10 जनवरी के बाद दिखी है थोड़ी रिकवरी
CoinMarketCap पर उपलब्ध डेटा के अनुसार 10 जनवरी, 2022 के बाद से अब तक Bitcoin, Etherum और Binance सहित सभी क्रिप्टोकरेंसी में थोड़ी ही सही लेकिन तेजी देखने को मिल रही है.

Cryptocurrency में भारी गिरावट, जानिए यह पैसा बनाने का मौका या खतरे की घंटी

Bitcoin सबसे बड़ी क्रिप्टो है

  • नई दिल्ली,
  • 15 जनवरी 2022,
  • (अपडेटेड 15 जनवरी 2022, 6:30 PM IST)
  • Bitcoin नवंबर में था 68,000 डॉलर के पार
  • 40,000 डॉलर से नीचे आया बिटकॉइन

पिछले कुछ दिनों में क्रिप्टोकरेंसी मार्केट (Cryptocurrency Market) में काफी अधिक गिरावट का सेंटिमेंट देखने को मिला है. इस वजह से इंवेस्टर्स इस बात को लेकर काफी चिंता में नजर आ रहे हैं कि उन्हें क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में इंवेस्ट करना चाहिए या नहीं. क्रिप्टो मार्केट नए साल की शुरुआत से ही लगातार गिर रहा है. महंगाई दर, लिक्विडिटी और US Fed Reserve के अगले कदम को लेकर आशंकाओं के कारण कई प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी में डबल डिजिट की गिरावट आ चुकी है.

आखिर क्यों गिर रहा है क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार, क्या जानते हैं भारत में रोजाना कितना का है इसका बिजनेस

आखिर क्यों गिर रहा है क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार, क्या जानते हैं भारत में रोजाना कितना का है इसका बिजनेस

बिटकॉइन, एथेरियम और अन्य प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी वर्तमान में मिला जुला करोबार कर रहे हैं. वैश्विक क्रिप्टो मार्केट कैप 1.37 ट्रिलियन डॉलर है. जो हाल के दिनों की तुलना में कम है. रॉयटर्स के मुताबिक, क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज बिनेंस ने 30 जून को कहा कि उसके प्लेटफॉर्म बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा से स्टर्लिंग निकासी को फिर से सक्रिय कर दिया गया है. ग्राहक अब डेबिट और क्रेडिट कार्ड के साथ डिजिटल क्वॉइन भी खरीद सकते हैं.

स्‍टेबल कॉइन्‍स के वॉल्‍युम की बात करें तो यह 61.71 अरब डॉलर पर पहुंच गया है. पिछले 24 घंटे में कुल क्रिप्‍टो मार्केट में स्‍टेबल कॉइन्‍स की हिस्‍सेदारी 74.32 फीसदी है.

एलन मस्क के ट्वीट से गिरा था बिटक्वॉइन

बीते 24 घंटे में क्रिप्‍टो मार्केट वॉल्‍युम 83.03 अरब डॉलर रहा है. पिछले दिन के मुकाबले इसमें 6.07 फीसदी की गिरावट आई है. पिछले महीने जब बिटक्वॉइन समेत दुनिया की शीर्ष 30 क्रिप्टो करेंसी में गिरावट आई थी, तो चीन में इसके लेकर हुई सख्ती को वजह बताया गया था.

बिटक्वॉइन की कीमतों में आई गिरावट की एक वजह टेस्ला के चीफ एग्जिक्यूटिव अफसर एलन मस्क का ट्वीट को भी बताया गया. वहीं, बिटक्वॉइन को लेकर चीन सख्ती अभी भी जारी है.

कई देशों ने बैन किया क्रिप्टो का कारोबार

बिटकॉइन या दूसरी क्रिप्‍टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर के देश एक अजीब से असमंजस बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा की स्थिति में हैं. कई देशों ने तो अपने यहां क्रिप्‍टोकरेंसी पर पूरी तरह से बैन कर दिया है. इसमें ईरान और सऊदी अरब शामिल है. वहीं, भारत, रूस, ब्राजील समेत कई ऐसे देश हैं, जो अभी भी डिजिटल एसेट को लेकर विचार की ही स्थिति में हैं. इनकी तरफ से अभी तक कोई बड़ा कदम नहीं उठाया गया है.

चीन का रवैया हमेशा से बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा क्रिप्टोकरेंसी को लेकर बहुत ही सख्त रहा है. 2013 में चीन के केंद्रीय बैंक ने वित्त संस्थाओं को बिटक्वॉइन से जुड़े ट्रांजेक्शन को रोक दिया था. चीन में क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग बंद होने का बड़ा असर इसकी कीमतों पर पड़ा. क्रिप्टोकरेंसी की माइनिंग में चीन की 70 फीसदी तक की हिस्सेदारी है. न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, कुछ माइनर्स चीन से अपना करोबार कजाकिस्तान जैसे देशों में शिफ्ट कर रहे हैं.

'Bitcoin'

बड़े क्रिप्टो एक्सचेंजों में शामिल FTX के बैंकरप्ट होने से इस मार्केट में बिकवाली बढ़ी थी। FTX के फाउंडर ने गोपनीय तरीके से कस्टमर्स के लगभग 10 अरब डॉलर को अपनी ट्रेडिंग फर्म Alameda Research में ट्रांसफर किया था

दूसरे सबसे बड़े इंटरनेशनल क्रिप्टो एक्सचेंज FTX ने फंड की कमी होने के बाद पिछले महीने की शुरुआत में बैंकरप्सी के लिए आवेदन किया था

Cryptocurrency | Written by: राधिका पाराशर, Edited by: आकाश आनंद |मंगलवार दिसम्बर 13, 2022 04:25 PM IST

Cryptocurrency News: क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में क्यों आ रही लगातार गिरावट, जानें क्या है इसका अमेरिका से कनेक्शन

क्रिप्टोकरेंसी

क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में रुझान बढ़ रहा है, भारत में भी क्रिप्टो के निवेशकों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। हालांकि कोई नियामक न होने के चलते देश में खुलकर कारोबार अभी नहीं हो रहा है, लेकिन जो संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक सरकार इसे रेगुलेट करने को लेकर नए साल की शुरुआत में निर्णय लिया जा सकता है। बहरहाल, इस बाजार में सबसे ज्यादा चर्चा होती है बड़े उतार-चढ़ाव की। पल में क्रिप्टो का दाम फर्श से अर्श पर पहुंच जाता है और एक झटके में जमीन पर भी आ जाता है। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में हालिया दिनों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट का बड़ा अमेरिकी कनेक्शन बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा भी है।

विस्तार

क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में रुझान बढ़ रहा है, भारत में भी क्रिप्टो के निवेशकों की संख्या में इजाफा देखा जा रहा है। हालांकि कोई नियामक न होने के चलते देश में खुलकर कारोबार अभी नहीं हो रहा है, लेकिन जो संकेत मिल रहे हैं उसके मुताबिक सरकार इसे रेगुलेट करने को लेकर नए साल की शुरुआत में निर्णय लिया जा सकता है। बहरहाल, इस बाजार में सबसे ज्यादा चर्चा होती है बड़े उतार-चढ़ाव की। पल में क्रिप्टो का दाम फर्श से अर्श पर पहुंच जाता है और एक झटके में जमीन पर भी आ जाता है। क्रिप्टोकरेंसी की कीमत में हालिया दिनों में लगातार गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट का बड़ा अमेरिकी कनेक्शन भी है।

यूएस की नई टैक्स नीति का असर
एक रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिप्टो विशेषज्ञों का कहना है कि क्रिप्टो बाजार में यह गिरावट अमेरिका में डिजिटल करेंसी को लेकर नई टैक्स नीति के कारण हुई है, जो 55,000 करोड़ डॉलर के इंफ्रास्ट्रक्चर बिल का हिस्सा है। इस कानून पर राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हस्ताक्षर किए थे। रिपोर्ट में विशेषज्ञों के हवाले से कहा गया है कि हमने देखा है कि यूएस इंफ्रास्ट्रक्चर बिल पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसकी वजह से उन ट्रेडर्स ने बिकवाली शुरू कर दी है, जो रेगुलेशन और टैक्सेशन को लेकर चिंतित हैं।

Cryptocurrency Crash: Bitcoin की कीमत 25,000 डॉलर के नीचे, दूसरी करेंसी भी धड़ाम, जानिए, क्यों आई गिरावट

Edited by: Alok Kumar @alocksone
Updated on: June 13, 2022 16:16 IST

Cryptocurrency Crash- India TV Hindi

Photo:FILE

Highlights

  • शेयर बाजारों के साथ-साथ क्रिप्टोकरेंसी मार्केट की भी हालत खराब
  • सभी प्रमुख क्रिप्टोकरेंसी में 5 फीसदी से लेकर 18 फीसदी तक गिरावट
  • बिटक्वॉइन की वैल्यू 20,000 डॉलर तक गिरने का अनुमान लगा रहें विशेषज्ञ

Cryptocurrency Crash: शेयर बाजार के साथ Cryptocurrency मार्केट में भूचाल आ गया है। Bitcoin की कीमत गिरकर 24,035.4 डॉलर तक पहुंच गई है। यह इसका 18 महीने का निचला स्तर है। बिटक्वाइन समेत दूसरी सभी क्रिप्टोकरेंसी में बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। दूसरी बड़ी क्रिप्टो Ethereum 15.61 फीसदी गिरकर 1241 डॉलर पर बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा कारोबार कर रहा है। Cardano, Solana, XRP समेत तताम दूसरी क्रिप्टोकरेंसी 18 फीसदी तक टूटे हुए हैं। आखिर, क्या वजह है कि क्रिप्टोकरेंसी में इतनी बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है।

Cryptocurrency

क्रिप्टोकरेंसी को लेकर अनिश्चितता बढ़ी

बाजार के जानकारों का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी को लेकर दुनियाभर में अनिश्चितता बढ़ी है। इससे निवेशक डरे हुए हैं और वो बिकवाली कर रहे हैं। गौरतलब है कि भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी अनंत नागेश्वरन ने हाल ही में कहा कि क्रिप्टोकरेंसी एक केंद्रीकृत नियामक प्राधिकरण के अभाव में ‘कैरिबियाई समुद्री लुटेरों की दुनिया’ जैसी है। इसके बाद से निवेशकों में और चिंता बढ़ी है।

हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर टी रवि शंकर ने कहा है बिटकॉइन क्यों गिरता रहेगा कि जल्द पेश की जाने केंद्रीय बैंक की डिजिटल मुद्रा (सीबीडीसी) से निजी डिजिटल मुद्रा बिटकॉइन को लेकर जो थोड़ा बहुत भी मामला बनता है, वह ‘समाप्त’ हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी पर परामर्श पत्र लाने की तैयारी कर रही है। शंकर ने ‘स्टेबल कॉइन’ पर भी आपत्ति जताई है जिसे एक प्रकार की मुद्रा कहा जाता है। रिजर्व बैंक बिटकॉइन जैसी क्रिप्टोकरेंसी का पुरजोर विरोध करता रहा है। केंद्रीय बैंक का मानना है कि इन तरह की ‘करेंसी’ का कोई अंतनिर्हित मूल्य नहीं है, इसकी प्रकृति ‘सट्टेबाजी’ की है।

रेटिंग: 4.94
अधिकतम अंक: 5
न्यूनतम अंक: 1
मतदाताओं की संख्या: 382