इनमें से कौन सा कथन सही है / सही है?
आर्थिक कार्य विभाग
आर्थिक कार्य विभाग, वित्त मंत्रालय, भारतीय अर्थव्यवस्था की आंतरिक और बाहरी पहलुओं जैसे मुद्रास्फीति, मूल्य नियंत्रण, विदेशी मुद्रा प्रबंधन, सरकारी विकास सहायता हेतु घरेलू वित्त और केंद्रीय बजट की तैयारी, अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थाओं और अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय साझेदारी पर प्रभाव डालने वाले आर्थिक मुद्दों पर सलाह देने के लिए जिम्मेदार है। विभाग भारतीय आर्थिक सेवाओं के मूल ढांचे के प्रबंधन का कार्य भी करता है। आर्थिक कार्य विभाग को चौदह कार्यात्मक प्रभागों में विभाजित किया गया हैः (1) प्रशासन एंव समन्वय प्रभाग (2) सहायता, लेखा और लेखा परीक्षा, (3) द्विपक्षीय सहयोग (4) बजट (5) मुद्रा और सिक्का प्रभाग (6) आर्थिक प्रभाग, (7) वित्तीय बाजार, (8) एकीकृत वित्त प्रभाग (9) एफएसएलआरसी (10) एफएसडीसी (11) अवसंरचना एंव ऊर्जा प्रभाग, (12) निवेश प्रभाग, (13) बहुपक्षीय संस्था प्रभाग (14) बहुपक्षीय संबंध प्रभाग।
Super Exam Economics Financial Market / वित्तीय बाजार Question Bank
भारतीय पूंजी बाजार घोटालों की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए भारत सरकार ने किसे नियामक शक्तियां सौंपी है?
निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए- |
1. सेंसेक्स बंबई स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में उपलब्ध 50 अधिकतम महत्वपूर्ण स्टॉकों पर आधारित होता है। |
2. सेंसेक्स के परिकलन के लिए सभी सेसेक्स स्टॉकों को आनुपातिक भारिता दी जाती है। |
3. न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज विश्व की सबसे पुरानी स्टॉक एक्सचेंज है। |
उपरोक्त कथनों में से कौन सा सही है? |
रमेश सिंह टेस्ट: भारतीय वित्तीय बाजार
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मेक इन इंडिया
भारतीय अर्थव्यवस्था देश में मजबूत विकास और व्यापार के समग्र दृष्टिकोण में सुधार और निवेश के संकेत के साथ आशावादी रुप से बढ़ रही है । सरकार के नये प्रयासों एवं पहलों की मदद से निर्माण क्षेत्र में काफी सुधार हुआ है । निर्माण को बढ़ावा देने एवं संवर्धन के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 25 सितम्बर 2014 को 'मेक इन इंडिया' कार्यक्रम की शुरुआत की जिससे भारत को महत्वपूर्ण निवेश एवं निर्माण, संरचना तथा अभिनव प्रयोगों के वैश्विक केंद्र के रुप में बदला वित्तीय बाजार के मुख्य कार्य जा सके।
'मेक इन इंडिया' मुख्यत: निर्माण क्षेत्र वित्तीय बाजार के मुख्य कार्य पर केंद्रित है लेकिन इसका उद्देश्य देश में उद्यमशीलता को बढ़ावा देना भी है। इसका दृष्टिकोण निवेश के लिए अनुकूल माहौल बनाना, आधुनिक और कुशल बुनियादी संरचना, विदेशी निवेश के लिए नये क्षेत्रों को खोलना और सरकार एवं उद्योग के बीच एक साझेदारी का निर्माण करना है।
क्या है वित्तीय बाज़ार?
वित्तीय बाजार से पूर्व समझते हैं बाज़ार को, बाज़ार से आशय ऐसे स्थान से है, जहाँ वस्तुओं या सेवाओं का लेन-देन किया जाता हो। इसी प्रकार वित्तीय बाज़ार एक ऐसा बाजार है, जहाँ अनेक वित्तीय उत्पादों जैसे शेयर, बांड्स, डिबेंचर, मुद्राओं आदि की खरीद बिक्री की जाती है। सामान्यतः यहाँ वित्तीय बाजार के मुख्य कार्य धन या वित्त का प्रवाह आधिक्य वाले क्षेत्रों से कमी वाले क्षेत्रों की ओर होता है। बाज़ार का मुख्य आधार ब्याज अथवा लाभांश अर्जित करना होता है।
वित्तीय बाज़ार (Financial Market) के मुख्यतः दो अंग हैं।
- मुद्रा बाज़ार
- पूँजी बाज़ार
मुद्रा बाज़ार (Money Market)
ऐसा बाजार जहाँ विभिन्न वित्तीय संपत्तियों तथा परिसंपत्तियों की खरीद तथा बिक्री अल्प काल, सामान्यतः एक वर्ष से कम की अवधि के लिए की जाती है मुद्रा बाजार कहलाता है। इस बाजार के माध्यम से रिजर्व बैंक द्वारा मुद्रा की तरलता (Liquidity) को नियंत्रित किया जाता है। तरलता से आशय किसी भी वित्तीय संपत्ति को न्यूनतम समय तथा न्यूनतम हानि में नगदी या कैश में परिवर्तन करने से है। उदाहरण के तौर पर वित्तीय बाजार के मुख्य कार्य सोने को किसी मकान की तुलना में बेहद कम समय में कैश में बदला जा सकता है अतः सोने की तरलता मकान से अधिक होगी।
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