Crypto Prices Today: Shiba Inu और Dogecoin में 4 फीसदी की तेजी, Bitcoin में फ्लैट ट्रेडिंग
Cryptocurrency Prices: शेयर बाजार से लेकर क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले निवेशकों बिटकॉइन से होने वाले फायदे की नजर Jerome Powell के कमेंट पर टिकी है.
By: ABP Live | Updated at : 26 Aug 2022 01:44 PM (IST)
प्रतिकात्मक फोटो ( Image Source : Art Rachen/Unsplash )
Cryptocurrency Prices Today: क्रिप्टो बाजार में शुक्रवार 26 अगस्त, 2022 को भी तेजी देखी जा रही है. शेयर बाजार के समान क्रिप्टो बाजार को भी अमेरिकी फेड रिजर्व के चेयरमैन Jerome Powell के Wyoming के जैक्शन होल में होने वाले भाषण का इंतजार है, जिसमें वे महंगाई और ब्याज दरें बढ़ाने को लेकर क्या संकेत देते हैं. शेयर बिटकॉइन से होने वाले फायदे बाजार से लेकर क्रिप्टोकरेंसी में निवेश करने वाले निवेशकों की नजर Jerome Powell के कमेंट पर टिकी है. उसी के आधार पर शेयर बाजार और क्रिप्टो मार्केट की चाल निर्भर करेगी.
Solana और Pokadot को छोड़ ज्यादातर क्रिटोकरेंसी बढ़त के साथ कारोबार कर रहा हैं. Shiba Inu 4 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है. तो कारडानो, बीएनबी, डोजिकोइन भी बढ़त के साथ ट्रेड कर रहा है.
ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी का मार्केट कैप 1.04 बिलियन डॉलर पर ट्रेड कर रहा है. बीते 24 घंटे में इसमें एक फीसदी की तेजी आई है. लेकिन कुल ट्रेडिंग वॉल्यूम में गिरावट आया है. बिटकॉइन मौजूदा समय में 21,500 डॉलर यानि 17.98 लाख रुपये में ट्रेड कर रहा है. हालांकि बिट्कॉइन में 0.05 फीसदी की गिरावट आई है. लेकिन जानकारों के मुताबिक Bitcoin 22000 डॉलर के लेवल को पार कर सकता है. इथेरियम बिटकॉइन से होने वाले फायदे 1,40,600 रुपये पर ट्रेड कर रहा है. टीथर 84.05 रुपये, बाइनैंस कॉइन 24,720 रुपये पर ट्रेड कर रहा है.
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ़ सूचना हेतु दी जा रही है. यहां बताना ज़रूरी है की क्रिप्टो मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है. निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें. ABPLive.com की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है.)
News Reels
ये भी पढ़ें-
Published at : 26 Aug 2022 01:44 PM (IST) Tags: Cryptocurrency Bitcoin Cryptocurrency Prices Today Cryptocurrency Prices Shiba Inu Jerome Powell Solana Pokadot हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: Business News in Hindi
क्या होता है बिटकॉइन? इसकी शरुआत कैसे हुई? पूरे बैंकिंग सिस्टम को हिला कर रख देने वाले बिटकॉइन के बारे में सब कुछ जानिए
आज इंटरनेट पर कई वेबसाइट्स, काई सारे ऐसे एप्स मौजूद हैं जो बिटकॉइन खरीदते और बेचते हैं. साधारण भाषा में कहें, तो कई ऑनलाइन मार्केट प्लेस से बिटकॉइन खरीदे या बेचे जा सकते हैं.
जब से बिटकॉइन का जन्म हुआ है तब से ही बिटकॉइन की खूब चर्चा हो रही है. शुरुआत में तो ये हालात थे कि चारों तरफ हर किसी के मुंह से बिटकॉइन ही बिटकॉइन सुनाई देता था. कई देशों की सरकारों के विरोध के बाद इसकी बातें बहुत कम हो गई थीं लेकिन अब एक बार फिर से बिटकॉइन की चर्चा ज़ोरों पर है और इसके पीछे का कारण है बिटकॉइन की कीमत। दरअसल, बिटकॉइन की कीमत बढ़कर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है. जानकारी हो कि मौजूदा वक्त में एक बिटकॉइन की कीमत करीब 26 लाख रुपए हो चुकी है लगातार बढ़ती ही जा रही है यही वजह है कि निवेशक इन दिनों बिटकॉइन में भर-भर के निवेश कर रहे हैं.
बिटकॉइन क्या होता है?
Bitcoin एक वर्चुअल करेंसी है, Virtual का हिंदी अर्थ होता है- वास्तविक या आभासी. साधारण शब्दों में कहें तो आपके पास पैसा तो होता है आप इसका जब मर्ज़ी उपयोग भी कर सकते हैं लेकिन इसे हाथ में लेकर गिन नहीं सकते. इसिलए इसे क्रिप्टोकरेंसी भी कहा जाता है. बिटकॉइन का जन्म साल 2009 में हुआ था, सातोशी नाकामोतो नामक व्यक्ति ने इसे बनाया गया था. आज मात्र 11 सालों में जिस बिटकॉइन की कीमत 26 लाख रूपए हो चुकी है उस वक्त यानी 2009 में इसकी कीमत 5-6 रुपए प्रति बिटकॉइन थी. जैसा कि हम बता चुके हैं आम करेंसी की तरह बिटकॉइन को देखा या छुआ नहीं जा सकता लेकिन इससे ऑनलाइन खरीद-फरोख्त हो सकती है. इससे कोई भी सामान खरीदा जा सकता है, उधारी चुकाई जा सकती है. बिटकॉइन की सबसे बड़ी खासियत तो ये है कि इंटरनेशनल लेवल पर इससे पेमेंट करना फायदेमंद है क्योंकि अभी तक बिटकॉइन पर किसी भी देश या किसी संस्था का रेगुलेशन नहीं है. बिटकॉइन की बढ़ती कीमत के चलते इन दिनों लोग बिटकॉइन में खूब निवेश कर रहे हैं. कह लें, कि इन दिनों बिटकॉइन वर्ल्ड टूर पर निकला है तो कुछ गलत नहीं होगा.
बिटकॉइन को खरीदा या बेचा कैसे जा सकता है?
कई तरह के एप्स, वेबसाइट्स मौजूद हैं जहां पर बिटकॉइन खरीदे या बेचे जा सकते हैं. कई ऑनलाइन मार्किट प्लेस पर बिटकॉइन की खरीद व बिक्री होती है. साधारण भाषा में समझें तो जैसे आप डिजिटल तरीके से, इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग करके किसी को पैसे भेजते हैं ठीक उसी तरह बिटकॉइन का भी लेन-देन किया जा सकता है. इन वेबसाइट्स, एप्स या कह लें ऑनलाइन मार्केट प्लेस पर यूजर को ट्रेडिंग के लिए अपना अकाउंट बनाना होता है. इसी अकाउंट के ज़रिए बिटकॉइन की ट्रेडिंग आसानी से की जा सकती है.
'बिटकॉइन माइनिंग' आपने बहुत सुना होगा, क्या होता है?
दरअसल, बिटकॉइन को कंप्यूटर पर ही गणित के जटिल सवाल हल करके भी हासिल किया जा सकता है. मतलब यूजर को अपने पैसे इन्वेस्ट करने की ज़रुरत नहीं है. गणित के जटिल सवाल हल कर बिटकॉइन पाने के तरीके को बिटकॉइन माइनिंग (Bitcoin mining) कहा जाता है. बिटकॉइन शुरुआत में भी इसी तर्ज पर बनाया गया था. अभी भी दुनियाभर में बहुत से लोग बिटकॉइन माइनिंग कर इस क्रिप्टोकरेंसी को प्राप्त कर रहे हैं और अमीर बन रहे हैं.
बिटकॉइन वॉलेट भी होता है!
Bitcoin एक डिजिटल वॉलेट में स्टोर रहते हैं. यूजर का जो ट्रेडिंग अकॉउंट होता है उसी के भीतर दिखाई हैं. इस डिजिटल वॉलेट को ही बिटकॉइन वॉलेट कहा जाता है. यह डिजिटल या बिटकॉइन वॉलेट यूजर के कंप्यूटर पर या फिर ऑनलाइन क्लाउड पर हो सकता है. यह एक तरह का वर्चुअल बैंक अकाउंट हैं. जिसे बिटकॉइन से होने वाले फायदे एक खास पासवर्ड से ही खोला जा सकता है. अगर किसी यूजर ने इस डिजिटल वॉलेट का पासवर्ड खो दिया या भूल गया तो फिर उसके बिटकॉइन बिटकॉइन से होने वाले फायदे बिटकॉइन से होने वाले फायदे भी खो जाएंगे और फिर कभी वापस नहीं आएंगे.
हाल ही एक ऐसा ही मामला सामने आया है, जहां एक व्यक्ति के बिटकॉइन वॉलेट में 7000 बिटकॉइन हैं, जिनकी कीमत करोड़ों में है. लेकिन वह अपने बिटकॉइन वॉलेट का पासवर्ड भूल गया है. तो अब वह व्यक्ति करोड़पति होते हुए भी ना के बराबर है. एक अध्ययन के मुताबिक कुल बिटकॉइन के 25 फीसदी तो इन्हीं सब कारणों के चलते उपयोगहीन हैं.
बिटकॉइन के खतरों से भी रूबरू हो लीजिए-
Bitcoin की खासियत ही इसकी सबसे बड़ी कमजोरी है. इसकी खासियत ये है कि इसके ऑनलाइन लेनदेन का कोई रिकॉर्ड नहीं होता है. जिसके चलते बिटकॉइन खरीदने या बेचने वाले व्यक्ति को ढूंढ पाना लगभग नामुमकिन है. यही वजह है कि कई देशों में गैरकानूनी कामों जैसे ड्रग्स आदि खरीदने के लिए बिटकॉइन का भरपूर इस्तेमाल किया जा रहा है. आशंका है कि बिटकॉइन सुरक्षा के लिए भी खतरा हो सकता है. यही वजह है कि दुनिया के अधिकतर देशों की सरकारें इससे खौफज़द हैं.
पूरा बैंकिंग सिस्टम क्यों है परेशान?
इंटरनेट और तकनीक के बढ़ते प्रचलन के चलते बिटकॉइन के इस्तेमाल में भी खासी बढ़ोत्तरी हुई है. दुनियाभर के निवेशक क्रिप्टोकरेंसी में दबा कर निवेश कर रहे हैं. हालांकि मौजूदा वक्त बिटकॉइन से होने वाले फायदे में बिटकॉइन की तर्ज पर कई अन्य तरह की वर्चुअल करेंसी भी अस्तित्व में आ चुकी हैं. लेकिन बिटकॉइन इन सभी का शहंशाह है. दुनियाभर की कुल क्रिप्टो क्रिप्टोकरेंसी में 69 फीसदी हिस्सेदारी अकेले बिटकॉइन की ही है.
इस करेंसी का नियमन (रेगुलेशन) ना होने के कारण दुनियाभर के बैंक इसे लेकर चिंतित हैं. क्योंकि क्रिप्टोकरेंसी के लेनदेन में किसी भी थर्ड पार्टी जैसे बैंक आदि की जरूरत बिलकुल भी नहीं होती. ऐसे में कर चोरी की आशंका भयंकर रूप से है. दुनिया का कोई भी देश बिटकॉइन को करेंसी के तौर पर मान्यता नहीं दे पा रहा है, ऐसे में बिटकॉइन से किसी भी देश की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा पैदा हो सकता है. अब आप समझ लीजिए काले धन का सबसे बड़ा केंद्र स्विस बैंक तक बिटकॉइन से परेशान है.
भारत में बिटकॉइन टैक्स के बारे में सब कुछ
बिटकॉइन एक प्रकार की क्रिप्टोकरेंसी है, डिजिटल मुद्रा का दूसरा नाम जिसे भौतिक उत्पादों या सेवाओं के लिए व्यापारियों के साथ भुगतान के रूप में बदला जा सकता है। बिटकॉइन धारक एक केंद्रीकृत प्राधिकरण या बैंक को एक मध्यस्थ के रूप में कार्य करने की आवश्यकता के बिना सीधे एक दूसरे के साथ उत्पादों या सेवाओं की खरीद, बिक्री और व्यापार कर सकते हैं, इसके मूल में ब्लॉकचैन प्रौद्योगिकी के लिए धन्यवाद।
Recent Podcasts
Read in other Languages
Polls
- Property Tax in Delhi
- Value of Property
- BBMP Property Tax
- Property Tax in Mumbai
- PCMC Property Tax
- Staircase Vastu
- Vastu for Main Door
- Vastu Shastra for Temple in Home
- Vastu for North Facing House
- Kitchen Vastu
- Bhu Naksha UP
- Bhu Naksha Rajasthan
- Bhu Naksha Jharkhand
- Bhu Naksha Maharashtra
- Bhu Naksha CG
- Griha Pravesh Muhurat
- IGRS UP
- IGRS AP
- Delhi Circle Rates
- IGRS Telangana
- Square Meter to Square Feet
- Hectare to Acre
- Square Feet to Cent
- Bigha to Acre
- Square Meter to Cent
- Stamp Duty in Maharashtra
- Stamp Duty in Gujarat
- Stamp Duty in Rajasthan
- Stamp Duty in Delhi
- Stamp Duty in UP
These articles, the information therein and their other contents are for information purposes only. All views and/or recommendations are those of the concerned author personally and made purely for information purposes. Nothing contained in the articles should be construed as business, legal, tax, accounting, investment or other advice or as an advertisement or promotion of any project or developer or locality. Housing.com does not offer any such advice. No warranties, guarantees, promises and/or representations of any kind, express or implied, are given as to (a) the nature, standard, quality, reliability, accuracy or otherwise of the information and views provided in (and other contents of) the articles or (b) the suitability, applicability or otherwise of such information, views, or other contents for any person’s circumstances.
Housing.com shall not be liable in any manner (whether in law, contract, tort, by negligence, products liability or otherwise) for any losses, injury or damage (whether direct or indirect, special, incidental or consequential) suffered by such person as a result of anyone applying the information (or any other contents) in these articles or making any investment decision on the basis of such information (or any such contents), or otherwise. The users should exercise due caution and/or seek independent advice before they make any decision or take any action on the basis of such information or other contents.
Digital Currency Vs Cryptocurrency: डिजिटल करेंसी के क्या हैं फायदे? जानें क्रिप्टो करेंसी से कैसे अलग
नई दिल्ली: क्रिप्टो या डिजिटल मुद्राओं को लेकर दुनियाभर में दीवानगी है और भारत में भी एक अप्रैल से शुरू होने वाले अगले वित्त वर्ष में इसका देसी संस्करण पेश किया जाएगा, जो भौतिक रूप से प्रचलित मुद्रा के डिजिटल रूप को प्रतिबिंबित करेगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा मंगलवार को संसद में पेश आम बजट के मुताबिक ‘डिजिटल रुपया’ नामक यह मुद्रा, रिजर्व बैंक द्वारा डिजिटल रूप में जारी किया जाएगा और इसे भौतिक मुद्रा के साथ बदला जा सकेगा.
वित्त मंत्री द्वारा केंद्रीय बजट 2022-23 में डिजिटल रुपये को लेकर कई घोषणाएं की गई हैं. लेकिन कई लोग कंफ्यूज हैं कि अभी डिजिटल करेंसी को सरकार हां कर रही है लेकिन बिटक्वाइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी को ना क्यों कह रही है. इस अंतर को समझ कर ही हम डिजिटल करेंसी को समझते हैं.
डिजिटल और क्रिप्टो करेंसी में अंतर
विशेषज्ञों के मुताबिक डिजिटल रुपये की अवधारणा बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी से प्रेरित है, लेकिन केंद्रीय बैंक के नियमों के साथ. यानी बिटक्वाइन अनियंत्रित होती है जबकि डिजिटल करेंसी केंद्रीय बैंक की ओर से जारी की जाती है. क्रिप्टोकरेंसी का प्रबंधन एक कंप्यूटर एल्गोरिथम द्वारा किया जाता है. वहीं डिजिटल करेंसी को अथारिटी द्वारा नियंत्रित किया जाता है.
डिजिटल रुपये को सरकार की मान्यता मिली होती है. इसके साथ ही डिजिटल रुपया केंद्रीय बैंक की बैलेंसशीट में भी शामिल होगी और इसे देश की सॉवरेन करेंसी में बदला जा सकता है. प्रस्ताव है कि देश में डिजिटल करेंसी को बैंक नोट की परिभाषा में रखा जाए. इसके लिए RBI ने कानून में संशोधन का प्रस्ताव दिया है.
डिजिटल करेंसी के फायदे
- तेज लेन-देन और नोट छापने की तुलना में कम खर्चीला
- बाजार में करेंसी को सरकार सही से नियंत्रित कर पाएगी
- बैंक खाते की जरूरत नहीं
- ऑफलाइन लेन-देन संभव होगा.
- हर डिजिटल रुपये पर सरकार की नजर होगी
- कोई गैरकानूनी लेन-देन नहीं हो पाएगा
इसी के साथ आम बजट में क्रिप्टोकरेंसी और अन्य डिजिटल संपत्तियों पर लेन-देन को लेकर 30 प्रतिशत कर लगाने का फैसला लिया गया है. अपने बजट भाषण में सीतारमण ने ऐसी संपत्तियों को कर के दायरे में लाने के लिये इस संपत्ति की श्रेणी में एक सीमा से अधिक के लेन-देन पर एक प्रतिशत टीडीएस लगाने का भी प्रस्ताव किया.
क्या बिटकॉइन से होने वाले मुनाफे पर इनकम टैक्स लग सकता है?
बिटकॉइन, इथेरियम, रिपल और डैश जैसी वर्चुअल करंसी या क्रिप्टोकरंसीज, अभी हाल ही में फाइनैंशल.
भारत समेत दुनियाभर के कई देशों ने बिटकॉइन या अन्य वर्चुअल करंसीज को अभी तक कानूनी मान्यता नहीं दी है। अमेरिका, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे कुछ देशों ने बिटकॉइन के इस्तेमाल का समर्थन किया है। इसकी कानूनी स्थिति के बावजूद, लोग अभी भी इनमें निवेश कर रहे हैं क्योंकि उनसे मिलने वाला रिटर्न, दूसरे तरीकों के मुकाबले काफी अधिक है।
भारत में वर्चुअल करंसी
देश में क्रिप्टोकरंसीज के बारे में काफी अटकलें लगाई जा रही हैं। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस साल अपने 1 फरवरी के बजट भाषण में कहा कि क्रिप्टोकरंसीज, वैध मुद्रा नहीं हैं। उन्होंने एक ही बात को कई बार दोहराते हुए कहा कि रिजर्व बैंक भी कई बार इस पर बिटकॉइन से होने वाले फायदे अपनी राय व्यक्त कर चुका है। वित्त मंत्री की तरफ से अभी तक यह बात साफ नहीं की गई है कि अंतरराष्ट्रीय एक्सचेंज पर ट्रेडिंग करते समय क्रिप्टोकरंसीज पर टैक्स लगेगा या नहीं। उन्होंने इस सम्बन्ध में अभी तक कोई ठोस बयान भी नहीं दिया है कि वर्चुअल करंसीज से होने वाले प्रॉफिट या लॉस के साथ क्या किया जाएगा। इसलिए, इनकम टैक्स रिटर्न के लिए क्रिप्टोकरंसीज को लेकर काफी अटकलें लगाई जा रही हैं।
इन वर्चुअल करंसीज का टैक्सेशन इस बात पर निर्भर करेगा कि आप उनसे होने वाली कमाई का आप कैसे प्रयोग करते हैं।
व्यावसायिक आय के रूप में
यदि बिटकॉइन से होने वाली आमदनी, ट्रेडिंग के कारण हो रही है तो उसे व्यावसायिक आय माना जाएगा। मान लीजिए, आप नियमित रूप से बिटकॉइन खरीदते और बेचते हैं तो बिटकॉइन की बिक्री से होने वाले मुनाफे को व्यावसायिक आय माना जाएगा और उससे होने वाले नुकसान को व्यावसायिक नुकसान माना जाएगा। टैक्स देनदारियों का पता लगाने के लिए आप अन्य काल्पनिक व्यवसायों के आधार पर इससे होने वाले लाभ या नुकसान को सेट कर सकते हैं।
अन्य स्रोतों से होने वाली आय:
यदि इससे होने वाले प्रॉफिट, इसे एक निवेश के रूप में होल्ड करके रखने पर वैल्यू में वृद्धि के कारण होता है तो इस मुनाफे को अन्य स्रोतों से होने वाली आय माना जाएगा। लेकिन इस अवशिष्ट आय को वेतन, पेशे, मकान संपत्ति से होने वाली आय के साथ जोड़ा नहीं जा सकता है, और इसे ‘अन्य स्रोतों से होने वाली आय’ में शामिल किया जाना चाहिए।
कैपिटल ऐसेट के रूप में
बिटकॉइन को कैपिटल असेट माना बिटकॉइन से होने वाले फायदे जाना चाहिए यदि आप इसे निवेश के उद्देश्य से खरीदते हैं और यदि आप उसे लम्बे समय तक होल्ड करके रखने के बाद बेचते हैं तो इस लाभ पर किसी अन्य पूंजीगत परिसंपत्ति की तरह पूंजीगत लाभ टैक्स लगेगा। इसलिए यदि आप 36 महीने से कम समय तक बिटकॉइन को होल्ड करके रखते हैं तो इससे होने वाले मुनाफे को अल्पकालिक पूंजीगत परिसंपत्ति माना जाएगा। अल्पकालिक पूंजीगत लाभ के मामले में, बिटकॉइन की बिक्री से होने वाले लाभ पर आपकी टैक्स सीमा के हिसाब से टैक्स बिटकॉइन से होने वाले फायदे लगेगा और साथ में अधिभार और शिक्षा उपकर भी लगेगा। लेकिन 36 महीने से ज्यादा समय तक होल्ड करके रखने पर दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ का नियम लागू होगा और इस पर 20% टैक्स और साथ में अधिभार और शिक्षा उपकर भी लगेगा और इंडेक्सेशन का लाभ भी मिलेगा।
वर्चुअल करंसीज में अभी भी ट्रेड करना कितना सुरक्षित है?
इस समय, निवेशक, बिटकॉइन में निवेश करने के लिए इसलिए इतने उत्सुक हैं क्योंकि यह सिर्फ उनकी पहचान को ही गुमनाम नहीं रखता है बल्कि यह बहुत ज्यादा रिटर्न भी दे रहा है। भारत में इस बारे में कोई कानून नहीं है कि इस तरह की करंसी, वैध है या नहीं, इसलिए यह एक जोखिमपूर्ण निवेश बन जाता है। कुछ विशेषज्ञों का विचार है कि कुछ क्रिप्टोकरंसी एक्सचेजों के बंद होने का संभावित खतरा होने के बावजूद निवेशकों के लिए तत्काल कोई खतरा नहीं है। इसलिए अपने इनकम टैक्स रिटर्न में बिटकॉइन की बिक्री से होने वाले लाभ या नुकसान की घोषणा करके सुरक्षित रहने में ही फायदा है।
(BankBazaar.com भारत में स्थित एक प्रमुख ऑनलाइन मार्केटप्लेस है जो तरह-तरह के क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन, होम लोन, कार लोन, और इंश्योरेंस की तुलना और आवेदन करने में उपभोक्ताओं की मदद करता है।)
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 800