मूल्यांकन की परिभाषा विभिन्न लोगों ने दी हैं जिसमें से कुछ परिभाषा इस प्रकार हैं- किसी वस्तु अथवा क्रिया के महत्व को कुछ सामाजिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक मानदण्डों के आधार पर चिन्ह विशेषों में प्रकट करने की प्रक्रिया हैं।
विश्लेषण शब्द का क्या अर्थ है?
इसे सुनेंरोकेंकिसी विधान या व्यवस्थाक्रम की सूक्ष्मता से परीक्षण करने की तथा उसके मूल तत्वों को खोजने की क्रिया को ‘विश्लेषण’ नाम दिया जाता है। Explanation: विश्लेषण शब्द का अर्थ है – किसी समस्या को हल करने के लिए उसे टुकड़ों बांटना, इकट्ठी की गई वस्तु के भागों को अलग – अलग करके उनका परीक्षण करना विश्लेषण है ।
इसे सुनेंरोकेंआकाश के समानार्थी शब्द के पर्यायवाची शब्द अनंत का पर्यायवाची शब्द – आकाश, अंबर, अंतरिक्ष, अभ्र, आसमान, गगन, मूल्य क्रिया विश्लेषण करने का क्या अर्थ है दिव, नभ, पुष्कर, व्योम, विष्णुपद, सारंग, फलक, द्यौ, तारापथ, शून्य, अधर , अर्श, उर्ध्वलोक, द्यु गगनमंडल, छायापथ, तारापथ, द्युलक, नभमंडल, फलक।
विश्लेषण और मूल्यांकन में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंविश्लेषण और मूल्यांकन के बीच अंतर क्या मूल्य क्रिया विश्लेषण करने का क्या अर्थ है है? मूल्यांकन किसी व्यक्ति के कौशल, प्रतिभा या एक अच्छी, सेवा की गुणवत्ता के बारे में निष्कर्ष पर पहुंचने की प्रक्रिया है, जबकि विश्लेषण तथ्यों की बेहतर समझ के लिए एक अनुशासन का गहन अध्ययन है। मूल्यांकन की प्रक्रिया व्यक्तिपरक है जबकि विश्लेषण वस्तुनिष्ठ है।
विशेषता और विश्लेषण में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंविवेचना — किसी प्रतिपाद्य विषयवस्तु की गुण-दोषाधार पर विचारणा करना। अन्तिम निष्कर्ष पर पहुँचने के लिए की गई गहन गवेषणा। परीक्षण करना। विश्लेषण — किसी प्रतिपाद्य विषयवस्तु के अवयवों को पृथक्-पृथक् करके अध्ययन करना।
विश्लेषण विधि के जनक कौन हैं?
शिक्षण विधियाँ एवं उनके प्रतिपादक :
क्र | शिक्षण विधियां | प्रतिपादक |
---|---|---|
11 | सूक्ष्म शिक्षण विधि | राबर्ट |
12 | मूल्यांकन विधि | जे .एम राइस |
13 | समस्या समाधान विधि | सुकरात |
14 | इकाई उपागम | एच. सी मॉरीसन |
संश्लेषण और विश्लेषण विधि में क्या अंतर है?
इसे सुनेंरोकेंसंश्लेषण का अर्थ है- मूल्य क्रिया विश्लेषण करने का क्या अर्थ है अनेक को एक करना, जबकि विश्लेषण का अर्थ है एक को अनेक करना।
कार्य विश्लेषण से क्या होता है?
इसे सुनेंरोकेंकार्य विश्लेषण मूल्य क्रिया विश्लेषण करने का क्या अर्थ है एक प्रक्रिया है जिसमें कार्य विषेश से सम्बन्धित कर्तव्यों की व्याख्या की जाती है। यह कार्य का सम्पूर्ण अध्ययन है। इसके द्वारा कार्य के सम्बन्ध में कर्मचारी के दायित्व, कर्तव्य, कार्य दषायें, प्रकृति, उचित वेतन, योग्यतायें, समय एवं विशेषाधिकार आदि का ज्ञान प्राप्त किया जाता है।
मुल्यांकन का अर्थ, परिभाषा और प्रकार
मुल्यांकन (Mulyankan) : यह दो शब्दों से मिलकर बना हैं- मूल्य-अंकन। यह अंग्रेजी के Evaluation शब्द का हिंदी रूपांतरण हैं। मापन जहाँ किसी वस्तु या व्यक्ति के गुणों को अंक प्रदान करता हैं, वही मुल्यांकन उन अंकों का विश्लेषण करता हैं और उनकी तुलना दूसरों से करके एक सर्वोत्तम वस्तु या व्यक्ति का चयन करता हैं।
आज हम जनिंगे की मूल्यांकन मूल्य क्रिया विश्लेषण करने का क्या अर्थ है क्या हैं, मूल्यांकन का अर्थ और परिभाषा, मूल्यांकन के प्रकार और मूल्यांकन और मापन मूल्य क्रिया विश्लेषण करने का क्या अर्थ है में अंतर।
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मूल्यांकन (Mulyankan) क्या हैं?
मूल्यांकन का महत्व हर क्षेत्र में बढ़ता मूल्य क्रिया विश्लेषण करने का क्या अर्थ है ही जा रहा हैं। वर्तमान समय में इसका उपयोग शिक्षा में, आर्मी में, या सम्मानित पदों में किया जाता हैं। इसके द्वारा एक उत्तम नागरिक का निर्धारण किया जा सकता हैं। मूल्यांकन Evaluation मापन द्वारा प्राप्त अंकों का विस्तृत अध्ययन करता हैं और यह अध्ययन वह सामाजिक, सांस्कृतिक और वैज्ञानिक आधार पर करता हैं।
मूल्यांकन दो मूल्य क्रिया विश्लेषण करने का क्या अर्थ है व्यक्तियों के मध्य उनके गुणों में व्याप्त भिन्नता को ज्ञात करने का भी कार्य करता हैं। इसके द्वारा यह पता चलता हैं कि किस व्यक्ति के अंदर कौन से गुण की मात्रा अधिक हैं।
मूल्यांकन की परिभाषा
मुल्यांकन mulyankan के प्रकार
1- संरचनात्मक मुल्यांकन
2- योगात्मक मुल्यांकन
1- संरचनात्मक मुल्यांकन – निर्माणाधीन कार्यो के मध्य जब किसी का मूल्यांकन किया जाता है उसे संरचनात्मक मुल्यांकन कहते हैं शिक्षा से इसको देखा जाए तो जब छात्र किसी कक्षा में होते हैं तो उनका यूनिट टेस्ट या टॉपिक मूल्य क्रिया विश्लेषण करने का क्या अर्थ है टेस्ट लिया जाता हैं उसे ही संरचनात्मक मुल्यांकन (Sanrachnatmak mulyankan) कहा जाता हैं।
2- योगात्मक मुल्यांकन – इसका प्रयोग अंत में मूल्य क्रिया विश्लेषण करने का क्या अर्थ है किया जाता हैं जैसा कि इसके नाम से ही पता चल रहा हैं योग। अर्थात अंत में जब छात्रों की वार्षिक परीक्षा ली जाती हैं उसे ही योगात्मक मुल्यांकन कहा जाता है
मुल्यांकन और मापन में अंतर
- मुल्यांकन (mulyankan) किसी वस्तु या व्यक्ति के गुणों का विश्लेषण करता हैं और मापन किसी वस्तु या व्यक्ति के गुण को अंक प्रदान करती हैं जैसे किसी व्यक्ति की लंबाई, चोड़ाई, वजन आदि।
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