आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने कमोडिटी डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग लॉन्च की है।

Crypto की दुनिया का पहला इनसाइडर ट्रेडिंग मामला, Coinbase के पूर्व-मैनेजर के भाई ने कबूला अपना गुनाह

कॉइनबेस के एक पूर्व प्रोडक्टर मैनेजर और उसके भाई पर कंपनी की गोपनीय जानकारियों को लीक करने की साजिश रचने और उसके आधार पर ट्रेडिंग करने का आरोप है

क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की दुनिया में पहली बार किसी को इनसाइडर ट्रेडिंग (Insider Trading) के आरोप में दोषी ठहराया गया है। दोषी ने अपना गुनाह कबूल भी कर लिया है। यह मामला दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टो-एक्सचेंजों में से एक कॉइनबेस (Coinbase) से जुड़ा है। कॉइनबेस के एक पूर्व प्रोडक्टर मेजर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म मैनेजर ईशान वाही और उसके भाई निखिल वाही पर कंपनी की अंदरुनी जानकारियों को लीक करने की साजिश रचने और उसके आधार पर ट्रेडिंग करने का आरोप है।

26 वर्षी निखिल वाही ने मैनहॉटन की अमेरिकी डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में वर्चुअल सुनवाई के दौरान स्वीकार किया कि उन्होंने कॉइनबेस की गोपनीय जानकारियों के आधार पर ट्रेडिंग की थी।

सरकारी वकीलों का कहना है कि ईशान वाही ने अपने भाई और उनके दोस्त समीर रमानी के साथ यह गोपनीय जानकारी शेयर किया कि कॉइनबेस आने वाले दिनों में किन क्रिप्टोकरेंसी या डिजिटल एसेट्स को अपने प्लेटफॉर्म पर शामिल करेगा और उनमें यूजर्स को ट्रेडिंग की सुविधा देगा।

शेयर बाजार में क्या है कमोडिटी ट्रेडिंग, जानिए कैसे करते हैं खरीद-बेच, कितना फायदेमंद

commodity trading

जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैस . अधिक पढ़ें

  • News18Hindi
  • Last Updated : May 06, 2021, 09:25 IST

मुंबई. जिस तरह से हम अपनी रोजमर्रा की जरुरतों के लिए कोई वस्तु यानी कमोडिटी (commodity) जैसे अनाज, मसाले, सोना खरीदते हैं वैसे ही शेयर बााजार (share market) में भी इन कमोडिटी की खरीद बेच होती है. शेयर बााजार के कमोडिटी सेक्शन में इनकी ही खरीद बेच को कमोडिटी ट्रेडिंग (commodity trading) कहते हैं. यह कंपनियों के शेयरों यानी इक्विटी मार्केट की ट्रेडिंग से थोड़ी अलग होती है. कमोडिटी की ट्रेडिंग ज्यादातर फ्यूचर मार्केट में होती है. भारत में 40 साल बाद 2003 में कमोडिटी ट्रेडिंग पर लगा प्रतिबंध हटा लिया गया था.

सामान्य तौर पर, कमोडिटी को चार प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है.

कीमती धातु - सोना, चांदी और प्लेटिनम

बेस मेटल - कॉपर, जिंक, निकल, लेड, टीन और एन्युमिनियम

एनर्जी - क्रूड ऑयल, नेचुरल गैस, एटीएफ, गैसोलाइन

मसाले - काली मिर्च, धनिया, इलायची, जीरा, हल्दी और लाल मिर्च.

अन्य - सोया बीज, मेंथा ऑयल, गेहूं, चना

कमोडिटी ट्रेडिंग में क्या अलग है
- कमोडिटी ट्रेडिंग और शेयर बाज़ार ट्रेडिंग करने में बुनियादी फर्क है. शेयर बाजार में आप शेयरों को एक बार खरीद कर कई साल बाद भी बेच सकते हैं लेकिन कमोडिटी मार्केट में दो-तीन नियर मंथ में ही कारोबार होता है. इसलिए सौदे खरीदते या बेचने में एक निश्चित अवधि का पालन करना जरूरी होता है. यह इक्विटी फ्यूचर ट्रेडिंग (equity future trading) की तरह होता है.

फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट क्या है -

दो पार्टियों के बीच यह खरीदने बेचने का ऐसा सौदा होता है जो आज के दाम पर फ्यूचर की डेट में एक्सचेंज होता है. कमोडिटी राष्ट्रीय स्तर ऑनलाइन मॉनिटरिंग और सर्विलांस मैकेनिज्म के साथ ट्रेड होता है. एमसीएक्स और एनसीडीएक्स में कमोडिटी फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट एक महीने, दो महीने और तीन महीने के लिए एक्सापाइरी सायकल के आधार पर खरीदे जाते हैं.

पोर्टफोलियो में विविधता के लिए कमोडिटी में निवेश फायदेमंद -
विशेषज्ञों के मुताबिक पोर्टफोलियों में विविधता के लिए निवेशक को इक्विटी के साथ साथ कमोडिटी में भी निवेश करना चाहिए. इससे कीमतों में उतार-चढ़ाव का फायदा लिया जा सकता है. हालांकि, रिटेल और छोटे निवेशकों को कमोडिटी में निवेश में विशेष सावधान होना चाहिए. बाजार की अस्थिरता और कम जानकारी पूरा मेजर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पैसा डूबा सकती है. निवेशकों को इसमें डिमांड सायकल और कौन से कारक कमोडिटी बाजार को प्रभावित करते हैं यह जानना जरूरी होता है.

कमोडिटी ट्रेडिंग से फायदा -
भारत में 25 लाख करोड़ रुपए सालाना का कमोडिटी मार्केट तेजी से बढ़ रहा है. यह मुख्यत लिवरेज मार्केट होता है. मतलब छोटे और मध्यम निवेशक भी छोटी सी राशि से मार्जिन मनी के जरिये कमोडिटी ट्रेडिंग कर सकते हैं.

हेजिंग -
किसानों, मैन्युफैक्चरर और वास्तविक उपयोगकर्ताओं के लिए कमोडिटी के दाम में उतार चढ़ाव का रिस्क कम हो जाता है.

पोर्टफोलियों में विविधता -
कमोडिटी एक नए एसेट क्लास के रुप में विकसित हो रही है. यह पोर्टपोलियों में प्रभावी विविधता लाती है.

ट्रेडिंग अपॉरच्यूनिटी -
कमोडिटी का डेली टर्नओवर लगभग 22,000 - 25,000 करोड़ रुपए है, जो एक बेहतर ट्रेडिंग अपॉर्च्यूनिटी उपलब्ध कराती है.

हाई लिवरेज -
इसमें बहुत कम पैसे में आप मार्जिन मनी के सहारे बड़े सौदे कर सकते हैं.

समझने में आसानी-
कमोडिटी के बेसिक नेचर और सिंपल इकोनॉमिक फंडामेंटल की वजह से इसे समझना भी आसान होता है

इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज का क्या है रोल -

इंडियन कमोडिटी एक्सचेंज वह संस्था है जो कमोडिटी फ्यूचर में ट्रेडिंग के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराती है. जैसे स्टॉक मार्केट इक्विटी में ट्रेडिंग के लिए स्पेस उपलब्ध कराता है. वर्तमान में फ्यूचर ट्रेडिंग के लिए 95 कमोडिटी उपलब्ध है जो रेगुलेटर फॉर्वर्ड मार्केट कमिशन ( एफएमसी) द्वारा जारी गाइडलाइन और फ्रेमवर्क के अंदर हैं. भारत में 3 नेशनल और 22 क्षेत्रिय एक्सचेंज अभी काम कर रहे हैं.

एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) क्या है -

एमसीएक्स (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) द्वारा सुगम कमोडिटी मार्केट में कमोडिटी का कारोबार अक्सर एमसीएक्स ट्रेडिंग के रूप में जाना जाता है. जिस प्रकार बीएसई और एनएसई स्टॉक में कारोबार के लिए मंच प्रदान करते हैं, वैसे ही एमसीएक्स कमोडिटी में कारोबार के लिए एक मंच प्रदान करता है. इसमें कारोबार मेजर ट्रेडिंग मेटल और एनर्जी में होती है. इसमें रोजाना एक्सचेंज वैल्यूम 17,000-20,000 करोड़ है.

एनसीडीएक्स-
यह दिसंबर 2003 में अस्त्तिव मे आया. इसमें मुख्यत एग्री ट्रेडिंग होती है. रोजाना एक्सचेंज वैल्यूम लगभग 2000 - 3000 करोड़.

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आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने लॉन्च मेजर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की कमोडिटी डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग

कमोडिटी डेरिवेटिव्स मौजूदा इक्विटी डेरिवेटिव्स सेगमेंट की तरह है लेकिन इसमें स्टॉक्स के बजाय कमोडिटी में कारोबार होगा। Good Till Canceled (GTC) जैसे आईसीआईसीआईडायरेक्ट.कॉम के कई पॉपुलर फीचर कमोडिटीज ट्रेड के लिए भी उपलब्ध होंगे जिससे निवेशकों को आसानी होगी।

आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने कमोडिटी डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग लॉन्च की है।

आईसीआईसीआई डायरेक्ट ने कमोडिटी डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग लॉन्च की है।

हाइलाइट्स

  • आईसीआईसीआईडायरेक्ट.कॉम प्लेटफॉर्म पर कमोडिटी डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग लॉन्च
  • I-Sec के क्लाइंट एमसीएक्स में कमोडिटीज फ्यूचर्स में ट्रेड कर सकेंगे
  • Good Till Canceled जैसे कई पॉपुलर फीचर होंगे उपलब्ध

Good Till Canceled (GTC) जैसे आईसीआईसीआईडायरेक्ट.कॉम के कई पॉपुलर फीचर कमोडिटीज ट्रेड के लिए भी उपलब्ध होंगे जिससे निवेशकों को आसानी होगी। आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज के एमडी और सीईओ विजय चंडोक ने कहा कि इस लॉन्च से हमने अपने ग्राहकों की एक सख्त जरूरत को पूरा कर दिया है। वे अपने कमोडिटी ट्रेडिंग के लिए भी इसी तरह के इंटरफेस की मांग कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि इससे हम अपने ग्राहकों की सभी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए वन स्टॉप डिजिटल शॉप बनने के एक कदम और आगे निकल गए हैं। हम इसमें और सुधार करते जाएंगे। हमारे पास अनुभवी कमोडिटीज रिसर्च टीम है जो मेजर कमोडिटीज के बारे में समय-समय पर रिपोर्ट देगी।

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Binance Acquires Cryptoasset Trading Platform JEX

Binance is pleased to announce the acquisition of JEX , a crypto-asset trading platform offering spot and derivatives trading services. JEX will join the Binance ecosystem as Binance JEX and focus on further building the cryptoasset derivatives market, providing Binance users with professional services including futures contracts, options and other derivative products.

Through this acquisition, Binance will manage the JEX team and the JEX tokens run by its Foundation, introducing more utility to the JEX token. In a longer term, JEX tokens will be gradually distributed to all users via marketing activities and community incentives; subsequently, the tokens will be gradually retrieved and burned in various forms including trading commission deductions and so on.

We welcome the JEX team and more partners to join the Binance ecosystem. We look forward to delivering more innovative derivative products in the future with Binance JEX.

Thanks for your support!

Binance Margin Will Delist FET, FORTH, KEY, MBOX, WIN as Borrowable Assets From Cross Margin and AION, BTS From Isolated Margin

Binance Completes Second Round of Terra (LUNA) Airdrop Distribution to Terra Classic (LUNC) and TerraClassicUSD (USTC) Holders

Updates on Margin Tiers, Funding Rate Settlement Frequency and Capped Funding Rate Multiplier of USDⓈ-M HNTUSDT Perpetual Contracts (2022-12-21)

अमेरिकन स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट कैसे करें ?

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Developed Country अमेरिका के स्टॉक मार्केट में हर कोई इनवेस्ट करना चाहता है और हम इंडियन्स तो खासकर इनवेस्टमेंट के लिए काफी उत्साहित रहते हैं। दुनिया की लगभग सारी बड़ी कंपनियां यूएस की ही हैं, यहां तक 1 ट्रिलियन M arket Valuation क्लब की चारों कंपनियां A pple, Microsoft, Amazon & Google भी US based कंपनियां हैं। दरअसल ज्यादा V aluation वाली इन कंपनियों में थोड़े से बदलाव में ही हमको अच्छा खासा Profit मिल जाता है।

अभी हाल ही में Johy Ivy के एपल छोड़कर जाने की खबर पर एपल के शेयर्स की कीमत 1% गिर गई थी। सिर्फ 1 % शेयर्स के कम होने की वजह से एपल कंपनी की Market मेजर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म Value 9 बिलियन डॉलर यानि करीब 62, 000 करोड़ कम हो गई थी।

आपको बता दें कि यूएस की कंपनियों में बड़े पद पर ज्यादातर इंडियन्स ही हैं। जैसे- Google के CEO सुंदर पिचाई, Microsoft के CEO सत्या नडेला , Adobe के CEO शांतनु नारायण।

US Stock Market में Investment के दो तरीके हैं-

1. F oreign Brokerage Firm से tie-up वाले Indian Brokerage Firm में ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाकर।

2. D irect Foreign Brokerage Firm में ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाकर।

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Indian Brokerage Firm से ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाकर-

कोई भी इंडियन जो कि यूएस स्टॉक मार्केट में इनवेस्टमेंट करना चाहता है, वह F oreign Brokerage Firm से tie-up वाले Indian Brokerage Firm में अपना ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करके इनवेस्टमेंट कर सकता है। इस तरह के ट्रेडिंग अकाउंट को O verseas अकाउंट कहते हैं। इंडिया में F oreign tie-up के Brokerage Firms कई सारे हैं,जैसे- ICICI direct, HDFC Securities, Kotak मेजर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म Securities, Reliance Money.

स्टेप्स कुछ ऐसे हैं-

1) सबसे पहले आपको FF oreign tie-up वाले ब्रोकर Firm में ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करवाना होगा।

2) KYC के लिए जरूरी सभी डाक्यूमेंट सबमिट करने होगें।

3) अकाउंट ओपन होने के बाद आपको फंड ट्रांसफर करना होगा और फिर A 2 Form भरना होगा। A2 Form के जरिए आप Foreign Exchange अपने अकाउंट में receive कर पाएंगे। ये F orm आपको Brokerage Firm खुद प्रोवाइड करता है।

4) फंड ट्रांसफर होने के बाद ही आप ऑनलाइन प्लेटफार्म पर ट्रेडिंग कर सकते हैं। इससे पहले आपको E xecutive Trade के लिए C ontract Notes मिलते है, जो आपके इनबॉक्स में भेजा जाता है।

इसके बाद आप F oreign C ompanies के शेयर्स खरीद पाएंगे। ध्यान देने वाली बात यह है कि आप Foreign E xchange पर M argin Trading और Short Selling नहीं कर सकते हैं, क्योंकि ये दोनों M ethod Indian Investors के लिए A llowed नहीं हैं।

Foreign Brokerage Firm में ट्रेडिंग अकाउंट खुलवाकर-

आप डायरेक्ट Foreign Brokerage में मेजर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करके इनवेस्टमेंट कर सकते हैं। फॉरेन के कई Brokerage Firm- Interactive Brokers, TD Ameritrade, Charles Schwab International Account etc इंडियन्स के लिए ट्रेडिंग अकाउंट ओपन करने की Permission देते हैं।

इस समय एक फायनेशियल ईयर में कोई भी इंडियन मेजर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म यूएस स्टॉक मार्केट में 2,50,000 डॉलर यानि करीब 1.7 करोड़ रुपये की इनवेस्टमेंट कर सकता है और यही LRS (Liberalized Remittance Scheme) की M aximum Price है।

US Stock Market में इनवेस्ट करने के कुछ फायदे है और कुछ नुकसान भी हैं-

1 > ’ Foreign Broker ’ Foreign Exchange में ब्रोकरेज चार्ज डॉलर में लेते हैं, इसलिए हम इंडियन्स के लिए ब्रोकरेज चार्ज ज्यादा हो जाता है।

2> एक्सचेंज रेट का काफी ज्यादा I mpact पड़ता है, जब भी D ollar Fluctuate होता है तो हमारी Currency की V alue भी F luctuate हो जाती है।

3> अगर आप G lobal Business Factors मेजर ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म और E conomics Conditions नहीं जानते हैं तो आपके लिए यूएस स्टॉक मार्केट D angerous साबित हो सकता है।

यूएस स्टॉक मार्केट में इनवेस्ट करके आप अपनी इनवेस्टमेंट स्किल को बढ़ा सकते हैं।

क्या आप जानते हैं कि US में लगभग 60% लोग स्टॉक मार्केट में इनवेस्टमेंट करते हैं पर इंडिया में सिर्फ 4% से 5% लोग ही Stock Market में Invest करते हैं।

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