लिए सत्र होते हैं। छात्रों को सप्ताह में कम से कम तीन आंतरिक परीक्षाएं देनी होती हैं और हर महीने के आखिरी रविवार को एक बड़ी परीक्षा होती है।

तेज रफ्तार से चल रहे पाठ्यक्रम को कई बार बोझिल महसूस करने वाले छात्रों का कहना है कि वे हमेशा पिछड़ जाते हैं और एक दिन की छुट्टी भी उन्हें हजारों दूसरे बच्चों से पीछे कर सकती है।

बहरहाल, छात्रों की खुदकुशी के हाल में आये मामलों ने पढ़ाई के कार्यक्रम को विद्यार्थियों के अनुकूल बनाने की मांग तेज कर दी है।

नीट परीक्षा की तैयारी करने महाराष्ट्र से आई वर्षा के अनुसार, ‘‘अधिकतर छात्र पहली बार अपने परिवार से दूर आकर यहां रहना शुरू करते हैं। इस तरह की स्थिति में केवल रविवार को एक दिन की छुट्टी काफी नहीं है। कई बार तो यह भी समझने का समय नहीं मिलता कि पूरे सप्ताह में क्या पढ़ाया गया।’’

हरियाणा के झज्जर से आये निशांत यादव का मानना है कि सप्ताह में कम से कम दो दिन की छुट्टी होनी चाहिए जिससे उन्हें थोड़ी राहत मिले और वे पाठ्यक्रम के साथ रफ्तार बनाकर रह सकें।

राजस्थान सरकार ने 2015 में कोचिंग संस्थानों के लिए दिशानिर्देश बनाये थे जिनके तहत उन्हें माहौल को तनाव-मुक्त रखने को कहा गया। उन्हें केंद्र में रचनात्मक गतिविधियों के अवसर प्रदान करने और सप्ताह में कम से कम एक दिन का अवकाश देने को कहा गया।

सरकार ने संस्थानों से यह भी कहा था कि एक कक्षा में 200 के बजाय अधिकतम 80 छात्र हों।

पिछले दिनों तीन विद्यार्थियों के आत्महत्या करने के बाद जिला प्रशासन आंतरिक मूल्य क्या है? ने नये सिरे से दिशानिर्देश जारी किये हैं ताकि छात्रों के लिए माहौल तनाव-मुक्त रहे और उन्हें कम से कम एक छुट्टी सप्ताह में मिले।

हालांकि छात्र इसे नाकाफी बताते हैं।

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Cyber Insurance: क्या है साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी? फ्रॉड होने पर कैसे मिलता है बेनिफिट

Cyber Security Insurance: साइबर इंश्योरेंस साइबर खतरों से होने वाले वित्तीय नुकसान से कवर देता है. इसके अलावा भी इसके कई फायदे हैं.

Cyber Insurance: क्या है साइबर इंश्योरेंस पॉलिसी? फ्रॉड होने पर कैसे मिलता है बेनिफिट

Cyber Attack: आज के दौर में साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं.

Cyber Security Insurance: आज के दौर में साइबर फ्रॉड के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. आए दिन ऑनलाइन ठगी की घटनाएं सामने आ रही हैं. ऐसे में यह जरूरी है कि सुरक्षा के लिए ‘साइबर इंश्योरेंस’ कराएं. साइबर इंश्योरेंस आपको न सिर्फ साइबर खतरों से होने वाले किसी भी वित्तीय नुकसान से कवर देगा बल्कि डाटा बहाली, किसी रेगुलेटरी एक्‍शन या मुकदमेबाजी से होने वाले अन्य संबंधित खर्चों को भी कवर करेगा. इस बारे में हमने ICICI Lombard GIC के चीफ अंडरराइटिंग, रीइंश्‍योरेंस एंड क्लेम्स, संजय दत्‍ता से बातचीत की है.

क्या है साइबर सिक्योरिटी इंश्योरेंस

साइबर इंश्योरेंस या साइबर सिक्योरिटी इंश्योरेंस कस्‍टमर्स को बैंक अकाउंट की ठगी, अनधिकृत लेन-देन और बहुत कुछ इस तरह की गतिविधियों से कवरेज प्रदान करता है. इसके लिए अभी तक 2 तरह के प्रोडक्‍ट हैं. जिसमें कॉर्पोरेट्स के लिए कॉर्पोरेट साइबर लायबिलिटी पॉलिसीज और आंतरिक मूल्य क्या है? इंडिविजुअल खरीदार के लिए रिटेल साइबर लायबिलिटी पॉलिसी हैं. इसके अलावा, B2B2C का एक बढ़ता हुआ सेग्मेंट है, जहां एक कॉर्पोरेट अपने ग्राहकों के लिए पॉलिसी खरीदता है या उन्हें अपने प्लेटफॉर्म या एप्लिकेशन पर इसे खरीदने का ऑफर करता है.

पैनडेमिक के बाद बढ़ी क्‍लेम की संख्‍या

कोरोना वायरस महामारी के पहले क्लेम की संख्या तुलनात्मक रूप से कम थी. प्रमुख रूप से सिर्फ खास सेक्‍टर मसलन BFSI और हाई नेट वर्थ वाले कॉरपोरेट्स हैकर्स के टारगेट पर थे. हालांकि कोविड के बाद कई अलग अलग इंडस्‍ट्री में क्‍लेम की संख्या में भारी बढ़ोतरी हुई है. ईमेल कॉम्‍प्रोमाइज और रैंसमवेयर अटैक को प्रमुख कॉन्ट्रिब्‍यूटर्स के रूप में देखा गया है.

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किस तरह के मामलों में बढ़ रहे हैं क्‍लेम

हमने पिछले साल से साइबर इन्‍फॉर्मेशन की संख्या में कई गुना बढ़ोतरी देखी है. ये साइबर अटैक प्रमुख रूप से रैंसमवेयर और बिजनेस ईमेल कॉम्प्रोमाइज अटैक के कॉम्बिनेशन रहे हैं. बिजनेस में रुकावटों के चलते क्‍लेम की बड़ी संख्‍या देखने को मिली, क्योंकि साइबर अटैकर लगातार पहले से ज्‍यादा चालाक होते जा रहे हैं. इसके साथ ही, बड़े पैमाने आंतरिक मूल्य क्या है? पर डाटा एक्सफिल्ट्रेशन की एक परेशान करने वाला ट्रेंड भी देखा है, जिसके कारण डाटा लायबिलिटी के क्‍लेम सामने आए हैं.

साइबर बीमा देते समय किन बातों का ध्‍यान

इंश्‍योरेंस देते समय रिस्‍क की समीक्षा करने के अलावा, कंपनी का व्यापक मूल्यांकन किया जाता है. 3 प्रमुख पिलर्स को ध्‍यान में रखते हुए रिस्‍क का मूल्यांकन किया जाता है. मसलन ह्यूमन फायरवॉल कितना मजबूत है, आंतरिक प्रक्रियाएं कितनी मैच्‍योर हैं और टेक्‍नोलॉजी यानी सेफ्टी कंट्रोल कितने अच्छी तरह से व्यवस्थित किए गए हैं. यह मूल्यांकन इन्‍फॉर्मेशन सिक्‍योरिटी पॉलिसी, व्यापार निरंतरता योजनाओं, डाटा की प्रकृति, इंडस्‍ट्री, उनके ऑपरेशन की जियोग्राफिकल प्रेजेंस और बाहरी स्कैन की समीक्षाओं के जरिए किया जाता है.

एडिशनल कंसिडरेशन

a. वर्कफोर्स को जागरूक करना और ट्रेनिंग देना

b. इन्‍फॉर्मेशन सिक्‍योरिटी सर्टिफिकेशन जैसे ISO 27001

c. डाटा जुटाने और स्‍टोरेज (GDPR, व्यक्तिगत डाटा संरक्षण विधेयक और आईटी अधिनियम) के संबंध में पॉलिसी

RBI: इस बैंक में है खाता तो पढ़ आंतरिक मूल्य क्या है? लीजिए बड़ी खबर, रिजर्व बैंक ने उठाया बैंक के खिलाफ बड़ा कदम, आप भी होगा असर

RBI Imposes Penalty: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नियमों की अनदेखी के मामले में Bank of Bahrain & Kuwait BSC पर 2.66 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है.

RBI Penalty: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने साइबर सुरक्षा ढांचे पर निर्देशों का अनुपालन नहीं करने के लिए बैंक ऑफ बहरीन एंड कुवैत बीएससी (Bank of Bahrain & Kuwait BSC) के भारतीय ऑपरेशन पर 2.66 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. RBI ने सोमवार को बयान में कहा कि बैंक अपने डेटाबेस में असामान्य और अनधिकृत, आंतरिक या बाहरी गतिविधियों का पता लगाने के लिए प्रणाली को लागू करने में विफल रहा है.

क्यों लगा बैंक पर जुर्माना

बयान के अनुसार, यह बैंक की सुरक्षा स्थिति में रीयल-टाइम/निकट-वास्तविक समय की जानकारी और अंतर्दृष्टि प्राप्त करने के लिए सुरक्षा संचालन केंद्र को लागू करने में भी विफल रहा. इसके साथ ही बैंक ऑफ बहरीन एंड कुवैत बीएससी (Bank of Bahrain & Kuwait BSC) डेटाबेस और सर्वर के ऑपरेटिंग सिस्टम के लिए ऑडिट लॉग को सक्षम करने में भी विफल रहा. बैंक को एक नोटिस जारी किया गया था जिसमें पूछा गया था कि RBI द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने में विफल रहने पर उस पर जुर्माना क्यों न लगाया जाए.

RBI द्वारा भेजे गए नोटिस पर बैंक के जवाब पर विचार करने के बाद, व्यक्तिगत सुनवाई के दौरान पेश किए गए मौखिक प्रस्तुतियां और इसके द्वारा जमा किए गए अन्य प्रस्तुतियों पर RBI इस निष्कर्ष पर पहुंचा कि बैंक ने केंद्रीय बैंक के निर्देशों का पालन नहीं किया है और इसलिए बैंक पर मौद्रिक जुर्माना लगाया गया है.

ग्राहकों का क्या होगा

आरबीआई (RBI) ने कहा कि जुर्माना नियामकीय अनुपालन (Regulatory Compliance) में खामियों के लिए लगाया गया है. यह बैंक द्वारा अपने ग्राहकों के साथ किए गए किसी भी लेनदेन या समझौते की वैधता पर सवाल नहीं उठाता है.

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