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How to use technical analysis for सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों perfect trading? ट्रेडिंग करने के लिए उपयोग कैसे करते है ?
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Trading किसे कहते है ? यह तो हम आपको पहले ही शेयर होल्डिंग और ट्रेडिंग क्या में क्या अंतर है ? post में बता चुके है, आप इसे क्लिक करके पढ़ या समझ सकते है l लेकिन ट्रेडिंग कैसे करते है ? सिर्फ इतना ही जानना काफी नहीं होता, क्यूंकि यदि आपको पता है की जहाज में बैठकर हवा में उड़ा जा सकता है तो इसका मतलब यह नहीं की आपको जहाज चलाना आ गया l इसी प्रकार ट्रेडिंग को भी सीखना पड़ता है, इसके कुछ नियमो का पालन करना होता है तथा कुछ सूचकांको और चार्ट पर बन रहे पैटर्न को समझना होता है, जो बताता है बाज़ार में रुझान क्या है ? मतलब की बाज़ार uptrend में है या downtrend में, और इसी आधार पर कोई ट्रेडर ट्रेड लेता है और मुनाफा कमाता है, इस प्रकार बाज़ार में चल रहे भाव के रुझान को समझने के लिए समय के आधार पर की गयी गणना को technical analysis कहते है l
किसी शेयर के भाव का घटना या बढ़ना कई बातो पर निर्भर करता है जैसे की सप्लाई और डिमांड, price ट्रेंड , support एंड resistance तथा ट्रेडेड शेयर volume, ट्रेंड रेवेर्सल आदि l
1. सप्लाई और डिमांड :
किसी शेयर के भाव में तेजी और मंदी, सप्लाई तथा डिमांड के कारण ही होता है, जिसे सॉफ्टवेर की सहायता से एक चित्र के रूप में चार्ट पर प्रदर्शित किया जाता है, जिसके आधार पर उसकी technical analysis की जाती है और यह पता लगाया जाता है की अब भाव बढ़ने की सम्भावना है या गिरने की l
जब किसी शेयर की सप्लाई कम और और डिमांड ( मांग ) ज्यादा होती है तो उस शेयर का भाव बढ़ता है , और यदि सप्लाई ज्यादा और डिमांड कम होती है तो उस शेयर का भाव घटता है जिसे चार्ट की मदद से दिखाया जाता है l अत: हमें चार्ट पर सप्लाई और डिमांड का indicator लगाकर, इस बात का ध्यान रखना है की शेयर की सप्लाई बढ़ रही है या घट रही है l
2. price ट्रेंड :
Price ट्रेंड का मतलब है की शेयर के भाव का रुझान, जो ऊपर या निचे आता जाता रहता है, price ट्रेंड का पता लगाकर आप ट्रेड लेने का निर्णय ले सकते है, लेकिन यहाँ, यह बात जरुर ध्यान रखना होता है की ट्रेंड मजबूत होना चाहिए l ट्रेंड मजबूत है या नहीं इस बात को पता लगाने के लिए कई सूचकांको का उपयोग किया जाता है, लेकिन हम यहाँ आपको ADX indicator इस्तेमाल करने की सलाह देंगे क्यूंकि इसमें समझना बहुत आसान होता है की ट्रेंड कितना मजबूत है ?
3. support एंड resistant :
Support वह स्तर होता है जो किसी शेयर के भाव को सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों निचे गिरने से रोकते हुए दर्शाता है इस स्तर पर सप्लाई और डिमांड दोनों ही अधिक होती है जिसके कारण भाव रुका रहता है और निचे नहीं गिरता लेकिन जब support स्तर टूटता है तो भाव निचे जाने लगता है पर यहाँ एक बात का ध्यान रखना होता है की जब तक शेयर का भाव उस स्तर से लगभग 1/8 के अनुपात में न गिरे तब तक हमें रुकना चाहिए l ताकि व्हिप्सो या रेवेर्सल से बाख सके l
resistant वो स्तर होता है जहा तक भाव उपरी स्तर पर जाकर बार बार निचे आ जाता है लेकिन यहाँ भी जब यह स्तर टूटता है तो हमें 1/8 के अनुपात को पर न करदे तब तक रुकना चाहिए क्यूंकि इससे हो सकता है आपको कुछ ज्यादा मूल्य चुकाना पड़े लेकिन आप सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों नुकसान से बच सकेंगे l
4. ट्रेडेड volume :
किसी निश्चित समयांतराल या समय में शेयर्स की होने वाली कुल खरीदी और बिक्री को उन शेयर्स का ट्रेडेड volume कहते है l शेयर्स का ट्रेडेड volume ट्रेडिंग में शेयर के भाव को कैसे प्रभावित करता है यह हम आपको ऊपर बता चूके है कि यदि शेयर का भाव और दोनों एक साथ बढ़ते है तो यह बहोत अच्छा होता है यदि आप ट्रेड लेना चाहते है l
5. ट्रेंड रेवेर्सल :
जब किसी शेयर के भाव में तेजी का ट्रेंड चलता है और वह ट्रेंड फिरसे वापस आता है और पहले वाले resistance स्तर पर आकर रुकने की बार बार कोशिस करता है तो उसे ट्रेंड रीवर्सल कहते है l यह रेवेर्सल बताता है की अभी शेयर में एंट्री न ले और ट्रेंड को करेक्ट होने का थोडा इंतज़ार करे, और पूर्णतया संतुस्ट होने के बाद ही ट्रेड ले l ट्रेंड रिवर्सल को जानने के लिए Bollinger bands indicator का इस्तेमाल कर सकते है l
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सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों: तकनीकी विश्लेषण
तकनीकी विश्लेषण में लोस एंड हाई ट्रेंड के उनके उपयुक्त नामों द्वारा सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों पहचाने जाते हैं , सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों को क्रमश: जो कर रहे हैं . इन स्तरों पर कर रहे क्षेत्रों में जहां ज्यादातर व्यापारियों खरीदने या बेचने के लिए या तो तैयार हैं .
सपोर्ट लेवल इंडीकैट्स क्षेत्र जहां खरीदने का ब्याज अधिक है और बेचने के दबाव से अधिक है . इस स्तर पर कीमत पदों पर लंबे समय लेने के लिए बहुत आकर्षक माना जाता है और ज्यादातर व्यापारियों चुनते हैं जब कीमत एक समर्थन स्तर दृष्टिकोण एक संपत्ति खरीदने के लिए .
रेजिस्टेंस लेवल क्षेत्र जहाँ बेचना ब्याज उच्च है और खरीदने दबाव से अधिक का प्रतिनिधित्व करता है। व्यापारियों शार्ट पोसिशन्स लेते हे और जब इस क्षेत्र मूल्य दृष्टिकोण एक परिसंपत्ति को बेचने के लिए तैयार कर रहे हैं .
ट्रेडिंग से पहले अपने ज्ञान का परीक्षण करें
कैसे सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस लाइनों को आकर्षित करने के लिए
सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों प्रवृत्ति की पहचान करने और व्यापार निर्णय करने के लिए प्रयोग किया जाता है तकनीकी विश्लेषण का एक अनिवार्य हिस्सा है। वे परीक्षण, रूप में अच्छी तरह के रुझान की पुष्टि करें और हर व्यापारी से लागू किया जाना चाहिए के रूप में जो तकनीकी विश्लेषण का उपयोग करता है .
सपोर्ट लेवल पिछले चढ़ाव से जोड़ता है जो एक रेखा द्वारा चिह्नित है। प्राथमिक प्रवृत्ति पर निर्भर करता है कि यह या तो एक टेढ़ा लाइन या एक क्षैतिज रेखा से चिह्नित किया जा सकता है (कीमत आंदोलनों की दिशा प्रचलित) .
- अपवार्ड ट्रेंड में lows से जोड़ने ट्रेंडलाइन सकारात्मक ढलान के साथ एक सपोर्ट माना जाता है .
- एक तरफ तरीके में ट्रेंड में कम ट्रेंडलाइन एक क्षैतिज सपोर्ट माना जाता है .
रेजिस्टेंस लेवल पिछले उच्च को जोड़ने के एक लाइन द्वारा चिह्नित है। प्राथमिक प्रवृत्ति के आधार पर एक रेजिस्टेंस लेवल भी एक टेढ़ा लाइन या एक क्षैतिज रेखा से या तो चिह्नित किया जा सकता है .
- एक गिरावट में उच्च को जोड़ने के ट्रेंडलाइन नकारात्मक ढलान के साथ एक रेजिस्टेंस माना जाता है .
- एक बग़ल में प्रवृत्ति में ऊपरी ट्रेंडलाइन एक क्षैतिज प्रतिरोध माना जाता है .
एक अपट्रेंड की पहचान करने के लिए एक के बाद एक समर्थन स्तर एक पूर्ववर्ती और एक के बाद एक रेजिस्टेंस लेवल यह पूर्ववर्ती एक से अधिक होना चाहिए से अधिक होना चाहिए। अन्यथा, उदाहरण के लिए, जब समर्थन स्तर पिछले कम करने के लिए नीचे गिर जाता है, यह या तो अपट्रेंड एक अंत की बात आती है कि इंडीकैट्स या कम से कम यह एक बग़ल में ट्रेंड में परिवर्तन .
इसके विपरीत, एक डाउन ट्रेंड की पहचान के लिए प्रत्येक उत्तरोत्तर सपोर्ट लेवल पिछले एक से कम होना चाहिए और प्रत्येक उत्तरोत्तर रेजिस्टेंस है पिछले एक से कम होना चाहिए। यह मौजूदा ट्रेंड में बदलाव का संकेत है जब एक सपोर्ट लेवल पिछले एक से अधिक आता है, .
एक अपट्रेंड उत्तरोत्तर उच्च और उच्च उत्तरोत्तर निचले और कम उच्च में बदल एक बार एक डाउन ट्रेंड में रिवर्स करने के लिए इच्छुक है। और इसके विपरीत, एक डाउन ट्रेंड में एक अपट्रेंड जब बारी उत्तरोत्तर उच्च और उच्च में निचले और कम उच्च रिवर्स कर सकते हैं। दूसरे शब्दों में, एक रेजिस्टेंस लेवल एक सपोर्ट लेवल हो जाता है, और एक सपोर्ट लेवल एक रेजिस्टेंस लेवल हो जाता है .
तकनीकी विश्लेषण में सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस लेवल्स पर उत्क्रमण के इस तरह के "रैली", “करेक्शन” और “ट्रेंड रेवेर्सल” के रूप में जाना जाता है .
- एक सपोर्ट लेवल नीचे टूटी हुई है (प्लस कुछ विचलन हो सकता है के मामले में), निवेशकों के कीमत पर गिर रही रखना होगा मान सकते हैं। पूर्व समर्थन हो जाता है एक नया रेजिस्टेंस लेवल जो रैलियां आयोजित करने की उम्मीद है .
- एक रेजिस्टेंस लेवल से ऊपर टूट गया है (प्लस कुछ विचलन हो सकता है के मामले में), निवेशकों के कीमत पर बढ़ती रखना होगा मान हो सकता है। पूर्व रेजिस्टेंस बन जाता है एक नई सपोर्ट लेवल पर जो गिरावट आती है पकड़ करने के लिए आशा की जाती है .
परिसंपत्ति मूल्य सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल के बीच बनी हुई है के रूप में ट्रेंड के रूप में लंबे समय तक जारी रखने की उम्मीद है .
सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस ट्रेडिंग स्ट्रेटेजी
सपोर्ट लेवल की दलील कीमत हो जाता है इस क्षेत्र के लिए करीब के रूप में, खरीदारों एक बेहतर सौदा देखने और खरीदने, जबकि विक्रेताओं एक बुरा सौदा देखना और बेचने की संभावना कम कर रहे हैं के लिए तैयार कर रहे हैं कि है। तथापि, सपोर्ट हमेशा कीमतों पकड़ नहीं सकता। और जब कीमतें नीचे सपोर्ट लेवल तोड़ यह इंडीकैट्स है कि विक्रेता परिसंपत्ति को बेचने के लिए एक अच्छा अवसर हो सकता हैं .
दूसरी ओर, रेजिस्टेंस के पीछे मुख्य आधार है कि कीमत के करीब हो जाता है के रूप में प्रतिरोध करने के लिए तर विक्रेताओं एक परिसंपत्ति को बेचने के लिए तैयार हो जाओ, करते समय खरीदार कम खरीद करने के लिए इच्छुक हो जाएगा। खरीदने के लिए एक वृद्धि की इच्छा एक तोड़ रेजिस्टेंस लेवल से ऊपर इंडीकैट्स है .
सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस लेवल्स के बीच एक उलट एक सकारात्मक या मौजूदा रुझान के खिलाफ एक नकारात्मक परिवर्तन हो सकता है। इन नमूनों के संकेतों पर निर्भर करता है कि वे एक ही सुरक्षा पर एक व्यापारिक रणनीति अपनाने, क्योंकि यह विश्लेषकों और बाजार प्रतिभागियों के लिए महत्वपूर्ण है .
आप IFC बाजार के द्वारा की पेशकश ट्रेडिंग टर्मिनलों में से एक को डाउनलोड करके उद्धरण पर ग्राफ़िकल ऑब्जेक्ट को देख सकते हैं
सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवल के आधार पर ट्रेडिंग
3. नए सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवलों के आधार पर ट्रेडिंग निर्णय
जब कीमतें अपट्रेंड में होती है, तो अंतिम लो और अंतिम हाई कीमतें बहुत महत्वपूर्ण होती है।
यदि कीमतें लोअर लो बनाना शुरू करती है, तो यह ये दर्शाता है की ट्रेंड रिवर्सल हो सकता है।
लेकिन अगर कीमतें हाई बनी रहती है तो अपट्रेंड की सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों पुष्टि होती है।
एक निवेशक को उचित और वर्तमान मेजर सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों को चिन्हित करना चाहिए क्योंकि जब कीमतें इन स्तरों पर पहुंचती है तो वे महत्वपूर्ण हो सकते है।
इसके अलावा, उचित और करंट माइनरसपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तरों को चिन्हित करना चाहिए जो आपको करंट ट्रेंड, चार्ट पैटर्न और सीमाओं का एनालिसिस करने में मदद करेगा।
आपको नए सपोर्ट और रेजिस्टेंस की रेखाएं बनाते रहना चाहिए और पुराने लेवल्स को हटा देना चाहिए, क्यूंकि कीमतें पुरानी लेवल्स को पहले ही पार कर चूकी हैं ।
की पॉइंट्स :
- माइनर सपोर्ट और रेजिस्टेंस स्तर कीमतों को होल्ड नहीं कर पाते है।
- माइनर सपोर्ट और रेजिस्टेंस के क्षेत्र आपकी होल्डिंग बढ़ाने के अवसर प्रदान करते है।
- मेजर रेजिस्टेंस और सपोर्ट का लेवल वो क्षेत्र है जो ट्रेंड रिवर्सल का कारण बनते है।
- मार्केट डाउनट्रेंड में है या अपट्रेंड में है, या भविष्य में क्या हो सकता है, इन सबकी जानकारी ट्रेंड लाइन्स स्पष्ट दिखाती है।
- एक निवेशक या एनालिस्ट को उचित और वर्तमान मेजर सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवलों को चिन्हित करना चाहिए क्योंकि जब कीमतें इन लेवल पर पहुंचती है तो वे महत्वपूर्ण हो सकते है।
- रेलेवेंट और करंट माइनर सपोर्ट और रेजिस्टेंस लेवलों को चिन्हित करना चाहिए जो आपको करंट ट्रेंड, चार्ट पैटर्न और सीमाओं का एनालिसिस करने में मदद करेगा।
असफल एटीएम लेनदेन के लिए 4 सुरक्षित उपाय
25 महत्वपूर्ण स्टॉक मार्किट टर्म्स
Elearnmarkets
Elearnmarkets (ELM) is a complete financial market portal where the market experts have taken the onus to spread financial education. ELM constantly experiments with new education methodologies and technologies to make financial education effective, affordable and सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों accessible to all. You can connect with us on Twitter @elearnmarkets.
ओपनिंग बेल बजने के पहले जानें, निफ्टी और बैंक निफ्टी में आज क्या हो कमाई की रणनीति
मार्केट एक्सपर्ट अमित सेठ के मुताबिक निफ्टी के लिए पहला रेजिस्टेंस 18000 पर और 18100-18300 पर बड़ा रेजिस्टेंस है
सीएनबीसी-आवाज़ के वीरेंद्र कुमार ने कहा कि निफ्टी के लिए पहला रेजिस्टेंस 17967-17997/18020 पर और बड़ा रेजिस्टेंस 18066-18110 पर है
18 अगस्त यानी आज के कारोबार में बाजार के सतर्कता के साथ खुलने की उम्मीद है। SGX Nifty से भारत में आज ब्रॉडर मार्केट की निगेटिव ओपनिंग के संकेत मिल रहे हैं। SGX Nifty करीब 16 अंक नीचे कारोबार कर रहा है।
बेंचमार्क इंडेक्सों में कल लगातार सातवें दिन तेजी देखने को मिली। सेंसेक्स कल 418 अंकों की बढ़त के साथ 60260 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, निफ्टी 119 अंकों की बढ़त के साथ 17944 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी ने कल डेली चार्ट पर एक बुलिश कैंडलिस्टिक पैटर्न बनाया।
अब निफ्टी के लिए पहला सपोर्ट 17863 और उसके बाद दूसरा सपोर्ट 17782 पर स्थित है। अगर इंडेक्स ऊपर की तरफ रुख करता है तो 17996 फिर 18047 पर इसको रजिस्टेंस का सामना करना पड़ सकता है।
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आज निफ्टी और बैंक निफ्टी की वीकली एक्सपायरी है। एक्सपायरी पर करवाए गए CNBC-आवाज़ के पोल में भाग लेने वाले 90 फीसदी एक्सपर्ट्स की राय है कि निफ्टी की एक्सपायरी 17900 से 18100 के बीच कट सकती है। वहीं, पोल में भाग लेने वाले 80 फीसदी एक्सपर्ट्स की राय है कि बैंक निफ्टी की एक्सपायरी 39900 से 39600 के बीच कट सकती है।
आज निफ्टी और बैंक निफ्टी में क्या हो कमाई की रणनीति
मार्केट एक्सपर्ट अमित सेठ के मुताबिक निफ्टी के लिए पहला रेजिस्टेंस 18000 पर और 18100-18300 पर बड़ा रेजिस्टेंस है। वहीं, निफ्टी के लिए पहला सपोर्ट 17775 पर और उसके बाद 17400-17500 पर बड़ा सपोर्ट है।
बैंक निफ्टी पर रणनीति
अमित सेठ के मुताबिक बैंक निफ्टी के लिए पहला रेजिस्टेंस 39400 पर और 39500 पर बड़ा रेजिस्टेंस है। वहीं, बैंक निफ्टी के लिए पहला सपोर्ट 39100 पर और उसके बाद 38700-39000 पर बड़ा सपोर्ट है।
सीएनबीसी-आवाज़ के वीरेंद्र कुमार की रणनीति
निफ्टी पर रणनीति पर आज क्या हो कमाई की रणनीति इस पर बात करते हुए सीएनबीसी-आवाज़ के वीरेंद्र कुमार ने कहा कि निफ्टी के लिए पहला रेजिस्टेंस 17967-17997/18020 पर और बड़ा रेजिस्टेंस 18066-18110 पर है। वहीं, इसके लिए 17826-17766 पर पहला सपोर्ट और 17745-17691 पर बड़ा सपोर्ट है। लॉन्ग सौदों में बने रहे, पहला बेस अहम दिख सकता है। 17850-910 के आसपास स्थिर होने दें तब खरीदें। 17997-18020 जोन में थोड़ी सप्लाई संभव है। 17997-18020 निकला तो फिर स्विंग मिलेगा। निफ्टी के ट्रेडर बैंक निफ्टी की चाल पर भी नजर रखें। बैंक निफ्टी ने 39500 पार किया तो बड़ी तेजी आने की उम्मीद है।
बैंक निफ्टी पर रणनीति की बात करते हुए वीरेंद्र कुमार ने कहा कि 39470/510-39670 पर पहला रेजिस्टेंस और 39810-39940/40020 पर दूसरा बड़ा रेजिस्टेंस है। 39210-39040 पर पहला बेस और 38840-38760 पर दूसरा बड़ा बेस है। 39000-39500 के बीच काफी कंसोलिडेशन हो चुका है। निजी और सरकारी दोनों बैंकों की चाल अच्छी है। HDFC बैंक अब बैंक निफ्टी में जोश भर रहा है। लॉन्ग रहें और गिरावट में नई खरीदारी भी करें। अगर 39470-510 का जोन पार हुआ तो जरूर खरीदें। 39510 के ऊपर 39670-810-940 तक स्विंग संभव है।
डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।
(डिस्क्लेमर: नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)
MoneyControl News
Tags: # share markets
First Published: Aug 18, 2022 8:28 AM
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Gold Price Today: सप्ताह की शुरुआत सोने की कीमतों में गिरावट के साथ, चेक करिए लेटेस्ट रेट
सोना इस समय 24 कैरेट वाला प्रति दस ग्राम 51 हजार के नीचे चल रहा है.
आज सोमवार को एमसीएक्स पर गोल्ड लाल निशान में खुला. ओपन होने के बाद 24 कैरेट गोल्ड का भाव लगभग 125 रुपये (0.26%) की गिरा . अधिक पढ़ें
- News18Hindi
- Last Updated : September 12, 2022, 09:40 IST
हाइलाइट्स
आज सोमवार को एमसीएक्स पर गोल्ड लाल निशान में खुला.
सोने को 50100 ($1700) पर सपोर्ट और 50900 के स्तर पर रेजिस्टेंस मिल सकता है.
‘BIS Care app’ से ग्राहक सोने की शुद्धता (Purity) की जांच कर सकते हैं.
मुंबई. आज सप्ताह की शुरुआत सोने की कीमतों में गिरावट के साथ देखने को मिल रही है. हालांकि चांदी फिलहाल हरे निशान में ट्रेड कर रही है. आज सोमवार को एमसीएक्स पर गोल्ड लाल निशान में खुला. ओपन होने के बाद 24 कैरेट गोल्ड का भाव लगभग 125 रुपये (0.26%) की गिरावट के साथ लगभग 50,400.00 रुपए प्रति दस ग्राम पर चल रहा है. वहीं, चांदी का रेट मामूली बढ़त के साथ 55085.00 रुपए प्रति किलोग्रा पर नजर आ रहा है.
पिछले हफ्ते सोने –चांदी की कीमतों में तेजी देखने को मिली. इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन यानी आईबीजीए (IBJA) की वेबसाइट के मुताबिक, पिछले बिजनेस वीक (22 से 26 अगस्त) की शुरुआत में 24 कैरेट सोने (Gold) का रेट 50,770 था, जो शुक्रवार तक बढ़कर 50,877 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है. वहीं, 999 शुद्धता वाली चांदी (Silver) की कीमत 53,363 से बढ़कर 54,700 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया है. अब इस हफ्ते की शुरुआत सोने में गिरावट के साथ हुई है.
आगे तेजी की उम्मीद
आईआईएफएल सिक्यॉरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट ( रिसर्च एंड कमोडिटी) अनुज गुप्ता ने कहा कि हम उम्मीद कर रहे हैं कि इस सप्ताह में सोना और चांदी पॉजिटिव ट्रेड कर सकते हैं. सोने को 50100 ($1700) पर सपोर्ट और 50900 ($1735) के स्तर पर रेजिस्टेंस मिल सकता है. चांदी को 54500 ($18) पर सपोर्ट और 56500 ($19.50) के स्तर पर रेजिस्टेंस मिल सकता है.
इस तरह चेक कर सकते हैं सोने की शुद्धता
बता दें अगर अब आप सोने की शुद्धता चेक करना चाहते हैं तो इसके लिए सरकार की ओर से एक ऐप बनाया गया है. ‘BIS Care app’ से ग्राहक (Consumer) सपोर्ट एंड रेजिस्टेंस स्तरों सोने (Gold) की शुद्धता (Purity) की जांच कर सकते हैं. इस ऐप (App) के जरिए सिर्फ सोने की शुद्धता की जांच ही नहीं बल्कि इससे जुड़ी कोई भी शिकायत भी कर सकते हैं. इस ऐप (App) में अगर सामान का लाइसेंस, रजिस्ट्रेशन और हॉलमार्क नंबर गलत पाया जाता है तो ग्राहक इसकी शिकायत तुरंत कर सकते हैं. इस ऐप (Gold) के जरिए तुरंत ही ग्राहक को शिकायत दर्ज करने की जानकारी भी मिल जाएगी.
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