BSSC Exam
Bihar Staff selection commission (BSSC) exams details will come here.
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Selection Process
Bihar SSC Inter Level Selection Process
- Written Examination
- Interview
Syllabus
Bihar SSC Inter Level Syllabus
प्रारंभिक परीक्षा का सिलेबस निम्न प्रकार से हैः-
खंड (क):-सामान्य अध्ययनः-
इसमें परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों का उद्देश्य अभ्यर्थी के आस-पास के वातावरण की सामान्य जानकारी तथा समाज में उनके अनुप्रयाेग के संबंध में उसकी योग्यता की जांच करना होगा। वर्तमान घटनाओं और दिन-प्रतिदिन की घटनाओं के सूक्ष्म अवलाेकन तथा उनके प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकाेण जैसे मामलों की जानकारी संबंधी ऐसे प्रश्न भी शामिल किये जायेंगे, जिनके बारे में जानकारी रखने की किसी भी शिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जाती है। इसमें बिहार, भारत और इसके पड़ोसी देशाें के संबंध में विशेष रूप से यथा सम्भव प्रश्न पूछे जा सकते है।
(i) सम-सामयिक विषयः- वैज्ञानिक प्रगति, राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार, भारतीय भाषाएं, पुस्तक, लिपि, राजधानी, मुद्रा, खेल-खिलाड़ी, महत्त्वपूर्ण घटनाएं ।
(ii) भारत और उसके पड़ाेसी देशः- पडोसी देशों का इतिहास, भारत का इतिहास, संस्कृति, भूगोल, आर्थिक परिदृश्य, स्वतंत्रता आन्दाेलन, भारतीय कृषि तथा प्राकृतिक संसाधनों की प्रमुख विशेषताएं, एवं भारत का संविधान एवं राज्य व्यवस्था, देश की राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, सामुदायिक विकास, पंचवर्षीय याेजना एवं राष्ट्रीय आन्दोलन में बिहार का योगदान।
खंडः-(ख) सामान्य विज्ञान एवं गणित
इसमें सामान्यतः मैट्रिक स्तर के निम्न विषय से यथासंभव प्रश्न पूछे जा सकते हैं :-
(i) सामान्य विज्ञानः-भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र, जीव विज्ञान, भूगाेल।
(ii) गणितः-संख्या पद्धति से संबंधित प्रश्न, पूर्ण संख्याओं का अभिकलन, दशमलव और भिन्न, संख्याओं के बीच परस्पर संबंध, मुलभुत अंक गणितीय संक्रियाएं, प्रतिशत, अनुपात तथा समानुपात, औसत, ब्याज एवं लाभ और हानि ।
खंडः-(ग) मानसिक क्षमता जाँच
इसमें शाब्दिक एवं गैर शाब्दिक दोनों प्रकार के प्रश्न पूछे जा सकते हैं। इस घटक में निम्न से संबंधित यथासंभव प्रश्न पूछे जा सकते हैं:- सादृश्य, समानता एवं भिन्नता, स्थान कल्पना, समस्या समाधान, विश्लेषण, दृश्य स्मृति, विभेद, अवलाेकन, संबंध अवधारणा, अंक गणितीय तर्कशक्ति, अंक गणितीय संख्या श्रृखंला एवं कूट लेखन एवं कूट व्याख्या।
अधिक आवेदन प्राप्त होने पर प्रारंभिक परीक्षा एक से अधिक चरणों में आयोजित की जा सकती है। विभिन्न चरणों में परीक्षा आयोजित किये जाने की स्थिति में परीक्षा परिणाम समानीकरण की प्रक्रिया अपनाते हुए तैयार की जायेगी। प्रारंभिक परीक्षा के माध्यम से लीवरेज के प्रकार कुल उपलब्ध (अधियाचित) रिक्तियों के लगभग 05 गुणा संख्या के बराबर अभ्यर्थियाें का चयन मुख्य परीक्षा हेतु किया जायेगा।
लीवरेज के प्रकार
Diary/Calendar 2022
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Bihar SSC Inter Level Syllabus
प्रारंभिक परीक्षा का सिलेबस निम्न प्रकार से हैः-
खंड (क):-सामान्य अध्ययनः-
इसमें परीक्षा में पूछे गए प्रश्नों का उद्देश्य अभ्यर्थी के आस-पास के वातावरण की सामान्य जानकारी तथा समाज में उनके अनुप्रयाेग के संबंध में उसकी योग्यता की जांच करना होगा। वर्तमान घटनाओं और दिन-प्रतिदिन की घटनाओं के सूक्ष्म अवलाेकन तथा उनके प्रति वैज्ञानिक दृष्टिकाेण जैसे लीवरेज के प्रकार मामलों की जानकारी संबंधी ऐसे प्रश्न भी शामिल किये जायेंगे, जिनके बारे में जानकारी रखने की किसी भी शिक्षित व्यक्ति से अपेक्षा की जाती है। इसमें बिहार, भारत और इसके पड़ोसी देशाें के संबंध में विशेष रूप से यथा सम्भव प्रश्न पूछे जा सकते है।
(i) सम-सामयिक विषयः- वैज्ञानिक प्रगति, राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार, भारतीय भाषाएं, पुस्तक, लिपि, राजधानी, मुद्रा, खेल-खिलाड़ी, महत्त्वपूर्ण घटनाएं ।
(ii) भारत और उसके पड़ाेसी देशः- पडोसी देशों का इतिहास, भारत का इतिहास, संस्कृति, भूगोल, आर्थिक परिदृश्य, स्वतंत्रता आन्दाेलन, भारतीय कृषि तथा प्राकृतिक संसाधनों की प्रमुख विशेषताएं, एवं भारत का संविधान एवं राज्य व्यवस्था, देश की राजनीतिक प्रणाली, पंचायती राज, सामुदायिक विकास, पंचवर्षीय याेजना एवं राष्ट्रीय आन्दोलन में बिहार का योगदान।
खंडः-(ख) सामान्य विज्ञान एवं गणित
इसमें सामान्यतः मैट्रिक स्तर के निम्न विषय से यथासंभव प्रश्न पूछे जा सकते हैं :-
(i) सामान्य विज्ञानः-भौतिक शास्त्र, रसायन शास्त्र, जीव विज्ञान, भूगाेल।
(ii) गणितः-संख्या लीवरेज के प्रकार लीवरेज के प्रकार पद्धति से संबंधित प्रश्न, पूर्ण संख्याओं का अभिकलन, दशमलव और भिन्न, संख्याओं के बीच परस्पर संबंध, मुलभुत अंक लीवरेज के प्रकार गणितीय संक्रियाएं, प्रतिशत, अनुपात तथा समानुपात, औसत, ब्याज एवं लाभ और हानि ।
खंडः-(ग) मानसिक क्षमता जाँच
इसमें शाब्दिक एवं गैर शाब्दिक दोनों प्रकार के प्रश्न पूछे जा सकते हैं। इस घटक में निम्न से संबंधित यथासंभव प्रश्न पूछे जा सकते हैं:- सादृश्य, समानता एवं भिन्नता, स्थान कल्पना, समस्या समाधान, विश्लेषण, दृश्य स्मृति, विभेद, अवलाेकन, संबंध अवधारणा, अंक गणितीय तर्कशक्ति, अंक गणितीय संख्या श्रृखंला एवं कूट लेखन एवं कूट व्याख्या।
अधिक आवेदन प्राप्त होने पर प्रारंभिक परीक्षा एक से अधिक चरणों में आयोजित की जा सकती है। विभिन्न चरणों में परीक्षा आयोजित किये जाने की स्थिति में परीक्षा परिणाम समानीकरण की प्रक्रिया अपनाते हुए तैयार की जायेगी। प्रारंभिक परीक्षा के माध्यम से कुल उपलब्ध (अधियाचित) रिक्तियों के लगभग 05 गुणा संख्या के बराबर अभ्यर्थियाें का चयन मुख्य परीक्षा हेतु किया जायेगा।
पुलिस लाईन ग्राउंड में जिला स्तरीय मुख्यमंत्री कप खेलकूद प्रतियोगिता प्रारंभ
मंडला. पुलिस लाईन ग्राउंड में जिला स्तरीय मुख्यमंत्री कप खेलकूद प्रतियोगिता प्रारंभ हुई। 2 दिवसीय इस आयोजन का शुभारंभ कलेक्टर हर्षिका सिंह द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। उन्होंने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त करते हुए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि इस तरह के आयोजन जिले की प्रतिभाओं को मंच प्रदान करते हुए उनके आगे बढ़ने का मार्ग प्रशस्त करते हैं। जीत और हार खेल के एक पहलू होते हैं। हमें पराजय से सीख लेते हुए भविष्य में बेहतर करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन करें तथा लीवरेज के प्रकार देश एवं प्रदेश में जिले का नाम रोशन करें। इस अवसर पर जिला क्रीडाधिकारी सहित संबंधित उपस्थित रहे। प्रथम दिवस संपन्न हुई कबड्डी प्रतियोगिता में नैनपुर विजेता एवं मंडला उप विजेता रहे। व्हालीवॉल में बिछिया विजेता एवं घुघरी उप विजेता रहे। खो-खो में मंडला विजेता एवं बीजाडांडी उप विजेता रहे तथा फुटबॉल में मोहगांव लीवरेज के प्रकार विजेता एवं मंडला उप विजेता रहे। इसी प्रकार एथलेटिक्स में 100 मीटर में सुरेन्द्र कोर्चे प्रथम, अमरीश उईके द्वितीय एवं सोमकुमार तृतीय स्थान पर रहे। 200 मीटर में लालसिंह प्रथम, रमेश द्वितीय एवं प्रशांत साहू तृतीय लीवरेज के प्रकार स्थान पर रहे। 400 मीटर में उत्कर्ष राय प्रथम, अजय द्वितीय एवं कृष्ण कुमार तृतीय स्थान पर रहे। इसी प्रकार 1000 मीटर में हर्षपुरी गोस्वामी ने प्रथम, अनुराज ने द्वितीय एवं रवि गोरिया ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। भाला भैक में जैकी जंघेला प्रथम, मनोज द्वितीय एवं मोहित तृतीय स्थान पर रहे। लम्बी कूद में वेद कुमार यादव प्रथम, दिलीप सैयाम द्वितीय एवं अक्षय मरावी तृतीय स्थान पर रहे। ऊची कूद में लक्ष्य सोलंकी प्रथम, शिवम मरावी द्वितीय एवं शुभम मरकाम तृतीय स्थान पर रहे। इसी प्रकार गोला फेंक में अमृतांश प्रथम, बाल गोपाल द्वितीय एवं संदीप सरौते तृतीय स्थान पर रहे।
11 दिन में 25 अंतिम संस्कार: श्मशान के चक्कर काटते थक चुका दूल्हे का भाई सांगसिंह, अब रो भी नहीं पाता
चीन-अमेरिका सहित कई देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों ने बढ़ाई टेंशन, केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को जारी की एडवाइजरी
Jodhpur Cylinder Blast : Groom's Brother Tired Of Going Around The Crematorium | 11 दिन में 25 अंतिम संस्कार: श्मशान के चक्कर काटते थक चुका दूल्हे का भाई सांगसिंह, अब रो भी नहीं पाता | Patrika News
Sting operation shocking revelation of online prostitution | पुलिस से सेटिंग, होटल वालों से जुगाड़, जहां चाहो वहां मिलेगी लड़की, स्टिंग ऑपरेशन | Patrika News
क्या आप पारिस्थितिकी में पदानुक्रम (संगठन) के स्तर के बारे में जानते हैं
पारिस्थितिक तंत्र एक प्राकृतिक इकाई है जिसमें एक क्षेत्र विशेष के सभी जीवधारी, अर्थात् पौधे, जानवर और अणुजीव शामिल हैं जो कि अपने अजैव पर्यावरण के साथ अंतर्क्रिया करके एक सम्पूर्ण जैविक इकाई बनाते हैं। इस लेख में हमने पारिस्थितिकी में पदानुक्रम (संगठन) के स्तर के बारे में बताया है जो UPSC, SSC, State Services, NDA, CDS और Railways जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बहुत ही उपयोगी है।
पारिस्थितिक तंत्र एक प्राकृतिक इकाई है जिसमें एक क्षेत्र विशेष के सभी जीवधारी, अर्थात् पौधे, जानवर और अणुजीव शामिल हैं जो कि अपने अजैव पर्यावरण के साथ अंतर्क्रिया करके एक सम्पूर्ण जैविक इकाई बनाते हैं। इस प्रकार पारिस्थितिक अन्योन्याश्रित अवयवों की एक इकाई है जो एक ही आवास को बांटते हैं। शब्द इकोलॉजी (पारिस्थितिकी) की उत्पति ग्रीक शब्द 'ओइकोस से हुई है जिसका अर्थ है घर-परिवार और लोगो का अर्थ है अध्ययन'। इस प्रकार, वास्तव में 'घरेलु जीवन' के अध्ययन को ही पारिस्थितिकी कहते हैं।
प्रकृति के विभिन्य घटकों के बीच के संबंधो में जटिलता है। उदहारण के लिए, हर पौधे मिट्टी से पोषक तत्व प्राप्त करते हैं इसके बाद, उसके पत्ते, फूल और अन्य भागो को किसी पक्षी या हिरण द्वारा खाया जा सकता है। उनके मरने के बाद मृत अवशेष के कुछ हिस्सों को जीवाणुओ , फुफुन्दी आदि के द्वारा खाया जाता है, जबकि शेष हिस्से नाइट्रोजन, कार्बन, सुल्फर आदि की तरह छोटे अणुओ में टूटकर वापस मिट्टी में मिल जाते हैं और इस तरह उनके बीच सम्बन्ध स्थापित होता है।
पारिस्थितिक में संगठन (पदानुक्रम) के स्तर
पदानुक्रम का अर्थ है "एक वर्गीकृत श्रृंखला में एक व्यवस्था"। प्रत्येक स्तर पर भौतिक वातावरण (ऊर्जा और पदार्थ) के साथ मिलकर एक विशेषतात्मक प्रणाली बनाती है। जीवित (जैविक) और गैर-जीवित (एबायोटीक) घटक युक्त एक प्रणाली बायोसिस्टम का निर्माण करती है, जो पारिस्थितिकीय प्रणालियों की आनुवांशिक प्रणालियों से होती है।
बायोटीक घटक + एबायोटीक घटक = बायोसिस्टम
जीवित (जैविक) और गैर-जीवित (एबियोटिक) घटकों के संपर्क पर जोर देने वाले संगठन वर्णक्रम के पारिस्थितिक स्तर की चर्चा नीचे की गयी है:
1. पारिस्थितिकी (Ecosphere) में सभी पृथ्वी के पारिस्थितिक तंत्र होते हैं और उन्हें सभी जीवित जीवों और गैर-जीवित तत्वों के रूप में परिभाषित किया जाता है जिनके साथ वे मिलकर एक बायोसिस्टम का निर्माण करते हैं।
2. बायोम (biome) या जीवोम धरती या समुद्र के किसी ऐसे बड़े क्षेत्र को बोलते हैं जिसके सभी भागों में मौसम, भूगोल और निवासी जीवों (विशेषकर पौधों और प्राणी) की समानता हो। किसी बायोम में एक ही लीवरेज के प्रकार तरह का परितंत्र (ईकोसिस्टम) होता है, जिसके पौधे एक ही प्रकार की परिस्थितियों में पनपने के लिए एक जैसे तरीक़े अपनाते हैं। प्रत्येक बायोम कई पारिस्थितिक तंत्रों का घर होता है।
3. परिदृश्य (Landscape) एक विषम क्षेत्र को कहते हैं जो पारिस्थितिक तंत्र के बीच में सम्बन्ध स्थापित करता है। बड़े पैमाने पर अध्ययन और प्रबंधन के लिए एक वाटरशेड एक सुविधाजनक परिदृश्य स्तर इकाई है क्योंकि इसकी आमतौर पर पहचान की जाने वाली प्राकृतिक सीमाएं होती हैं।
4. पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) जिसमें एक दिए गए क्षेत्र में रहने वाली सभी वस्तुएं (पौधे, जानवर और जीव) शामिल रहती हैं तथा एक दूसरे के साथ मिलकर निर्जीव वातावरण (मौसम, पृथ्वी, सूर्य, मिट्टी, जलवायु, वातावरण) को प्रभावित करती हैं।
5. प्रजातियाँ: जीवो के ऐसे समूह, जो दिखावट, व्यवहार, गुणधर्म एवं अनुवांशिक संरचना में एक दुसरे के सामान होते हैं, उन्हें सामूहिक तौर पर एक प्रजाति के अंतर्गत रखा जाता है
6. समुदाय (Community): एक निश्चित भूभाग में निवास करने वाले सामाजिक/आर्थिक/सांस्कृतिक अथवा धार्मिक समूह जो सभी सदस्यो के सहयोग से अपने उद्देश्यो की पूर्ति के लिए कार्य करते हैं, समुदाय कहलाता है। समुदाय के लोग एक निश्चित स्थान पर निवास करते हैं।
7. जीव विज्ञान में, विशेष प्रजाति के अंत: जीव प्रजनन के संग्रह को जनसंख्या (Population) कहते हैं।
संभवतः पारिस्थितिकी को समझने का लीवरेज के प्रकार सबसे अच्छा तरीका यह की इसे संगठन के स्तर के नज़रिए से देखा जाये, जो पारिस्थितिकी का केंद्र बिंदु है।
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