चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने भारत के मुख्य न्यायाधीश के रूप में सबसे लंबा कार्यकाल रखने वाले वाईवी चंद्रचूड़ के बारे में बात करते हुए कहा कि उन्होंने दादर में चॉल से शुरुआत की थी, हर सुबह 5 बजे क्लाइंट ब्रीफ लेते थे। मेरे माता-पिता के पास मेरी बहन और मुझे एक अंग्रेजी माध्यम में भेजने का सपना था। उन्होंने [कक्षा] 7 में ही अंग्रेजी सीखना शुरू कर दिया था। उन्हें विदेशी शिक्षा का लाभ कभी नहीं मिला, जिस तरह से हमें मिला। मैं जजमेंटल हुए बिना जज करने की कोशिश करता हूं। जस्टिस बीआर गवई, जस्टिस अभय ओक, जस्टिस दीपांकर दत्ता के साथ-साथ बॉम्बे हाईकोर्ट के जस्टिस गौतम पटेल ने सीजेआई दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प की तारीफ की।
भारत बनाम बांग्लादेश क्रिकेट बेटिंग टिप्स : दूसरा टेस्ट मैच (22 दिसंबर 2022)
VS
एकदिवसीय श्रृंखला में शर्मनाक हार के बाद, भारत ने पहला टेस्ट जीतकर एक बार फिर साबित कर दिया है कि भारतीय टीम क्यों सर्वश्रेष्ठ टीमों में से एक हैं। साथ ही पहला टेस्ट मैच जीत कर भारत ने विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप 2021-23 के लिए मूल्यवान दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प अंक भी अर्जित कर लिए है। इसी बीच, मेजबान बांग्लादेश टीम यहां ढाका में होने वाले दूसरे मैच में वापसी करना चाहेगी। ध्यान देने योग्य दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प है कि यह मैच बांग्लादेश की राजधानी ढाका में खेला जाना है और दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प बांग्लादेश इस मैच को कतई हारना नहीं चाहेगा। वही दूसरी ओर भारतीय टीम दूसरा टेस्ट मैच जीत कर सीरीज अपने नाम करने की तैयारी में होगी।
दो मैचों की टेस्ट सीरीज के दूसरे मैच में बांग्लादेश और भारत के बीच अंतिम मुकाबले के लिए मंच तैयार हो गया है। यह मैच 22 दिसंबर गुरुवार को शेरे बांग्ला स्टेडियम, ढाका में खेला जाएगा। यदि आप सट्टेबाजी के कुछ बेहतरीन टिप्स और मैच का पूर्वावलोकन जानना चाहते हैं, तो लेख को अंत तक पढ़ें।
भारत बनाम बांग्लादेश – पूर्वावलोकन और क्रिकेट बेटिंग टिप्स
एक दिवसीय श्रृंखला में शानदार जीत के बाद, बांग्लादेश को पहले टेस्ट मैच में निराशाजनक हार का सामना करना पड़ा। टॉस जीत कर भारत ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, और भारतीय बल्लेबाजी का संकट यहाँ भी जारी रहा। भारतीय टीम केवल 48 रन के स्कोर पर 3 विकेट खो चुकी थी। जिसके बाद चेतेश्वर पुजारा की 90, श्रेयस अय्यर की 86, और रवि चंद्रन अश्विन की 58 रन की बेहद महत्वपूर्ण पारियों ने भारत को 404 तक पहुंचाया। बांग्लादेश की ओर से तैजुल इस्माल और मेहदी हसन प्रमुख गेंदबाज रखे और दोनों ने ही चार-चार विकेट झटके।
जिसके जवाब में, बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेशी टीम मात्र 150 रनो के स्कोर पर ही ढ़ेर हो गयी। भारत की ओर से कुलदीप यादव ने गेंद से घातक प्रदर्शन किया और 5 बांग्लादेशी बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया।
हालांकि, कप्तान केएल राहुल ने बांग्लादेश को फॉलोऑन के आमंत्रित नहीं किया और आगे बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत 254 रनो की बढ़त के साथ दूसरी पारी में बल्लेबाजी के लिए उतरा। दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाजी आखिरकार अपने रंग में नज़र आयी और दो भारतीय बल्लेबाजों ने शतक जड़े। शुभमन गिल ने 152 गेंदों पर 110 रन बनाकर शानदार शतकीय पारी खेली। साथ ही, चेतेश्वर पुजारा ने 130 गेंदों में 102 रन बनाकर अपना सबसे तेज टेस्ट शतक बनाया। मैदान में बांग्लादेश टीम काफी संकट में नज़र आयी दिन के अंत में समाप्ति के साथ विकल्प और आत्मविश्वास की कमी साफ़ नज़र आ रही थी। भारत ने 258/2 पर पारी घोषित की, और बांग्लादेश के सामने 512 रनो का विशाल लक्ष्य रखा।
पिच और मौसम की स्थिति
अंतिम टेस्ट मैच का पहला दिन काफी गर्म और धूप वाला दिन होगा। मैच के अगले 4 दिनों तक वर्षा की कोई संभावना नहीं है। तापमान में 23 से 28 डिग्री के बीच उतार-चढ़ाव होगा और आर्द्रता प्रत्येक दिन लगभग 50-70% के आस पास रहेगी।
पिच की बात की जाए तो, इस पिच पर औसत पहली पारी का स्कोर 341 होता है और चौथी पारी में 180 तक रहता है। जिससे स्पष्ट है की दोनों कप्तानों के लिए टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करना चाहेंगे। स्पिनर्स को इस पिच पर काफी मदद मिलेगी जबकि तेज गेंदबाज नई गेंद से विकेट झटक सकते हैं। रन बनाने के लिए बल्लेबाजों को कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती हैं ।
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Highlights काबुली चना टेस्टी के साथ हेल्थी भी होता है। इससे आपका वेट लॉस भी हो सकता है। लेकिन इसके ज्यादा खाने से आपको समस्या भी हो सकती है।
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अदालतों की स्वतंत्रता की निडर भावना बनी रहेगी और इससे कोई समझौता नहीं: चीफ जस्टिस
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जजों की नियुक्ति को लेकर केंद्र सरकार और न्यायपालिका के बीच चल रहे विवाद में देश के नये चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ अप्रत्यक्ष रूप से मुनादी कर रहे हैं कि अदालतों की स्वतंत्रता की निडर भावना बनी रहेगी और इससे कोई समझौता नहीं हो सकता। अब सरकार के पाले में गेंद है कि वह विवाद को खत्म करती है या न्यायपालिका को कोई न्यायिक आदेश देने पर बाध्य करती है।
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने शनिवार को मुम्बई में कहा कि 1975 में आपातकाल के दौरान ‘अदालतों की स्वतंत्रता की निडर भावना’ ने लोकतंत्र को बचाया। नवंबर में भारत के प्रधान न्यायाधीश का पद संभालने वाले जस्टिस चंद्रचूड़ को यहां बंबई उच्च न्यायालय ने सम्मानित किया। समारोह में, उन्होंने अतीत में कई न्यायाधीशों और उनके साथ काम करने के अपने अनुभव के बारे में विस्तार से बात की।
चीफ जस्टिस ने कहा कि यह राणे जैसे न्यायाधीश थे जिन्होंने स्वतंत्रता की मशाल को जलाए रखा जो 1975 में आपातकाल के उन वर्षों में मंद हो गई थी। यह हमारी अदालतों की स्वतंत्रता की निडर भावना थी जिसने 1975 में भारतीय लोकतंत्र को बचाया था।
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