कथा में मुख्य यजमान दीपेश रविशंकर रावल, गिरीश प्रभुलाल चावड़ा, नौतम बिटकॉइन मूल बातें भाई चौहान, सूर्यकांत भाई चौहान, बिटकॉइन मूल बातें रमेश भाई चौहान, महेश बजानिया, प्रवीण चौहान, हसमुख मोहनलाल सोनी, संजय सोनी, नयन सोनी, नितेश सोनी, मुकेश पटेल, संजय पटेल, मयूर राठोड, सन्नी रावल, यमेश त्रिवेदी, लक्ष्मीकांत चावड़ा, जयेश याज्ञनिक, राजेन्द्र पारकरिया, ज्योति पारकरिया, शंकर लाल बुधिया, विनोद तुलस्यान सहित बड़ी संख्या में पुरुष और महिला श्रद्धालु शामिल हुए.
धनबाद: अपने कर्तव्य का पालन करें तो धरती पर ही स्वर्ग : सत् श्री महाराज
शिव पुराण कथा सुनाते सत् श्री महाराज
Dhanbad : धनबाद ( Dhanbad ) धर्म क्या क्या है ? अपने कर्तव्य का पालन करना ही धर्म है. हम सभी किसी ने किसी कर्तव्य से जुड़े होते हैं. सभी को अपने कर्तव्य का पालन करना चाहिए. सभी अपने कर्तव्य पालन करें तो धरती पर ही स्वर्ग आ जाएगा. उपरोक्त बातें सत् श्री महाराज ने स्वामीनारायण सत्संग समाज द्वारा राजकमल सरस्वती शिशु मंदिर स्कूल में आयोजित शिव महापुराण कथा के चौथे दिन श्रोताओं से कहीं.
आत्महत्या रोकने के लिए सत्संग जरूरी
महाराज जी ने कहा कि आजकल छोटी उम्र में ही लोग आत्महत्या कर रहे हैं. आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने के लिए जीवन में सत्संग आवश्यक है. युवाओं में बढ़ रही बिटकॉइन मूल बातें आत्महत्या की प्रवृत्ति को रोकने के लिए उन्हें अच्छे लोगों के साथ रहना चाहिए. आत्महत्या करने का मूल कारण प्रतिद्वंदिता है. गुजरात में कई युवाओं ने कथा सुनकर आत्महत्या का विचार छोड़ दिया, क्योंकि सत्संग से अच्छी समझ मिलती है. उन्होंने कहा लोग भौतिक वस्तु के पीछे भागते हैं. इस कारण अपना जीवन दुखी बना लिया है. लोगों को आगे बढ़ने का प्रयत्न जरूर करना चाहिए, परंतु किसी की उन्नति देखकर दुखी नहीं होना चाहिए. प्रयत्न से जो कुछ भी मिला है, उसमें संतुष्ट रहना सीखना पड़ेगा. सभी के पास सब कुछ नहीं होता है.
सत् श्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति सभी को समान दृष्टि से देखती है. नर नारी में कोई फर्क नहीं समझती. दोनों का समान महत्व है. कहा कि अमेरिका के इतिहास में आज तक कोई नारी राष्ट्रपति नहीं बनी. लेकिन भारत में नारी ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री बिटकॉइन मूल बातें का पद हासिल किया है. यही भारतीय संस्कृति है, जो नर और नारी को समान अधिकार और सम्मान देती है. उदाहरण देते हुए कहा कि जब हम श्री राम की बिटकॉइन मूल बातें पूजा करते हैं तो साथ में सीता मैया को भी पूजते हैं. श्री कृष्ण के साथ राधा और शंकर के साथ पार्वती मैया की भी पूजा करते हैं. हमारी संस्कृति ने नारी को सम्मान दिया है. दोनों के कार्य अलग-अलग हैं, परंतु दोनों का महत्व एक समान है. कथा के चौथे दिन शिव पार्वती विवाह उत्सव का आयोजन किया गया.
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 458