India VIX ने समझाया: India VIX क्या है और यह कैसे काम करता है?
शेयर बाजार को अस्थिर माना जाता है, जिसमें उच्च स्तर की अस्थिरता होती है, जिसका अर्थ है कि छोटी अवधि में शेयरों की कीमतों में भारी ऊपर और नीचे की गति हो सकती है। बाजार के निवेशकों को डर सूचकांक या अस्थिरता सूचकांक जैसे शब्दों का सामना करना पड़ सकता है। भारत VIX या भारत अस्थिरता सूचकांक के बारे में जानना महत्वपूर्ण है, जो भारत में निवेशकों और व्यापारियों को अस्थिरता-प्रेरित उतार-चढ़ाव को समझने में मदद करता है। इस लेख में, हम VIX इंडिया और इसके महत्व के बारे में चर्चा करेंगे जो आपको सूचित निवेश निर्णय लेने में मदद कर सकता है।
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Share Markets : तीन दिनों बाद रिकवरी लेकिन फिर से गिरावट, अडाणी शेयरों में तेजी से पावर इंडेक्स में 3% की बढ़त
शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 190 अंकों से ज्यादा के उछाल पर था. हालांकि, इसके बाद बाजार में गिरावट दर्ज की गई. बाजार में पिछले तीन दिनों से चल रही गिरावट पर रोक लगी है. शेयर बाजारों में पिछले तीन कारोबारी दिनों से जारी गिरावट के बीच निवेशकों के 11.22 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं.
शेयर बाजार में ओपनिंग के साथ रिकवरी, लेकिन फिर दर्ज हुई गिरावट.
वैश्विक बाजारों से अच्छे संकेत मिलने के बाद बुधवार यानी 11 मई को घरेलू शेयर बाजारों ने बढ़त हासिल की. शुरुआती कारोबार में बीएसई सेंसेक्स 190 अंकों से ज्यादा के उछाल पर था. हालांकि, इसके बाद बाजार में गिरावट दर्ज की गई. सेंसेक्स 10.19 बजे 279.14 अंकों या 0.51% की गिरावट के साथ 54,085.71 के स्तर पर था. वहीं, निफ्टी 65.70 अंक या 0.40% गिर गया था और 16,174.35 पर दर्ज किया गया.
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इंडेक्स 190.34 अंकों के लाभ के साथ 54,555.19 के स्तर पर था. वहीं, एनएसई निफ्टी 65.55 अंक उछलकर 16,305.60 के स्तर पर आ गया था. इससे बाजार में पिछले तीन दिनों से चल रही गिरावट पर रोक लगी है. शेयर बाजारों में पिछले तीन कारोबारी दिनों से जारी गिरावट के बीच निवेशकों के 11.22 लाख करोड़ रुपये डूब चुके हैं.
पावर इंडेक्स में शुरुआती घंटे में 3 फीसदी की तेजी आई थी. अडाणी ग्रीन, अडाणी ट्रांसमिशन और टॉरेंट पावर सबसे ज्यादा तेजी दिखा रहे थे.
सेंसेक्स पर भारती एयरटेल, टेक महिंद्रा, पावर ग्रिड, टाटा स्टील, एचडीएफसी और एमएंडएम सबसे ऊंची बढ़त पर था. वहीं, एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, लार्सन एंड टूब्रो और इंडसइंड बैंक गिरावट पर चल रहे थे.
रुपये में डॉलर के मुकाबले 17 पैसों की तेजी आई थी. अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 77.24 पर खुला, और फिर बढ़त दर्ज करते हुए 77.17 पर आ गया। इस तरह रुपये ने पिछले बंद भाव के मुकाबले 17 पैसे की बढ़त दर्ज की। हालांकि, इस दौरान रुपये ने डॉलर के मुकाबले 77.31 का निचला स्तर भी देखा.
एशियाई बाजारों में आज सुबह टोक्यो, हॉन्ग कॉन्ग, शंघाई और सोल के इंडेक्स हरे निशान में थे.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट क्रूड 1.64 फीसदी उछलकर 104.14 पर पहुंच गया था.
बता दें कि पिछले कारोबार में यानी मंगलवार को सेंसेक्स 105.82 अंक और गिरकर 54,364.85 अंक पर बंद हुआ. इसके पहले सोमवार और बीते शुक्रवार को भी बाजार नुकसान के साथ बंद हुआ था. इन तीन दिनों में सेंसेक्स में कुल 1,337.38 अंक यानी 2.40 प्रतिशत की गिरावट आई है थी. निफ्टी 61.80 अंक यानी 0.38 प्रतिशत की गिरावट के साथ 16,240.05 अंक पर आ गया था.
Share Market: विदेशी बाजारों का क्या हाल, कैसा रहेगा आज भारतीय शेयर मार्केट?
Stock To Watch: वन 97 कम्युनिकेशन, मैक्स फाइनेंशियल सर्विस, लुपिन, हिंदुस्तान यूनिलिवर, अडानी एंटरप्राइस.
टोक्यो में गिरावट और शंघाई के सपाट बंद होने से ज्यादातर एशियाई बाजार 8 दिसंबर को दबाव में रहे. हांगकांग में सख्त कोविड नीति में ढील देने के कारण बाजार गुलजार रहे.
भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) एक दिन पहले मामूली बढ़त के साथ बंद हुए. बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 160 अंक या 0.26% बढ़कर 62,570 पर बंद हुआ, जबकि एनएसई निफ्टी 50 (NSE Nifty 50) 48 अंक या 0.26% चढ़कर 18,609 पर बंद हुआ.
विदेशी बाजारों का क्या हाल?
प्रमुख अमेरिकी बाजारों ने कैसा किया प्रदर्शन-
S&P 500 0.75 फीसदी चढ़ा
NASDAQ में 1.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई
Dow Jones 0.55 फिसदी चढ़ा
एशियाई बाजार कर रहे अच्छा प्रदर्शन-
सिंगापुर स्टॉक एक्सचेंज सुबह 7 बजकर 40 मिनट पर 69 अंक या 0.37 फीसदी ऊपर है
जापान के निक्केई में 1.19 फीसदी चढ़ा
ताइवान का शेयर बाजार 0.80 फीसदी चढ़ा
साउथ कोरिया के कॉस्पी में 0.48 फीसदी चढ़ा
एनएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, 6 दिसंबर को, विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 1,132 करोड़ रुपये के शेयर्स बेचे, वहीं घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने भी 772 करोड़ रुपये के शेयर्स खरीदे हैं.
खबरों में हैं ये स्टॉक्स
आज शेयर बाजार में इन स्टॉक्स पर नजर रख सकते हैं जो खबरों में बने हुए हैं-
वन 97 कम्युनिकेशन (पेटीएम), मैक्स फाइनेंशियल सर्विस, लुपिन, हिंदुस्तान यूनिलिवर, सन फार्मास्युटिकल, अडानी एंटरप्राइस.
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Index Fund: क्या है इंडेक्स फंड, इसमें क्यों करें निवेश, कैसे मिलेगा बड़ा रिटर्न
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Stock Market : शेयर बाजार में पिछले 8 दिनों की तेजी पर लगा ब्रेक, शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 305.61 अंक टूटा
Stock Market : शेयर बाजार में पिछले 8 दिनों की तेजी पर ब्रेक लग गया है. शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 305.61 अंक टूट गया है. निफ्टी भी गिरावट दर्ज किया गया है. पिछले कारोबारी सत्र में, बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 184.54 अंक यानी 0.29 प्रतिशत चढ़कर 63,284.19 अंक पर पहुंच गया जो इसका नया रिकॉर्ड है.
Updated: December 2, 2022 10:46 AM IST
Stock Market : वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख के बीच शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में प्रमुख शेयर सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट हुई. इससे पहले, घरेलू शेयर बाजारों में आठ दिन तक तेजी का रूख था.
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इस दौरान 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 305.61 अंक गिरकर 62,978.58 पर आ गया. व्यापक एनएसई निफ्टी 79.65 अंक टूटकर 18,732.85 पर था.
सेंसेक्स में हिंदुस्तान यूनिलीवर, मारुति, अल्ट्राटेक सीमेंट, महिंद्रा एंड महिंद्रा, एशियन पेंट्स तथा नेस्ले गिरने वाले प्रमुख शेयरों में शामिल थे.
दूसरी ओर, टाटा स्टील, टेक महिंद्रा, इंडसइंड बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईटीसी में बढ़त हुई.
अन्य एशियाई बाजारों में सियोल, तोक्यो, शंघाई और हांगकांग के बाजार नुकसान में कारोबार कर रहे थे. अमेरिकी बाजार भी बृहस्पतिवार को नुकसान में बंद हुए थे.
पिछले कारोबारी सत्र में, बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 184.54 अंक यानी 0.29 प्रतिशत चढ़कर 63,284.19 अंक पर पहुंच गया जो इसका नया रिकॉर्ड है. इसी तरह एनएसई का सूचकांक निफ्टी 54.15 अंक यानी 0.29 प्रतिशत की बढ़त के 18,812.50 अंक पर बंद हुआ था.
अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.30 फीसदी की बढ़त के साथ 87.14 डॉलर प्रति बैरल पर था.
शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रुप से 1,565.93 करोड़ रुपये के शेयर बेचे.
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146 साल का हुआ बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज: कैसा रहा BSE का 1875 से लेकर अब तक का सफर?, जानिए सबकुछ
आज बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) 146 साल का गया है। 9 जुलाई 1875 में BSE की स्थापना हुई थी। यह एशिया का पहला और सबसे तेज स्टॉक एक्सचेंज है। करीब 41 साल पहले 100 के आधार अंक से शुरू हुआ बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स आज 53,000 के पार पहुंच गया है। यानी सेंसेक्स में लगभग 530 गुना की बढ़ोतरी हुई है।
शेयर मार्केट की शुरुआत एक बरगद के पेड़ के नीचे 318 लोगों ने 1 रुपये के एंट्री फीस के साथ की थी। 25 जनवरी, 2001 को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) ने डॉलेक्स-30 लॉन्च किया था। इसे BSE का डॉलर लिंक्ड वर्जन कहा जाता है।
सेंसेक्स की शुरुआत कहानी
1986 में जब सेंसेक्स की शुरुआत हुई तो इसका बेस इयर 1978-79 को रखा गया और बेस 100 पॉइंट बनाया गया। जुलाई 1990 में ये आंकड़ा 1,000 पॉइंट पर पहुंच गया। 1991 के आर्थिक उदारीकरण के बाद सरकार ने FDI के दरवाजे खोले और बिजनेस करने के कानून में बदलाव किया। मार्केट वैल्यू का डिरेगुलेशन किया गया और अर्थव्यवस्था को सर्विस ओरिएंटेड कर दिया। इसने सेंसेक्स में गति बढ़ाई।
जब सेंसेक्स पहली बार बना, तब क्या बदलाव हुए
सबसे पहले सर्विस इंडस्ट्री, यानी बैंकिंग, टेलीकॉम और आईटी सेक्टर्स की कंपनियों को शामिल किया गया। शेयर बाजार संकेतक क्या है? इसके बाद 90 के दशक के अंत और 2,000 की शुरुआत में आईटी कंपनियों में तेजी से हो रहे डेवलपमेंट को देखते हुए पुरानी कंपनियों शेयर बाजार संकेतक क्या है? की जगह टीसीएस और इंफोसिस को शामिल किया गया। उदारीकरण के बाद से ही भारत की बड़ी कंपनियां घरेलू बिक्री पर ज्यादा निर्भर नहीं हैं। ये सभी कंपनियां एक्सपोर्ट के जरिए बिजनेस बढ़ाती रही हैं। वहीं आईटी सेक्टर में आउटसोर्सिंग की वजह से इन्फोसिस जैसी कंपनियों को फायदा हुआ है। टाटा जैसी ऑटोमोबाइल शेयर बाजार संकेतक क्या है? सेक्टर की कंपनी ने यूके जैसे विकसित बाजारों में कदम रखा है
हर्षद मेहता कांड:मार्च 1992 में सेंसेक्स पहली बार 4 हजार के स्तर पर बंद हुआ, लेकिन इसके बाद सेंसेक्स 2,900 से 4,900 के बीच झूलता रहा और इसे 5 हजार तक पहुंचने में सात साल से ज्यादा लग गया। इसका मुख्य कारण था कि इसी साल हर्षद मेहता के घोटाले का खुलासा होने से शेयर बाजार में भारी बिकवाली हुई थी।
2006 में 10 हजार पार
सेंसेक्स को 5 हजार से 10 हजार तक पहुंचने में 6 साल से ज्यादा समय लग गया। 7 फरवरी 2006 को सेंसेक्स 10,082.28 पर बंद हुआ, लेकिन अगले डेढ़ साल में ही सेंसेक्स 10 से 15 हजार के स्तर पर पहुंच गया।
सेंसेक्स के लिए 2007 सबसे बेहतरीन
9 जुलाई 2007 को सेंसेक्स 15,045.73 पर बंद हुआ। 2007 सेंसेक्स के लिए अब तक सबसे बेहतरीन साल रहा। अगले छह महीने में ही सेंसेक्स 20 हजार के स्तर पर पहुंच गया और दिसंबर 2007 में सेंसेक्स ने 20,000 का स्तर भी पार कर लिया था।
2008 की मंदी ने बाजार का खेल बिगाड़ा
8 जनवरी 2008 को सेंसेक्स ने कारोबार के दौरान पहली बार 21 हजार का स्तर पार किया था, लेकिन इसी साल आई अंतरराष्ट्रीय मंदी ने पूरा खेल बिगाड़ दिया था। मंदी की वजह से पूरी दुनिया के शेयर बाजारों के साथ ही भारतीय शेयर बाजार भी धड़ाम हो गए और 10 जनवरी 2008 को सेंसेक्स 14,889.25 के स्तर पर बंद हुआ. इसी साल 16 जुलाई को सेंसेक्स 12,575.8 पर बंद हुआ। इतना ही नहीं नवंबर 2008 में सेंसेक्स 8,451.01 के स्तर तक पहुंच गया था। इसके बाद सेंसेक्स को फिर वापस 21 हजार के स्तर तक जाने में करीब 3 साल लगे थे।
2014 में बाजार ने नरेंद्र मोदी का शानदार स्वागत किया
साल 2013 में BSE सेंसेक्स ने पलटी मारी और 18 जनवरी 2013 को सेंसेक्स फिर 20,039.04 पर बंद हुआ। 2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनी। शेयर बाजार ने भी मोदी सरकार का जमकर स्वागत किया। शेयर बाजार संकेतक क्या है? 16 मई 2014 को ही सेंसेक्स 25,364 के स्तर तक पहुंच गया था। इसके बाद सेंसेक्स को 25 हजार से 30 हजार तक पहुंचने में तीन साल का समय लगा था।
साल 2017 में 30 हजार का स्तर
साल 2017 के अप्रैल महीने में सेंसेक्स 30,133 तक पहुंचा और अगले एक साल में ही सेंसेक्स 35 हजार के लेवल पर पहुंच गया। 17 जनवरी 2018 को सेंसेक्स 35,081 पर बंद हुआ। 30 अक्टूबर 2019 को सेंसेक्स ने 40,051 के स्तर को छू लिया था।
कोरोना संकट में बड़ा झटका लगा
सेंसेक्स जनवरी 2020 में 42 हजार के करीब पहुंच गया था, लेकिन इसके बाद साल 2020 का कोरोना ने तबाही मचाना शुरू कर दिया था। और यही कारण था कि सेंसेक्स मार्च 2020 में लॉकडाउन के बाद 25,981 तक पहुंच गया था, हालांकि अप्रैल के अंत और मई से सेंसेक्स में फिर से शानदार रिकवरी आने लगी।
15 महीने में 40 से 50 हजार का सफर
30 अक्टूबर 2019 को सेंसेक्स पहली बार 40,000 के पार बंद हुआ। विदेशी और घरेलू निवेशकों के दम पर सेंसेक्स ने करीब एक साल में ही 40 से 45 हजार तक का सफर तय कर लिया। 4 दिसंबर, 2020 को सेंसेक्स 45,079 पर बंद हुआ। इसके करीब डेढ़ महीने बाद ही सेंसेक्स ने 21 जनवरी 2021 को नया रिकॉर्ड बनाते हुए 50 हजार का आंकड़ा पार कर लिया।
किसने की थी बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की शुरुआत?
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की शुरुआत 4 गुजराती और एक पारसी शेयर ब्रोकर्स ने की थी। 1850 के आसपास अपने कारोबार के सिलसिले में मुंबई के टाउन हॉल के सामने बरगद के एक पेड़ के नीचे बैठक किया करते थे। इन ब्रोकर्स की संख्या साल-दर-साल लगातार बढ़ती गई। 1875 में इन्होंने अपना 'द नेटिव शेयर एंड स्टॉक ब्रोकर्स एसोसिएशन’ बना लिया, साथ ही, दलाल स्ट्रीट पर एक ऑफिस भी खरीद लिया। आज इसे बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज कहा जाता है।
दैनिक भास्कर से खास बातचीत में BSE के MD & CEO आशीष चौहान ने कहा कि BSE अपनी स्थापना के बाद पिछले 146 सालों से भारत में इन्वेस्टमेंट और वेल्थ क्रिएशन के लिए काम कर रहा है। BSE की सफलता की कोशिश, 7.2 करोड़ से ज्यादा निवेशक खाते, 4,700 से ज्यादा रजिस्टर्ड कंपनियों और 231 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के इक्विटी मार्केट कैपिटलाइजेशन से देखी जा सकती है। BSE आने वाले समय में भारत को डबल डिजिट एनुअल ग्रोथ हासिल करने में मदद करेगा।
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