#WATCH | Singer KK died hours after a concert in Kolkata on May 31st. The auditorium shares visuals of the event held some hours ago. KK was known for songs like 'Pal' and 'Yaaron'. He was brought dead to the CMRI, the hospital told.
'हम रहे या हाई परफोर्मेंस कोच एजुकेशन प्रोग्राम ना रहें कल, कल याद आएंगे ये पल. ', मौत से कुछ देर पहले ही Singer KK ने गाया था ये गाना | Video
Singer KK Last Song: दिल का दौरा पड़ने से पहले सिंगर केके कोलकाता में कंसर्ट में शामिल हुए थे. यहां उन्होंने 'हम रहे या ना रहें कल, कल याद आएंगे ये पल. ' जैसे गाने गाए.
By: ABP Live | Updated at : 01 Jun 2022 06:03 AM (IST)
Singer KK Last Song: केके के नाम से मशहूर गायक कृष्णकुमार कुन्नाथ का मंगलवार को कोलकाता में निधन हो गया. अधिकारियों ने बताया कि एक कॉलेज की तरफ से नजरुल मंच में एक समारोह का आयोजन किया गया था, वहां करीब एक घंटे तक गाने के बाद जब केके वापस अपने होटल पहुंचे तो वह अस्वस्थ महसूस कर रहे थे. अधिकारियों ने बताया कि गायक को एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
सोशल मीडिया पर सिंगर केके के अंतिम परफॉर्मेंस की कई झलकियां शेयर की जा रही हैं. कंसर्ट के दौरान केके ने, ''हम रहे या ना रहें कल, कल याद आएंगे ये पल. '', 'आशाएं खिले दिल की, उम्मीदें हंसे दिल की, अब मुश्किल, तू जो मिला तो हो गया सब हासिल, नहीं कुछ भी, नहीं कुछ भी. ' जैसे गाने गाए.
#WATCH | Singer KK died hours after a concert in Kolkata on May 31st. The auditorium shares visuals of the event held some hours ago. KK was known for songs like 'Pal' and 'Yaaron'. He was brought dead to the CMRI, the hospital told.
Video source: Najrul Manch FB page pic.twitter.com/YiG64Cs9nP
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— ANI (@ANI) May 31, 2022वायरल हाई परफोर्मेंस कोच एजुकेशन प्रोग्राम हो रहे कंसर्ट के वीडियो
सोशल मीडिया पर सिंगर की मौत के बाद से ही उनके फैंस अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते नजर आ रहे हैं. जिसमें सबसे ज्यादा उनके अंतिम कंसर्ट के वीडियो देखने को मिल रहे हैं. केके की मौत से बॉलीवुड को काफी गहरा दुख पहुंचा है. फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार से लेकर कई टेलीविजन सितारों ने केके की मौत पर शोक संवेदना व्यक्त की है.
53 वर्षीय केके ने हिंदी समेत तमिल, तेलुगु, कन्नड़ और बंगाली जैसी कई भाषाओं में गाने रिकॉर्ड किए हैं. उन्हें फिल्म काइट्स में "जिंदगी दो पल की", ओम शांति ओम फिल्म में "आंखों में तेरी", फिल्म बचना ऐ हसीनों में "खुदा जाने", फिल्म हम में "तड़प तड़प" जैसे गानों से अपनी एक अलग पहचान बनाई है.
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Published at : 01 Jun 2022 01:55 AM (IST) Tags: Kolkata KK Krishnakumar Kunnath Nazrul Maanch हिंदी समाचार, ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें abp News पर। सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट एबीपी न्यूज़ पर पढ़ें बॉलीवुड, खेल जगत, कोरोना Vaccine से जुड़ी ख़बरें। For more related stories, follow: News in Hindi
अभिनव बिंद्रा ने चैंपियन बनने के लिए हाई परफॉरमेंस कार्यक्रम की अहमियत को किया बयां
देश के 50 से ज्यादा प्रतिभागियों को इस कोर्स के लिये नामांकित किया गया है, जिसमें भारतीय खेल प्राधिकरण, राज्य सरकार, राष्ट्रीय खेल महासंघों और निजी क्षेत्र के व्यवसाय के अधिकारी हिस्सा लेंगे
अभिनव बिंद्रा की फाइल फोटो
भारत के एकमात्र व्यक्तिगत ओलिंपिक स्वर्ण पदक विजेता अभिनव बिंद्रा ने शनिवार को जोर दिया कि चैंम्पियन बनाने के लिये ‘हाई परफॉरमेंस' कार्यक्रम काफी महत्वपूर्ण हैं. बिंद्रा ने ईएलएमएस खेल संस्थान और अभिनव बिंद्रा संस्थान द्वारा आयोजित ‘हाई परफॉरमेंस लीडरशिप' कार्यक्रम को लांच करते हुए कहा, ‘‘चैम्पियनों को प्रणाली और प्रक्रियाओं के जरिये तैयार किया जाना चाहिए.'
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उन्होंने कहा, ‘‘अंत में जब प्रत्येक खिलाड़ी को अच्छी तरह ट्रेनिंग दी जाती है तो बहुत छोटी चीज ही अच्छे और बेहतरीन खिलाड़ी को अलग करती है.' बिंद्रा ने हाई परफॉरमेंस लीडरशिप कार्यक्रम के बारे में बात करते हुए कहा, ‘‘हाई परफॉरमेंस में खिलाड़ियों की भर्ती करने में, ट्रेनिंग में काफी बारिकी से ध्यान दिया जाता है ताकि सरंचनात्मक और जवाबदेह तरीके से चैम्पियन तैयार किये जायें.'
देश के 50 से ज्यादा प्रतिभागियों को इस कोर्स के लिये नामांकित किया गया है, जिसमें भारतीय हाई परफोर्मेंस कोच एजुकेशन प्रोग्राम खेल प्राधिकरण, राज्य सरकार, राष्ट्रीय खेल महासंघों और निजी क्षेत्र के व्यवसाय के अधिकारी हिस्सा लेंगे. खेल मंत्री किरेन रीजीजू, साइ के महानिदेशक संदीप प्रधान, ईएलएमएस संस्थान के प्रोमोटर विटा दानी और भारतीय बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद इस लांच कार्यक्रम का हिस्सा थे. रिजीजू ने कहा, ‘‘हम सिर्फ पदक और नतीजे चाहते हैं लेकिन इसके लिये कोई एकजुट राष्ट्रीय प्रयास नहीं है जिससे परिणाम निकल सकें. हम तब तक आगे कैसे बढ़ सकते हैं जब तक खिलाड़ियों और साथ ही प्रशासकों के लिये एक निश्चित कोर्स नहीं हो.'
VIDEO: कुछ दिन पहले ही लिएंडर पेस मेंटल हेल्थ को लेकर अपने विचार रखे थे.
2018 में खराब प्रदर्शन के बाद हॉकी कोच हरेंद्र को हटाया
नई दिल्ली। साल 2018 में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कोच हरेंद्र सिंह को बुधवार को पद से हटा दिया गया है। हॉकी इंडिया ने हरेंद्र को जूनियर टीम को संभालने की जिम्मेदारी दी गई है।
भारतीय हॉकी में हटाना और निरंतर कोचों के बदलाव की बात आम है और हरेंद्र उसका ताजा शिकार बनें हैं। हरेंद्र को पिछले साल मई में सीनियर टीम की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हॉकी इंडिया ने हरेंद्र को हटाने के पीछे कारण बताते हुए कहा, हालांकि सीनियर पुरुष टीम के लिए साल 2018 बहुत खराब रहा है और परिणाम उम्मीदों के अनुरूप नहीं रहे।
हॉकी इंडिया का मानना है कि जूनियर प्रोग्राम में उनका उपयोग करेंगे। जूनियर विश्व कप विजेता टीम के कोच रहे हरेंद्र ने गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में टीम के खराब प्रदर्शन के बाद जिम्मा सौंपा गया था लेकिन वह भी टीम की किस्मत नहीं बदल सके। भारतीय टीम ने इंडोनेशिया में एशियन गेम्स में कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। साथ ही भुवनेश्वर में विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में हार मिली है।
हॉकी इंडिया के वक्तव्य में कहा, हॉकी इंडिया जल्द ही मुख्य कोच के लिए आवेदन मांगेगा। टीम फरवरी 2019 में फिर प्रशिक्षण के लिए लौटेगी। वह 23 मार्च से शुरू होने वाले सुल्तान अजलान शाह टूर्नामेंट में हिस्सा लेगी। अंतरिम तौर पर हाई परफॉर्मेंस निदेशक डेविड जॉन और एनालेटिकल कोच क्रिस सिरिएलो टीम की देखरेख करेंगे।
IPL 2022: राजस्थान रॉयल्स से गेंदबाजी कोच के तौर पर फिर जुड़ा काउंटी क्रिकेट का यह स्टार
राजस्थान रॉयल्स ने अपने कोचिंग स्टाफ में उन्ही सदस्यों को मौका देने की कोशिश की है, जो इस फ्रैंचाइजी के साथ पहले भी काम कर चुके हैं और यहां खिलाड़ियों के तौर-तरीकों और फ्रैंचाइजी की शैली को बखूबी समझते हैं.
Published: March 4, 2022 2:44 PM IST
राजस्थान रॉयल्स (RR) की टीम आईपीएल (IPL) में अपना दूसरा खिताब जीतने का अब तक इंतजार कर रही है. वह इस लीग की पहली विजेता टीम थी. लेकिन इसके बाद से वह अब तक अपना दूसरा खिताब हासिल नहीं कर पाई है. खिलाड़ियों के साथ सही तालमेल के लिए रॉयल्स अपने पुराने कोचिंग स्टाफ पर ही भरोसा जता रही है और उसने अपने तेज गेंदबाज बॉलिंग कोच के रूप में एक बार फिर काउंटी क्रिकेट में स्टार रहे स्टीफन जोन्स (Steffan Jones) को अपना बॉलिंग कोच नियुक्त किया है.
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48 वर्षीय जोन्स, वेल्स के एक पूर्व तेज गेंदबाज हैं, जो काउंटी क्रिकेट में केंट, समरसेट, नॉर्थम्पटनशायर और डबीर्शायर के लिए खेले हैं. जोन्स ने काउंटी क्रिकेट में 148 प्रथम श्रेणी मैचों में 387 विकेट लिए हैं. उन्होंने पहले 2019 में टीम के तेज गेंदबाजी कोच के रूप में काम किया था.
जोन्स ने कहा, ‘मैं राजस्थान रॉयल्स (RR) में वापस आकर खुश हूं और मुझे टीम के साथ फिर से काम करने का मौका देने के लिए प्रबंधन का आभारी हूं. हमारी टीम में प्रतिभाशाली गेंदबाजों के साथ मैं साल भर उनके साथ काम करने के लिए उत्सुक हूं.’
अपनी नई भूमिका के हिस्से के रूप में, जोन्स उन सभी गेंदबाजों को उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और समर्थन प्रदान करेंगे, जो पूरे वर्ष टीम का हिस्सा हैं. वह नागपुर में रॉयल्स के हाई परफॉर्मेंस सेंटर में 7 से 10 मार्च तक होने वाले प्री-सीजन कैंप के दौरान टीम के साथ काम करेंगे.
राजस्थान रॉयल्स (RR) ने कहा, ‘स्टीफन पिछले कुछ वर्षों में फ्रैंचाइजी के साथ निकटता से जुड़े हुए हैं, इसलिए टीम को पूरी तरह से समझते हैं और अपने साथ एक बहुत ही सक्षम कोचिंग शैली लाते हैं, जिसे अतीत में खिलाड़ियों और प्रबंधन दोनों ने सराहा है.’
राजस्थान रॉयल्स में क्रिकेट निदेशक संगकारा ने कहा, ‘हमें फ्रैंचाइजी में उनकी नई भूमिका में उनका स्वागत करते हुए खुशी हो रही है, जिसमें वह हमारे गेंदबाजों के साथ काम करेंगे और पूरे साल उन्हें समर्थन प्रदान करेंगे और हमें विश्वास है कि उनकी विशेषज्ञता हमें नई ऊंचाइयों पर ले जा सकती है.’
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हाई परफोर्मेंस कोच एजुकेशन प्रोग्राम
सबसे सरल तरीके से, स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग खेल विज्ञान और स्ट्रेंथ प्रशिक्षण का एक एप्लीकेशन है जो गतिशीलता को बनाये रखने की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए है। अपने नियमित कसरत में ताकत और कंडीशनिंग जोड़ने से बेहतर गतिशीलता को बनाये रखने की गुणवत्ता में लाभ होगा। हमें यह समझना चाहिए कि यह केवल एथलीटों/खिलाड़ियों के लिए ही नहीं बल्कि आम लोगों के लिए भी है कि वे पूरे सीजन में अपने शरीर को आकार में रखें और अपने हाई परफोर्मेंस कोच एजुकेशन प्रोग्राम फिटनेस स्तर को बनाए रखें।
मूल रूप से, स्ट्रेंथ कंडीशनिंग पूरे प्रशिक्षण सत्र के लिए शरीर को तैयार होने के लिए प्रशिक्षण दे रही है। प्रशिक्षण कार्यक्रम खेल से खेल गतिविधियों में भिन्न होगा। कंडीशनिंग प्रोग्राम करने से यह खिलाड़ी को अन्य एथलीटों या खिलाड़ियों से बेहतर प्रदर्शन करने हाई परफोर्मेंस कोच एजुकेशन प्रोग्राम में मदद करेगा जिसमें दोनों कौशल समान हैं। हम यह भी कह सकते हैं कि कंडीशनिंग प्रोग्राम स्किल रिलेटेड फिजिकल फिटनेस कंपोनेंट्स (SRPF) जैसे चपलता, गति, संतुलन, समन्वय, शक्ति और प्रतिक्रिया समय विकसित करता है।
आइए स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग को समझें
1. गतिशीलता को बनाये रखने की गुणवत्ता में सुधार करके, हम खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार करेंगे, यह खेल विशिष्ट गति, शक्ति, समन्वय और विस्फोटक शक्ति कसरत को लागू करके किया जा सकता है।
2. दूसरा और सबसे महत्वपूर्ण पहलू चोट को रोकना है। एक बेहतर स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग प्रोग्राम विकसित करने से एथलीट/खिलाड़ी को हमेशा मूवमेंट क्वालिटी में सुधार करने में मदद मिलेगी जो उन्हें खेल के प्रदर्शन को बढ़ाने और उनके खेल करियर को बढ़ावा देने में मदद करता है।
3. ताकत और कंडीशनिंग के माध्यम से, हम अपने शरीर को बदल सकते हैं और दिन के अंत में अच्छे परिणाम प्राप्त कर सकते हैं, भले ही आप एक नौसिखिया या कुलीन एथलीट हों।
ऐसी प्रशिक्षण विधियां हैं जो आंदोलन की गुणवत्ता में सुधार करने और फिटनेस स्तर जैसे प्लायोमेट्रिक, कोर स्थिरता, सहनशक्ति, ताकत (भार प्रशिक्षण) और गतिशीलता को बढ़ाने में मदद करती हैं। यह खेल गतिविधि की आवश्यकता पर भी निर्भर करता है।
खेल विशिष्ट कौशल प्रशिक्षण में शामिल होने से पहले ताकत और कंडीशनिंग ताकत, शक्ति और सहनशक्ति में सुधार करने में मदद करेगी और आप आवश्यक सभी कौशल कार्य को संभालने के लिए तैयार होंगे। यदि आपका फिटनेस स्तर शीर्ष पर है, तो चोटों का जोखिम कम होगा जो आपको पूरे सीजन के लिए खेल में बनाए रखेगा
स्कूल स्तर पर शक्ति और कंडीशनिंग प्रशिक्षण कार्यक्रम के सुनहरे नियम –
स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग प्रोग्राम खेल में छात्र के प्रदर्शन को बढ़ाने के लिए है लेकिन सवाल यह है कि कितने कोच इसे प्रभावी ढंग से लागू कर रहे हैं?
स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग प्रोग्राम को प्रभावित करने का मुख्य कारण अनुभवी और योग्य कोचों की कमी है। विडंबना यह है कि ये कोच YouTube या इंटरनेट का उपयोग करके अपने वर्कआउट की योजना बनाते हैं और यह भी कि उन्होंने अपने प्रशिक्षण के दिनों में क्या किया है। यह बिल्कुल गलत है क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति की अपनी शारीरिक संरचना और आवश्यकताएं होती हैं। प्रशिक्षकों को बच्चे की आवश्यकताओं को समझना चाहिए और उसके अनुसार कार्यक्रम की योजना बनानी चाहिए। यह कहना बहुत दुखद है कि अधिकांश कोच स्कूल स्तर पर ताकत और कंडीशनिंग पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप चोट और जलन हो रही है और खिलाड़ी खेल के क्षेत्र में अपने करियर का बहुत कम समय बिता रहे हैं। हमारे देश में बहुत प्रतिभा है लेकिन वैज्ञानिक शक्ति और कंडीशनिंग प्रशिक्षण कार्यक्रमों की कमी के कारण खिलाड़ी उच्चतम स्तर पर प्रदर्शन करने से पहले ही थक जाते हैं।
यहां कुछ सुनहरे नियम दिए गए हैं जिनका कोच को स्ट्रेंथ और कंडीशनिंग प्रशिक्षण के दौरान पालन करना चाहिए
1. आवश्यकता के अनुसार योजना बनाएं – सुनिश्चित करें कि आपको धीरे-धीरे भार और तीव्रता बढ़ानी चाहिए। ऐसा नहीं करने पर खिलाड़ी के चोटिल होने और साइडलाइन होने की संभावना बनी रहती है। इसलिए खिलाड़ी की आवश्यकता और भार वहन क्षमता के अनुसार अपने प्रशिक्षण की योजना बनाएं। बुनियादी बातों से शुरू करें, अपने खिलाड़ी के साथ चर्चा करें कि क्या खिलाड़ी अतिभारित हो रहा है और तीव्रता को कम करें।
2. समझें क्यों – यह बहुत जरूरी है कि आपको पता होना चाहिए कि आप इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को क्यों लागू कर रहे हैं। एक प्रशिक्षक के रूप में, आप जो भी योजना/प्रशिक्षण कार्यक्रम या कार्यान्वयन करते हैं, आपको इसके पीछे का कारण पता होना चाहिए। यह कोच को चोटों से बचने और खिलाड़ी को थकने से रोकने में मदद करेगा। प्रशिक्षक को इसमें शामिल होने से पहले प्रशिक्षण के उद्देश्य या उद्देश्य को स्पष्ट करना चाहिए। यह खिलाड़ी को एक उद्देश्य के साथ प्रशिक्षित करने में मदद करेगा। खिलाड़ी को प्रशिक्षण से संबंधित प्रश्न पूछने के लिए प्रोत्साहित करें जिससे उन्हें उद्देश्य को समझने में मदद मिलेगी, साथ ही यह आपको शोध में और बेहतर करने में मदद करेगा।
3. बेसिक टू एडवांस – आपने शायद पहले यह सुना होगा कि लोग (शुरुआती) जिम जाते हैं और भारी वजन से शुरुआत करते हैं जिससे शरीर में दर्द के कारण जिम में उनका वर्कआउट खत्म हो जाता है। हमें बुनियादी बातों की अनदेखी नहीं करनी चाहिए। हमें बुनियादी बातों से शुरुआत करनी होगी और धीरे-धीरे आगे बढ़ना होगा। हम सभी जानते हैं कि एथलीट जो अपने प्रदर्शन को बढ़ाना चाहते हैं, वे तीव्रता और कार्यभार को बढ़ाने की कोशिश करते हैं और ऐसा करने से वे चोटिल हो जाते हैं। इसलिए यह बहुत जरूरी है कि कोच को महारत हासिल करने के बाद खिलाड़ी को उन्नत स्तर पर ले जाना चाहिए। बुनियादी प्रशिक्षण से बचने और अगले स्तर के प्रशिक्षण में शामिल होने से चोटों का खतरा बढ़ जाएगा।
4. 360 कार्यक्रम – जैसा कि हम सभी जानते हैं कि खिलाड़ियों के लिए पूरे शरीर की शक्ति की आवश्यकता होती है, इसलिए जब भी कंडीशनिंग कार्यक्रम की योजना बनाते हैं तो हमें शरीर के हर पहलू को ध्यान में रखना चाहिए और उसी के अनुसार प्रशिक्षण की योजना बनानी चाहिए। यह एक संतुलित आहार की तरह है। मूल रूप से ऊपरी शरीर, कोर और निचले शरीर को मजबूत बनाने की जरूरत है।
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