जरूरी डिस्क्लेमर: यहाँ हमारी वेबसाइट, हाइपरलिंक साइटों, संबंधित ऐप्लीकेशनों, फोरम, ब्लॉग, सोशल मीडिया अकाउंट और अन्य प्लेटफॉम (“साइट”) पर उपलब्ध सभी सामग्री केवल आपको सामान्य जानकारी देने के लिए है, जिसे थर्ड पार्टी के स्रोतों से प्राप्त किया गया क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रकार है। हम हमारी सामग्री के संबंध मे किसी भी प्रकार की वारंटी प्रदान नहीं करते हैं, जिसमें सटीक जानकारी और उसका अपडेट होना शामिल है लेकिन यहीं तक सीमित नहीं है। जो सामग्री हम प्रदान करते हैं उसका कोई भी हिस्सा फानेंशियल सलाह, कानूनी सलाह, या किसी भी प्रकार की सलाह नहीं देता है जो आपके किसी भी उद्देश्य के लिए विशिष्ट रूप से अर्थ रखता है। हमारी सामग्री का कोई भी उपयोग या भरोसा पूरी तरह से आपके जोखिम और विवेक पर निर्भर है। आपको हमारी सामग्री पर विश्वास करने से पहले अपना खुद का रिसर्च, रीव्यू, विश्लेषण और पुष्टि कर लेनवा चाहिए। ट्रेडिंग बहुत ही जोखिम भरी एक्टिविटी है जिसे चलते भारी नुकसान हो सकता है, इसलिए कृपया किसी भी फैसले को करने से पहले अपने फाइनेंशियल सलाहकार से परामर्श कर लें। हमारी क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रकार साइट की किसी भी सामग्री का अर्थ सिफारिश या प्रस्ताव देना नहीं है।
सैम बैंकमैन-फ्राइड के पूर्व मित्र अब FTX धोखाधड़ी मामले में सहयोग कर रहे हैं
सैम बैंकमैन-फ्राइड के गिरे हुए क्रिप्टो साम्राज्य में दो अधिकारी कैरोलीन एलिसन और गैरी वांग क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रकार ने संघीय आरोपों के लिए दोषी ठहराया है और अभियोजकों के साथ सहयोग कर रहे हैं। खबर थी बुधवार देर रात घोषित किया डेमियन विलियम्स द्वारा, न्यूयॉर्क के दक्षिणी जिले के लिए अमेरिकी अटॉर्नी।
विलियम्स ने यह निर्दिष्ट नहीं किया कि दोनों ने क्या आरोप लगाए हैं, लेकिन कहा कि दोषी दलीलें FTX और उसकी बहन कंपनी अल्मेडा रिसर्च में अंदरूनी सूत्रों के रूप में उनकी भूमिकाओं के संबंध में थीं। वांग एफटीएक्स क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज के सह-संस्थापक थे, और एलिसन ने बैंकमैन-फ्राइड क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रकार की ट्रेडिंग कंपनी अल्मेडा रिसर्च के सीईओ के रूप में कार्य किया।
बैंकमैन-फ्राइड और एलिसन और वैंग सहित अंदरूनी लोगों के एक चुनिंदा समूह पर कथित तौर पर केवल वही लोग हैं जो जानते थे कि एफटीएक्स ठगी में लिप्त था. बैंकमैन-फ्राइड के खिलाफ मामले आपराधिक और नागरिक दोनों हैं, और SDNY, CFTC और SEC द्वारा लाए गए हैं। कथित तौर पर, FTX ग्राहक निधि का उपयोग अधिकारियों को ऋण देने, अल्मेडा रिसर्च द्वारा जोखिम भरा व्यापार, राजनीतिक दान, और समुद्र तट के घरों से लेकर निजी जेट उड़ानों तक हर चीज पर भव्य खर्च के लिए किया गया था।
INR में BITCOLOJIX की कीमत: BTCIX को INR में कंवर्ट करें
तारीख | सप्ताह का दिन | 1 BTCIX का INR के लिए | 24घं का बदलाव | बदलाव % |
---|---|---|---|---|
December 22, 2022 | गुरुवार | ₹58.93 | -₹0.443651 | -0.7% |
December 21, 2022 | बुधवार | N/A | N/A | - |
December 20, 2022 | मंगलवार | N/A | N/A | - |
December 19, 2022 | सोमवार | N/A | N/A | - |
December 18, 2022 | रविवार | N/A | N/A | - |
December 17, 2022 | शनिवार | N/A | N/A | - |
December 16, 2022 | शुक्रवार | क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रकारN/A | N/A | - |
Indian Rupee (INR) को BTCIX में कंवर्ट करें
INR | BTCIX |
---|---|
0.01 INR | 0.00016970 BTCIX |
0.1 INR | 0.00169703 BTCIX |
1 INR | 0.01697028 BTCIX |
2 INR | 0.03394057 BTCIX |
5 INR | 0.084851 BTCIX |
10 INR | 0.169703 BTCIX |
20 INR | 0.339406 BTCIX |
50 INR | 0.848514 BTCIX |
100 INR | 1.70 BTCIX |
1000 INR | 16.97 BTCIX |
Agriculture News: खेती और किसान: जैव संवर्दि्धत प्रजातियों के नित्य आहार में समावेश करने से लाभ होता है
Agriculture News: भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद व कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा अनुसंधान के माध्यम से सभी प्रकार की फसलें जैसे-गेहूं, चना, सोयाबीन, मक्का, धान, शकरकंद, आलू, फूलगोभी, अनार इत्यादि में आवश्यक पोषक तत्वों-मुख्य रूप से प्रोटीन, जिंक, आयरन, फॉलिक अम्ल, एंथोसायनिन, कंटीआई मुक्त इत्यादि का समावेश कर गुणवत्ता में वृद्धि की गई है। ये कुपोषण उन्मूलन में एवं पोषण सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं। आज कुपोषण समस्या जैसे एनीमिया, कम वजन, बौनापन, कमजोरी व दुर्बलता निर्मुलन में जैव संवर्दि्धत प्रजातियों को प्रतिदिन के नित्य आहार में समावेश करने से काफी लाभ हो सकता है।
जैव संवद्धित प्रजातियां भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के विभिन्न अनुसंधान संस्थानों व कृषि विश्वविद्यालयों के महत्वपूर्ण प्रयासों से विकसित की जा रही हैं। इनमें मूलरूप से निम्न तकनीकी प्रयोगों से सफलता हासिल की जा रही है।
Agriculture News:
आनुवंशिक पादप प्रजनन प्रक्रिया है:
यह एक आनुवंशिक पादप प्रजनन प्रक्रिया है। इसक? माध्यम से जर्मप्लाज्म को विशिष्ट पोषक तत्वों जैसे-प्रोटीन, अमीनों अम्ल, लोहा, जिंक, फॉलिक अम्ल, विटामिन से समृद्ध करके विविध प्रजातियां विकसित की जाती हैं। इन प्रजातियों को वर्तमान में जैव संवर्दि्धत किस्म या पोषक तत्वयुक्त प्रजातियों के नाम से भी जाना जाता हैं। उदाहरणस्वरूप गेहूं को प्रजाति पूसा अहिल्या, पूसा तेजस, पूसा वाणी, एच,आई.-8777 में प्रोटीन, जिंक व आयरन की वृद्धि करके इन्हें गुणवत्तायुक्त बनाया गया है। इसके साथ ही शकरकंद जैसो कंदवाली फसल (नारंगी गूदा) को बीटाकैरोटिन से संवर्दि्धत किया गया है। इस प्रकार की प्रजातियों को संतुलित पोषण आहार में उपयोग किए जाने से स्वस्थ गांव एवं स्वस्थ भारत का निर्माण करने में सहायता प्राप्त होगी।
जैव तकनीकी संवर्धन:
Agriculture News: खेेती और किसान:एक चमत्कार है लघु धान्य की फसलें
Agriculture News: अन्य अनाजों की तुलना में कम वाष्पोसर्जन दर पर कार्बन के स्थिरीकरण करने की क्षमता लघु धान्य की फसलों में होती है। यह फसल रेतीली, अम्लीय और क्षारीय जिनका पी—एच मान 4.5 से 8 के बीच हो के लिए ठीक होती है। कार्बन पदचिंह को कम करने की क्षमता इनमें होती है। इसमें कम से कम ग्लोबल बार्मिंग क्षमता भी पायी जाती है। यह ग्लोबल वार्मिंग के प्रभावों के लिए प्रतिरोधी होती है। सूखे में वृद्वि की आवृत्ति और औसत तापमान की बढ़ी स्थिति में धान्य को कम या बिल्कुल भी उर्वरक की आवश्यकता नहीं होती। लघु धान्य फसलों जैसे बाजरा और ज्वार को उगाने के क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रकार लिए उपयोग की जाने वाली भूमि के क्षेत्र में वृद्वि करने, जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को कम करने और पानी की कमी के मुद्दों और खाद्य सुरक्षा के लिए रणनीति बनाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर सकती है।
Agriculture News
बता दें, वैश्विक जलवायु परिवर्तन आज के दौर में एक महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया है और जीवन के सभी आयामों का प्रभावित करता है। इससे अछूता कृषि क्षेत्र भी नहीं है।
खरीफ के मौसम में की जाती है लघु धान्य फसलों की खेती:
लघु धान्य फसलों की खेती खरीफ के मौसम में की जाती है। सांवा, काकुन एवं रागी को मक्का के साथ मिश्रित फसल के रूप में लगाते हैं। रोगी को कोदो के साथ भी मिश्रित फसल के रूप में लेते हैं। ये फसलें गरीब एवं आदिवासी क्षेत्रों में उस समय लगाई जाने वाली खाद्यान्न फसलें है जिस समय पर उनके पास किसी प्रकार अनाज खाने को उपलब्ध नहीं हो पाता है। ये फसलें अगस्त के अंतिम सप्ताह या सितम्बर के प्रारंभ में पककर तैयार हो जाती है जबकि अन्य खाद्यान्न फसलें इस समय पर नहीं पक पाती और बाजार में खाद्यान्नों का मूल्य बढ़ जाने से गरीब उन्हें नहीं खरीद पाते है। इसलिए समय पर 60-80 दिनों में पकने वाली सांवा, कुटकी एवं कंगनी जैसी फसलें महत्वपूर्ण खाद्यान्न के रूप प्राप्त होती है।
यूरोपीय समुदाय ने अपना नाम यूरोपीय संघ कब रखा था? (european samuday ne apna naam europiy sangh kab rakha)
अगर दोस्तों इस विषय में बात की जाए कि यूरोपीय समुदाय ने अपना नाम यूरोपीय संघ कब रखा था, तो आपकी जानकारी के लिए मैं बता दूं कि यूरोपीय संघ 27 यूरोपीय महाद्वीप के देशों का संगठन है, जिसकी स्थापना 1 नवंबर सन 1993 के अंतर्गत की गई थी। यानी कि यूरो की समुदाय का नाम यूरोपीय संघ सन 1993 के अंतर्गत रखा गया था।
यूरोपीय संघ 27 यूरोपीय महाद्वीप देशों का एक संगठन है, इस संगठन की स्थापना राजनीतिक तथा आर्थिक एकीकरण की भावना से की गई थी। यूरो करेंसी की स्थापना इस यूरोपीय संघ के द्वारा ही की गई थी, आज के समय यूरोप लगभग 12 क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रकार देशों की राष्ट्रीय मुद्रा है। इसके अलावा यूरोपीय संघ को शांति बनाए रखने क्रिप्टोक्यूरेंसी के प्रकार के लिए सन 2012 के अंतर्गत नोबेल पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।
यूरोपीय संघ के उद्देश्य क्या थे?
यूरोपीय संघ के प्रमुख उद्देश्य निम्न प्रकार से है:-
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 525